Wednesday, April 14, 2010

वेबसाइट, जो सभी के सपने साकार करती

स्पेन में एक ऐसी सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइट शुरू हुई है जो लोगों के सपने पूरे कर रही है। कोई भी व्यक्ति इस वेबसाइट पर अपना सपना बता सकता है और वेबसाइट से जुड़े सदस्य उसके इस सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।समाचार एजेंसी ‘ईएफई’ के मुताबिक कोलंबियाई वास्तुकार फिलिप वीलैजक्विज ने वेबसाइट ‘लापापाया डॉट ओआरजी’ (www.lapapaya.org ) की शुरूआत की है। जो लोग सपने देखने के लिए तत्पर हैं यह वेबसाइट उनकी इच्छाएं पूरी करने को तैयार है।‘पपायोज’ नाम से ख्यात वेबसाइट के सदस्य सपने साकार करने के प्रति समर्पित हैं, लेकिन शर्त यह है कि अपना सपना पूरा करने की आकांक्षा रखनेवाले व्यक्ति को पहले अन्य तीन लोगों की इच्छाएं पूरी करने के लिए अपना समय देना होगा और इसके लिए प्रयास करना होगा।वीलैजक्विज ने कहा कि इस परियोजना का मकसद प्रत्येक व्यक्ति के सपनों के माध्यम से सतत विकास हासिल करने के लिए नागरिकों के बीच सामाजिक चेतना पैदा करना है।

एक साल तक पानी पिलाएगा दुष्कर्म का आरोपी

जुविनाइल जस्टिस बोर्ड के चीफ जस्टिस हरीश गुप्ता ने चार साल की बच्ची क
े साथ दुष्कर्म करने का प्रयास करने के लिए दोषी ठहराए गए झज्जर के किशोर युवक को सजा के तौर पर एक साल तक झज्जर बस स्टैंड पर पानी पिलाने की सजा दी है। सामुदायिक सेवा के इस आदेश के तहत दुष्कर्म के प्रयास के दोषी को बस स्टैंड इंचार्ज के नियंत्रण में रहते हुए एक साल तक बोर्ड द्वारा दिए गए फैसले को अमल में लाना होगा। गौरतलब है कि 7 मार्च 2002 को झज्जर के रिशु नामक किशोर युवक के खिलाफ पुलिस ने पड़ोस में रहने वाली चार वषीर्य बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास के संबंध में पीड़ित बालिका की दादी की शिकायत पर रिशु के खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया था।
आरोपी युवक के नाबालिग होने के कारण यह मामला जुविनाइल बोर्ड में भेज दिया गया। सहायक जिला न्यायवादी किरण चौधरी ने मामले के दोषी किशोर को अधिकतम सजा देने की मांग बोर्ड से की। उन्होंने इस संदर्भ में अपना तर्क रखते हुए कहा कि दोषी द्वारा किए गए अपराध की प्रकृति गंभीर किस्म की है और समाज में इस तरह की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ रही हैं, इसलिए दोषी को सख्त सजा दिया जाना जरूरी है। दोषी के वकील ने अपना तर्क रखते हुए कहा कि चूंकि यह दोषी साबित हुए किशोर युवक का पहला अपराध है और वह अपने वृद्ध-माता पिता का इकलौता कमाने वाला पारिवारिक सदस्य है। इस लिहाज से बोर्ड दोषी के साथ नरमाई बरते। मामले से जुड़े सभी पक्षों की सुनवाई के बाद बोर्ड ने बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास के आरोपी रिशु को सजा के तौर पर स्थानीय बस स्टैंड पर एक साल तक सामुदायिक सेवा करने का फैसला दिया है।

अब दृष्टिहीनों के लिए ‘पोर्न’ पत्रिका

दृष्टिहीनों के लिए जल्दी ही बाजार में ‘पोर्न’ पत्रिका उपलब्ध होने वाली है। पत्रिका की कल्पना कनाडा की नागरिक लीजा मर्फी ने की है।ब्रिटिश समाचार पत्र ‘द टेलीग्राफ’ के अनुसार पत्रिका की कीमत 150 पाउंड होगी। पत्रिका के संबंध में मर्फी ने कहा कि बाजार में अबतक ऐसी पत्रिका नहीं थी।मर्फी ने कहा कि, "प्लेब्वॉय ने ब्रेल आधारित एक अंक प्रकाशित की थी लेकिन उसमें तस्वीर नहीं थी।"

Sunday, October 11, 2009

केवल 11 दिन खुलेगी कुंवारों की किस्मत

शिकार युवती ने चारों ओर से निराश हो कर फिल्म सितारे सलमान खान से मदद की गुहार लगाई है। शनिवार को लिखे एक पत्र में मीरा रोड की इस 22 वर्षीय युवती ने सलमान से कहा है कि वे उसे आर्थिक मदद करें ताकि वह किराए से फ्लैट लेकर परिवार से अलग रह सके।

युवती का कहना है कि वह अपने पैरों पर खड़े होना चाहती है। उसकी शिकायत पर पुलिस ने चौहान और उसके तांत्रिक दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। युवती ने बताया कि उसके परिजन उस पर रिपोर्ट वापस लेने और बदले में तांत्रिक के बेटे से शादी करने का दबाव डाल रहे हैं।

युवती ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से इस बात की शिकायत भी की, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला है। सलमान को लिखे पत्र के बारे में युवती ने बताया, ‘मैंने उनसे आर्थिक मदद मांगी है, ताकि मैं एक फ्लैट किराए पर ले सकूं। मुझे अपने बिजनेस से खास आमदनी नहीं होती।’ उसने यह भी कहा कि वह अपनी मां व अन्य परिजनों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहती, क्योंकि इससे उन्हें भी जेल की हवा खानी पड़ेगी।

नौ साल तक जुल्म सहा : मार्च में सामने आए इस सनसनीखेज मामले में युवती ने पिता किशोर चौहान के खिलाफ नौ साल से अपने तांत्रिक दोस्त के साथ मिलकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। जब दोनों दरिंदों की नजर युवती की 15 वर्षीय बहन पर पड़ी तो उससे रहा नहीं गया और उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी।

सलमान खान से मदद की गुहार

दुष्कर्म शिकार युवती ने चारों ओर से निराश हो कर फिल्म सितारे सलमान खान से मदद की गुहार लगाई है। शनिवार को लिखे एक पत्र में मीरा रोड की इस 22 वर्षीय युवती ने सलमान से कहा है कि वे उसे आर्थिक मदद करें ताकि वह किराए से फ्लैट लेकर परिवार से अलग रह सके।

युवती का कहना है कि वह अपने पैरों पर खड़े होना चाहती है। उसकी शिकायत पर पुलिस ने चौहान और उसके तांत्रिक दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। युवती ने बताया कि उसके परिजन उस पर रिपोर्ट वापस लेने और बदले में तांत्रिक के बेटे से शादी करने का दबाव डाल रहे हैं।

युवती ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से इस बात की शिकायत भी की, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला है। सलमान को लिखे पत्र के बारे में युवती ने बताया, ‘मैंने उनसे आर्थिक मदद मांगी है, ताकि मैं एक फ्लैट किराए पर ले सकूं। मुझे अपने बिजनेस से खास आमदनी नहीं होती।’ उसने यह भी कहा कि वह अपनी मां व अन्य परिजनों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहती, क्योंकि इससे उन्हें भी जेल की हवा खानी पड़ेगी।

नौ साल तक जुल्म सहा : मार्च में सामने आए इस सनसनीखेज मामले में युवती ने पिता किशोर चौहान के खिलाफ नौ साल से अपने तांत्रिक दोस्त के साथ मिलकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। जब दोनों दरिंदों की नजर युवती की 15 वर्षीय बहन पर पड़ी तो उससे रहा नहीं गया और उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी।

Wednesday, October 7, 2009

पहली बार दलाई लामा व्हाइट हाउस नहीं जाएंगे

वाशिंगटन. तिब्बती धर्मगुरु तथा नोबेल पुरस्कार विजेता दलाई लामा इस समय पांच दिन की अमेरिका यात्रा पर हैं, लेकिन राष्ट्रपति ओबामा उनसे नवंबर में मिलेंगे वह भी चीन से लौटकर। 1919 के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है जब दलाई लामा वाशिंगटन में हैं और व्हाइट हाउस नहीं जा रहे। ओबामा प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अमेरिका ने अपनी चीन नीति नहीं बदली है। पिछले हफ्ते चीन के 60वें राष्ट्रीय दिवस पर एम्पायर स्टेट बिल्डिंग को पूरा लाल पीला सजाया गया था और इस हफ्ते राष्ट्रपति ओबामा ने दलाई लामा से मिलने से इनकार कर दिया।

भारतीय मूल के वैज्ञानिक को नोबेल पुरस्कार

रस्कार अमेरिका के टॉमस ए. स्टेट्ज और इस्राइल की अडा. ई. योनथ के साथ संयुक्त रूप से मिला है इन वैज्ञानिकों को राइबोसोम की संरचना और कार्यप्रणाली पर अध्ययन के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया है।
रामकृष्णन का जन्म तमिलनाडु के चिदंबरम जिले में 1952 में हुआ था। 1976 में उन्होंने एक अमेरिकन यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री ली थी।आजकल वे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के मॉलिक्यूलर बायॉलजी डिपार्टमंट से जुड़े हुए हैं। रामकृष्णन के अलावा सी.वी.रमन, सी. चंद्रशेखर और हरगोविंद खुराना को भी साइंस के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिल चुका है। सी.वी.रमन को रमन प्रभाव के लिए भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल मिला। उनके भतीजे सी.चंद्रशेखर को भी भौतिकी का ही नोबेल मिला था। हरगोविन्द खुराना को जीन संबंधी रिसर्च के लिए नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था।
रामकृष्णन के साथ अमेरिका के टॉमस ए. स्टेट्ज और इस्राइल की अडा.ई. योनथ को भी संयुक्त रूप से केमिस्ट्री का नोबेल मिला। अमेरिकी नागरिक टॉमस का जन्म 1940 में हुआ था। वह अमेरिका के येल यूनिवर्सिटी में मॉलिक्यूलर बायॉफिजिक्स और बायॉकेमिस्ट्री के प्रफेसर हैं। अडा. ई. योनथ इस्राइली नागरिक हैं और उनका जन्म 1939 में यरूशलम में हुआ था।