Wednesday, April 29, 2009

सहकर्मी को कपड़े बदलते हुए फिल्माने की कोशिश महंगी पड़ी डॉक्टर को

स्पेन में अपनी महिला सहकर्मी को कपड़े बदलते हुए फिल्माने की कोशिश एक डॉक्टर को महंगी पड़ी। पोल खुलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। डॉक्टर ने महिला को कपड़े बदलते हुए शूट करने के लिए अनूठी तरकीब लगाई। उसने बड़ी चालाकी से पेन में कैमरा लगाकर अपनी कोट की जेब में फिट कर दिया। फिर महिला के कपड़े बदलने के ठीक पहले उसने कोट को कमरे में टांग दिया। महिला जब कपड़े बदलने के लिए कमरे में पहुंची, तो उसे कोट की जेब में लगे अजीब से पेन पर शक हुआ। उसने जब पेन को गौर से देखा तो सारा माजरा उसकी समझ में आ गया। महिला ने तुरंत पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने डॉक्टर को अरेस्ट कर लिया है।

प्रेमी के साथ जाने की जिद पर अड़ी

अपने प्रेमी के साथ जाने की जिद पर अड़ी एक युवती सूरजपुर कोतवाली में बैठी रही। युवती के पिता ने युवक के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने युवक को अरेस्ट कर लिया है। सूरजपुर के इंस्पेक्टर हरिमोहन सिंह ने बताया कि सोमवार रात एक सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने कस्बे से एक युवती और देव उर्फ आलोक उर्फ हरिपत को हिरासत में लिया। देव मूल रूप से वेस्ट बंगाल का रहने वाला है और फिलहाल मलकपुर में किराए पर रहता है। वह सूरजपुर स्थित अनमोल बिस्किट कंपनी में काम करता है। मलकपुर में ही रहने वाली इंटरमीडिएट की एक छात्रा से उसके नैन लड़ गए। दोनों ने जाति और समाज के बंधनों को तोड़ते हुए घर से भागकर शादी करने का फैसला किया। योजना के मुताबिक दोनों घर से भाग निकले। मामले की जानकारी मिलते ही युवती के परिजन आगबबूला हो गए। उसके पिता ने युवक के खिलाफ सूरजपुर कोतवाली में अपनी नाबालिग लड़की के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी। सोमवार रात को पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने जब युवती से घर जाने को कहा, तो उसने इनकार कर दिया।

500 ग्राम का जासूस

देश में जिस तरह से आतंकवादी हमले बढ़ रहे हैं, उससे निपटने के लिए देश भर की पुलिस और राज्यों की पुलिस नित नए तरीके इस्तेमाल कर रही है। इसी दिशा में कंपनियां भी नए-नए उपकरण बना रही हैं। आतंकवादियों के अलावा सड़क जाम करने और प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान या प्राकृतिक आपदा का आकलन करने के लिए 500 ग्राम का हेलिकॉप्टर तैयार किया गया है, जो जासूसी भी करेगा और पुलिस की मदद भी। हरियाणा पुलिस इस हेलिकॉप्टर को खरीदने का मन बना रही है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक रंजीव दलाल ने एनबीटी को मंगलवार को चंडीगढ़ में विशेष बातचीत में बताया कि जर्मनी की माइक्रो ड्रांस जीएमवीएच नामक कंपनी ने यह यंत्र बनाया है। इसका तकनीकी नाम है 'ड्रॉन'। उन्होंने बताया कि यह यंत्र करीब 20 लाख रुपये कीमत का है। इस यंत्र में विडियो और डिजिटल कैमरे लगे हुए हैं। यह अधिकतम 300 मीटर ऊंचा आकाश में उड़ सकता है। यह आधा घंटा तक आकाश में उड़ सकता है और तीन किलोमीटर एरिया में आने वाली चीजों की फोटो भेजता है। यह यंत्र रिमोट कंट्रोल के जरिए कंप्यूटर के माध्यम से उड़ाया जाता है। इसमें लगे छोटे से कैमरे बहुत ही उपयोगी हैं और उन्हें किसी भी दिशा में एडजस्ट किया जा सकता है। जितनी ज्यादा ऊंचाई में यह उपकरण उड़ेगा, उतने ज्यादा क्षेत्र का फोटो यह भेज देगा। इसकी रेंज में आने वाली हर चीज को जूम करके कंप्यूटर पर देखा जा सकता है। वैसे तो सैटलाइट के जरिए इमेज लेने का प्रावधान पहले ही हमारी साइंस में है। लेकिन यह 500 ग्राम वजन वाला 'ड्रॉन' केवल वहीं फोटो भेजेगा, जहां यह उड़ रहा है और उसके ठीक नीचे इसका बेस बनाया जाएगा यानी जहां से उड़ाया जाएगा। प्राकृतिक आपदा यानी जब बारिश हो तो बाढ़ का पानी कहां-कहां तक घुस गया है या आग लगने पर यह पता चल जाएगा कि कितने क्षेत्र में आग लगी हुई है, इनकी जानकारी मिलने से प्रशासन को आपदा पर काबू पाने में मदद मिलेगी।

Tuesday, April 28, 2009

रेड कार्नर नोटिस सूची से हटा ओत्तावियो क्वात्रोच्चि का नाम !

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने इंटरपोल से कहा है कि वह इटली के व्यवसायी ओत्तावियो क्वात्रोच्चि का नाम रेड कार्नर नोटिस सूची से हटा ले। भारत के कहने से 64 करोड़ रुपये के बोफोर्स रिश्वत घोटाले के आरोपी क्वात्रोच्चि का नाम पिछले 12 साल से इस सूची में है। एटर्नी जनरल मिलन बनर्जी से कानूनी सलाह लेने के बाद यह निर्णय किया गया। ब्यूरो के प्रवक्ता हर्ष बहल ने बताया कि मामला 1999 से अदालतों में चल रहा है। ब्यूरो ने शीर्ष विधि अधिकारी से कानूनी सलाह लेने के बाद यह कदम उठाया है। सक्षम अदालत को सुनवाई की अगली तारीख [30 अपै्रल 2009] को हम सूचित कर देंगे। एटर्नी जनरल ने दो बार क्वात्रोच्चि के प्रत्यर्पण में ब्यूरो की असमर्थता का उल्लेख किया। पहली बार मलेशिया में सन 2003 तथा दूसरी बार अर्जेन्टीना में सन 2007 में। दोनों मामलों में फैसले दर्शाते हैं कि प्रत्यर्पण के लिए उचित आधार नहीं था। देश के शीर्ष विधि अधिकारी बनर्जी ने कहा कि वारंट हमेशा के लिए जारी नहीं रह सकता। लिहाजा फरवरी 1997 का वारंट अपनी वैधता खो चुका है खासकर मलेशिया और फिर अर्जेन्टीना से अभियुक्त को प्रत्यर्पित करने की सीबीआई की असफल कोशिश को देखते हुए। इस राय के आधार पर यह निर्णय किया गया और ब्यूरो ने इंटरपोल को सूचित किया कि क्वात्रोच्चि के खिलाफ आरसी 1 ए 90 एसीयू आईवी [एसआईजी] बोफोर्स मामला तथा सबजैक्ट आफ इंटरपोल रेड कार्नर नोटिस ए 44 2 1997 स्थगित किया जाय। क्वात्रोच्चि के खिलाफ ब्यूरो के इस आरोप के बाद यह मामला दर्ज किया गया कि उन्होंने करोड़ो रुपये के बोफोर्स तोप सौदे में रिश्वत ली। ब्यूरो ने क्वात्रोच्चि को 1999 में भगोड़ा घोषित किया और 1997 के गैर जमानती वारंट के आधार पर उनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की मांग की। इंटरपोल के वारंट के आधार पर क्वात्रोच्चि को छह फरवरी 2007 को अर्जेन्टीना में गिरफ्तार किया गया। उनके प्रत्यर्पण के लिए ठोस प्रयास नहीं करने के लिए ब्यूरो की आलोचना हुई और भारत जून 2007 में अर्जेन्टीना की एक अदालत में मुकदमा हार गया। वहां के जज ने कहा था कि भारत उचित कानूनी दस्तावेज तक प्रस्तुत नहीं कर पाया और भारत से क्वात्रोच्चि के कानूनी खर्च की अदायगी को कहा गया। भाजपा नीत राजग के शासनकाल के दौरान 22 अक्तूबर 1999 को ब्यूरो ने क्वात्रोच्चि के खिलाफ एक अभियोग पत्र दायर किया, जिसमें उनके और उनकी पत्नी मारिया द्वारा परिचालित प्रमुख कम्पनी ए ई सर्विसेज के नाम का उल्लेख था। कानूनी प्रक्रिया के बाद स्विस बैंकों द्वारा जारी 500 दस्तावेजों के आधार पर ब्यूरो ने क्वात्रोच्चि और उनकी पत्नी के खिलाफ आरोप तय किए।

पत्नी के हाथों पिटाई की खबर षड्यंत्र : नीतिन

पिछले दिनों दक्षिणी मुंबई के एक विधायक हॉस्टल में मंत्री जी और उनकी प्रेमिका की पत्नी द्वारा पिटाई की खबर सामने आई थी। इस खबर के बाद सुर्खियों में आए गृह राज्य मंत्री ( ग्रामीण ) डॉक्टर नीतिन राउत की बातचीत उस दिन ? शनिवार 18 अप्रैल को मैंने पुणे में एक मीटिंग अटैंड की। इसके बाद काग्रेस नेता रणजीत देशमुख और मैंने सोलापुर में कैंपेन के लिए जाने का फैसला किया। लेकिन तभी हमें बताया गया कि सोलापुर हाइवे पर एक एक्सिडंट हो गया है , जिसमें 19 लोग मारे गए हैं। इसके बाद हम रविवार शाम को हम मुंबई लौट आए। चूंकि मेरे बंगले पर कुछ मरम्मत का काम चल रहा है , इसलिए मैं रात करीब पौने बारह बजे हॉस्टल चला गया। मैं बाथरूम में था कि तभी किसी ने मेरे कमरे की बेल बजाई। क्योंकि उस समय मैं बाथरूम में था , मुझे दरवाजा खोलने में करीब 10 मिनट लगे। दरवाजे पर मेरी पत्नी खड़ी थी। मुझे बहुत खराब लगा कि मेरी वजह से पत्नी को 10 मिनट तक दरवाजे पर खड़े रहना पड़ा। बस इसी बात हम दोनों के बीच कुछ कहासुनी हो गई। रिपोर्ट कहती हैं कि आपकी पत्नी ने आपको किसी दूसरी औरत के साथ रंगे हाथों पकड़ा था। और यही कारण है कि आपकी पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने आपकी पिटाई कर दी। यह सब षड्यंत्र है। विरोधी पार्टियां मेरी छवि खराब करना चाहती हैं। कुछ लोगों को तो यह भी लगा कि मेरी पत्नी सुमेधा , जो सलवार - कमीज पहने थी , वह एक मॉडल है। ऐसी भी खबरें हैं कि जिस महिला का आप लेकर आए थे , वह अकोला की पार्टी कार्यकर्ता है। मेरी समझ में नहीं आता कि ऐसे झूठी कहानियां लोग कैसे फैला देते हैं। मैं ऐसी किसी घटिया गतिविधि में शामिल नहीं होता। मेरी शादीशुदा जिंदगी काफी खुशहाल है। 35 साल के अपने राजनीतिक करियर में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी ने मेरी छवि बिगाड़ने की कोशिश की है। लोगों ने मीटिंग में और रैलियों में मुझे संदेह की नजर से देखा। पीठ पीछे मेरे बारे में बाते की गईं। पार्टी में कई महिलाएं भी शामिल हैं , उन्हें मेरे साथ काम करते हुए कैसे लगेगा ? मुझे लगा कि बस राजनीति में मेरा समय पूरा हो गया है और अब मुझे वापस लौट जाना चाहिए। लेकिन मेरी पत्नी और रिश्तेदारों ने मुझे इस सब का सामना करने और डटे रहने के लिए राजी किया। इन सब अफवाहों को फैलाने में नागपुर के मेरे विरोधियों का अहम भूमिका है। मैं उन लोगों के खिलाफ और न्यूजपेपर के खिलाफ मानहानि का दावा करूंगा। NBT

निर्धारित सीमा से कम उंचाई पर उड़ान भरी तो दहशत में आ गए

अमेरिकीयों के दिल में अभी 9/11 का खौफ बरकरार है। जी हां , दरअसल सोमवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा के विमान ने जब अपनी निर्धारित सीमा से कम उंचाई पर उड़ान भरी तो न्यू यॉर्क के लोग दहशत में आ गए। लेकिन न्यू यॉर्क के लोगों का डर उस वक्त बेकार साबित हुआ , जब उन्हें यह पता चला कि ओबामा के बेड़े में शामिल वह विमान पेंटागन यानी रक्षा मंत्रालय की तरफ से उसे सौंपे गए किसी जरूरी काम के लिए निकला था। अमेरिकी वायुसेना के प्रवक्ता मेजर रिचर्ड जॉनसन ने बताया कि बेड़े में शामिल विमान ने न्यू यॉर्क के शहरी इलाके की तस्वीरें लीं। प्रवक्ता ने बताया कि यह सारी कवायद 9/11 जैसी किसी वारदात से बचने के लिए की जा रही है।

Friday, April 24, 2009

बग़दाद में हुए दो आत्मघाती बम हमलों में 30 लोग मारे

इराक़ की राजधानी बग़दाद में हुए दो आत्मघाती बम हमलों में कम से कम 30 लोग मारे गए हैं। धमाका बग़दाद के कदीमिया ज़िले में हुआ। पुलिस के मुताबिक़ शिया मुसलमानों के धार्मिक स्थल पर धमाके उस समय हुए जब शुक्रवार की नमाज़ के लिए बड़ी संख्या में लोग वहाँ इकट्ठा हुए थे। धमाकों में 100 लोगों के घायल होने का समाचार है। एक पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी एपी को बताया कि आत्मघाती हमलावरों ने कुछ मिनटों के अंदर इमाम मूसा अल काज़िम की दरगाह पर धमाका कर दिया। एक दिन पहले गुरुवार को बग़दाद और बक़ूबा में दो आत्मघाती बम धमाके हुए थे। इन धमाकों में कम के कम 80 लोग मारे गए थे। इराक़ में पिछले साल हिंसा की घटनाओं में कमी तो आई थी लेकिन चरमपंथियों ने हमला करना भी जारी रखा था। बग़दाद से बीबीसी संवाददाता जिम म्यूर का कहना है कि हाल में हुए धमाकों से स्थिति में कोई बड़ा बदलाव तो नहीं दिखता लेकिन ये स्थिति चिंताजनक ज़रूर है। इराक़ के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आँकड़ों के मुताबिक़ वर्ष 2005 से 87 हज़ार से ज़्यादा इराक़ी मारे जा चुके हैं। वर्ष 2005 में इराक़ की स्थिति काफ़ी ख़राब थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के आँकड़े अस्पतालों और मुर्दाघरों से मिली जानकारी के आधार पर तैयार की गई है।

अदालत में चोर-सिपाही का असली खेल

मुरैना के अडिशनल सेशन जज शशिभूषण पाठक के कोर्ट रूम शुक्रवार को चोर-सिपाही का असली खेल देखने को मिला। इस खेल से अदालत में अफरातफरी मच गई और जस्टिस पाठक भी हैरान हो गए। हुआ यूं कि कोर्ट की कार्रवाई जारी थी, तभी एक आदमी दौड़ता हुआ रूम में घुसा। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, एक और आदमी दौड़ता हुआ रूम में घुस गया। दूसरे आदमी के हाथ में रिवॉल्वर था। रिवॉल्वर देखकर लोग घबरा गए और अफरा-तफरी मच गई। कुछ देर बाद जज ने पूछा तो रिवॉल्वरधारी व्यक्ति ने बताया कि वह श्योपुर पुलिस का हेड कॉन्स्टेबल राधेश्याम शिवहरे है और जो आदमी पहले आया था, वह एक लुटेरा है। जस्टिस पाठक ने इस बात को अदालत की अवमानना माना और कॉन्स्टेबल शिवहरे को बाहर जाने को कहा। शिवहरे बाहर तो चले गए, लेकिन उन्होंने कोर्ट रूम को बाहर से बंद कर दिया और खुद रिवॉल्वर लेकर खड़ा हो गया। इस पर पूरे कोर्ट परिसर में हंगामा हो गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई। हंगामा होते देख हेड कॉन्स्टेबल ने दरवाजा खेल दिया और रिवॉल्वर लेकर भाग खड़ा हुआ। घटना की सूचना मिलने पर मुरैना के एसपी (सिटी)अमृतलाल मीणा ने जज को बताया कि आरोपी भगवती शुक्ला ने श्योपुर जिले के ढोंढर में एक व्यापारी को गोली मारकर आठ लाख रुपये लूट लिये थे और तभी से वह फरार चल रहा था। जज ने कहा कि पुलिस की यह हरकत आपराधिक होकर अदालत की अवमानना की श्रेणी में आती है लिहाजा हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जज ने इस घटना की रिपोर्ट सेशन जज को सौंप दी है। इस घटना के बाद उत्तेजित वकीलों ने भी पुलिस के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग को लेकर हड़ताल कर दी। फिलहाल हेड कॉन्स्टेबल फरार है।

मंत्री पति की जमकर धुनाई

महाराष्ट्र सरकार में शामिल एक मंत्री को उनकी पत्नी ने दूसरी महिला के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। मंत्री की पत्नी ने न केवल उस महिला की चोटियां खींची, बल्कि अपने पति की भी जमकर धुनाई की। महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में यह मुद्दा चुनाव जितना ही गर्म बना हुआ है। यह घटना दक्षिणी मुंबई के एक विधायक हॉस्टल में हुई। जब उनकी पत्नी हॉस्टल पहुंचीं तो मंत्री और उनकी महिला मेहमान पहली मंजिल के एक कमरे में थे। अपने पति को दूसरी महिला के साथ देखकर मंत्री की पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और उन्होंने उसकी धुनाई कर दी। यहां तक कि उन्होंने अपने पति को भी नहीं बख्शा। वैसे इस संबंध में कोई आधिकारिक शिकायत नहीं दर्ज की गई है। बताया जाता है कि मंत्री विदर्भ क्षेत्र से हैं और अशोक चव्हाण सरकार में उन्हें हाल ही में शामिल किया गया है। मंत्री की पत्नी नागपुर में थीं और उन्हें अगले दिन मुंबई पहुंचना था। सूत्र ने बताया कि मंत्री की पत्नी को कहीं से इसकी भनक लग गई थी कि उनके पति क्या गुल खिलाने वाले हैं और इसके बाद वह अंतिम फ्लाइट पकड़कर अचानक मुंबई पहुंच गईं।

Thursday, April 23, 2009

फर्जियो ने फूलन देवी को भी नहीं छोडा

ठग ठगी करने से पहले इस तरह के इंतजाम करते हैं कि उनकी ऑरिजिनल शिनाख्त न हो सके। इस वास्ते वे अपना नाम भी फर्जी रखते हैं और कई बार कोई फर्जी कंपनी ही कागजों पर स्थापित कर देते हैं। बिपिन ठाकुर नामक एक सीए ने अपने दो साथियों रामचंद्र पावसकर और अनिल कुमार शेट्टी के साथ मिलकर ऐसा ही किया और कई बैंकों को करीब डेढ़ करोड़ रुपए की चपत लगा दी। तीनों आरोपियों को इंस्पेक्टर प्रदीप सूर्यवंशी ने अंधेरी से गिरफ्तार किया। इस मामले में अनिल की पत्नी शिल्पा का भी नाम सामने आया है। खास बात यह है कि गिरफ्तार आरोपियों में से कुछ फूलन देवी का किरदार निभाने वाली सीमा विश्वास के घर में किराए पर रह रहे थे। सीमा को खुद पता नहीं था कि उनके घर ठग रहते हैं। पुलिस के अनुसार ठाकुर ने एचएसीएल व एक और नाम की दो कंपनियां बनाईं और दोनों कंपनी का पता पवई व मुम्बई में एक और जगह का दिया। इन फर्जी कंपनियों का पार्टनर उसने रामचंद्र व अनिल को बनाया, पर कंपनी के कागजातों में इनके नाम उसने क्रमश: ऐलिक्स फर्नांडिस व संदीप देसाई बताए। ठाकुर ने खुद को इन कंपनियों का चेअरमन बताते हुए एक बैंक में क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया। क्रेडिट कार्ड की अप्लीकेशन देने से पहले उसने जेम्स फर्नांडिस नाम से बैंक एकाउंट खोला और बाद में इसी नाम से क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया। कुछ दिनों बाद उसे जेम्स फर्नांडिस के नाम से क्रेडिट कार्ड मिल भी गया। उसके साथियों ने भी इसी तरह से फर्जी नाम से अकाउंट खोले और फिर क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर दिया। उन सभी को भी क्रेडिट कार्ड मिल गए। इन आरोपियों ने फर्जी नाम व दस्तावेजों पर सिर्फ क्रेडिट कार्ड ही नहीं लिए, कई कारें भी लोन पर ले लीं। इन कारों से आरोपियों ने जमकर सैर की, जबकि क्रेडिट कार्डों से उन्होंने खूब खरीदारी की, पर जब बैंक को पेमंट करने का वक्त आया, तो आरोपियों ने बैंक को एक भी पैसा नहीं दिया। इस पर बैंक ने उनकी पवई व अन्य जगहों के उन पतों पर तलाश की, जहां ठाकुर ने अपनी कंपनियां बताई थीं, पर वहां जाकर पुलिस को पता चला कि यहां ऐसी कोई कंपनी है ही नहीं। इसके बाद पुलिस ने उन मॉल्स और दुकानों में संपर्क किया, जहां से ठाकुर व उनके साथियों ने खरीददारी की थी और वहीं से पुलिस को ठाकुर व उसके साथियों का सुराग मिल गया। इसी के बाद ये आरोपी पकड़े गए। इस मामले में कई आरोपी अभी भी फरार हैं। इनमें कविता शेट्टी उर्फ शिल्पा देसाई का नाम प्रमुख है। खास बात यह है कि ज्यादातर आरोपियों ने क्रेडिट कार्ड व लोन के लिए अप्लाई करते वक्त भले ही अपना नाम व पता फर्जी लिखा हो, पर सभी आरोपियों ने फार्म में फोटो अपना ही चिपकाया था। यह झूठ वे चाहकर भी छिपा नहीं सके।

महात्मा ब्रह्मदास उदासीन को महंगी पड़ी चुनाव के बहिष्कार की अपील

हिंदू धार्मिक स्थलों के सरकारी अधिग्रहण को रद न करने से क्षुब्ध होकर अखिल भारतीय हिंदू रक्षा आंदोलनकारी संगठन के प्रदेशाध्यक्ष महात्मा ब्रह्मदास उदासीन को जनता से लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की अपील महंगी पड़ी। मंगलवार देर सायं अम्ब क्षेत्र में चुनाव का बहिष्कार करने संबंधी पोस्टर बांटने पर अम्ब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने उनके खिलाफ मामला 'आवारागर्दी' का दर्ज किया है।
महात्मा ब्रह्मदास पूर्व कांग्रेस सरकार के समय किए गए हिंदू मंदिरों के अधिग्रहण को प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा भी सत्ता में आने के बाद रद न करने से क्षुब्ध थे। उन्होंने इसके लिए बाकायदा पर्चे छपवाकर मुख्यमंत्री धूमल को इसके लिए आरोपी ठहराते हुए प्रदेश की जनता से लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की अपील की थी। इस अपील में कांग्रेस पर भी निशाना साधा गया था, जबकि हिंदू धार्मिक स्थलों के सरकारी अधिग्रहण को रद न किए जाने पर उन्होंने जनता से लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की अपील की थी। मंगलवार देर सायं जब महात्मा अम्ब क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के बहिष्कार संबंधी पर्चे बांट रहे थे तो किसी ने इसकी सूचना अम्ब पुलिस को दी। पुलिस ने महात्मा ब्रह्मदास उदासीन को मौके पर चुनाव के बहिष्कार संबंधी अपील के पर्चो सहित पकड़ लिया। पुलिस ने उनके खिलाफ आवारागर्दी का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। लोकसभा चुनाव बहिष्कार के लिए जिस प्रिंटिंग प्रेस में ये पर्चे छपवाए गए हैं उसका नाम भी इन पर अंकित नहीं है। पुलिस ने इस संबंध में एसडीएम नरेंद्र शर्मा को भी सूचित कर दिया है। वहीं, डीएसपी मदन लाल कौशल ने बताया कि महात्मा ब्रह्मदास उदासीन को चुनाव बहिष्कार संबंधी पर्चे वितरित करते हुए पकड़ा गया है।

मुझे मेरी मां की अस्थियां वापस दिलवा दो

अपने परिजन की कब्र का रखरखाव करने में जरा भी कोताही न बरतें। हो सकता है जाने-अनजाने में कोई उनकी कब्र को नुकसान पहुंचा दे या उस पर किसी और को दफना दिया जाए। हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें एक महिला की कब्र पर दूसरी महिला को अनजाने में दफना दिया गया।
जूनी इंदौर ईसाई कब्रिस्तान में एक महिला की पहले से बनी कब्र पर दूसरी महिला को दफना दिया गया है। यह बात जब पहली महिला के परिजन को पता चली तो वे रुआंसे हो गए और अब वे कब्रिस्तान कमेटी पर कानूनी कार्रवाई करने जा रहे हैं जबकि जिस महिला को वर्तमान में दफनाया गया है उसका बेटा अपनी गलती स्वीकार रहा है। एक परिवार की इस गलती ने दूसरे परिवार की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
हर रविवार की तरह इस रविवार (19 अप्रैल) भी फ्रांसिस फर्नाडीस अपनी पत्नी नतालियन फर्नाडीस की कब्र पर फूल चढ़ाने जूनी इंदौर कब्रिस्तान पहुंचे। उन्हें नतालियन की कब्र पर नई मिट्टी और क्रॉस लगा मिला। यह देखते ही वे समझ गए कि कब्र को दोबारा खोदा गया है। उन्होंने चौकीदार और अन्य लोगों से पूछा तो वे लोग बोले हां, यहां एक महिला को दफनाया है। इस पर उन्होंने आपत्ति ली और घटना की जानकारी कब्रिस्तान कमेटी और रेड चर्च के फादर को दी।
नतालियन फर्नाडीस की बेटी एनी कहती हैं मां की कब्र पर किसी ओर महिला को दफना दिया गया। जब मुझे जानकारी मिली तो मन दु:खी हो गया। हर बार अपनी मां की कब्र पर जाकर संवेदनाएं व्यक्त करती थी। अब समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं। मेरी एक ही विनती है कि मेरी मां की अस्थियां मुझे लौटा दी जाएं।फ्रांसिस बताते हैं पत्नी की मौत 2003 में कैंसर से हुई थी। इसके बाद उन्हें जूनी इंदौर कब्रिस्तान में दफनाया गया था। मैं हर रविवार को यहां आकर पत्नी की कब्र पर फूल चढ़ाता हूं। कब्रिस्तान में बहुत जगह है फिर मेरी पत्नी की कब्र खोदकर ही दूसरी महिला को क्यों दफनाया गया। कब्रिस्तान कमेटी के सदस्य और रेड चर्च के फादर जॉली जॉन कहते हैं हमारे जूनी इंदौर कब्रिस्तान में जगह ही नहीं बची। इस कारण परेशानी आ रही है। कब्र किसी भी व्यक्ति की संपत्ति नहीं है। इसलिए उस पर हक नहीं जताया जा सकता है।

Wednesday, April 22, 2009

बार में आने से रोकने पर माफीनामा प्रकाशित करने के आदेश

आस्ट्रेलियाई ट्रिब्यूनल ने एक क्लब के मालिक की ओर से पगड़ी बांधे कर सिख को बार में आने से रोकने पर देश के सभी राष्ट्रीय समाचार पत्रों में माफीनामा प्रकाशित करने के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले फ्रांस में शैक्षणिक संस्थानों में पगड़ी बांध कर आने के लिए मना करने पर अंग्रेजों को अपना फैसला बदलना पड़ा था।
पगड़ी के लिए आस्ट्रेलिया में जंग जीतने वाले हैं मूलरूप से लुधियाना के रहने वाले कंवलप्रीत सिंह पाहवा। उनका घर यहां आत्मनगर में है। कंवलप्रीत पांच साल पहले पढ़ाई करने आस्ट्रेलिया गया था। वहां आईटी में एमएस करने के बाद आस्ट्रेलियन फेडरल गर्वमेंट में इंजीनियर के तौर पर कार्यरत है। वे 8 मई 08 को आस्ट्रेलिया के मनुका शहर में अपने अंग्रेज दोस्तों के साथ फ्रैंकलिन स्ट्रीट क्लब में गया था। पगड़ी बांधे होने से उसे अंदर नहीं जाने दिया गया। क्लब का कहना था कि सिर पर किसी तरह हैट या पगड़ी पहनकर आना उनके ड्रेस कोड में शामिल नहीं है। पगड़ी को ड्रेस नहीं, बल्कि धार्मिक भावनाओं का अंग बताने पर भी कंवलप्रीत को अंदर नहीं आने दिया गया।
क्लब का कहना था कि अंदर आने को उसे सबके सामने पगड़ी उतारनी होगी। इस अपमान के लिए उसने ट्रिब्यूनल में भेदभाव की शिकायत की। जहां 18 अप्रैल को ट्रिब्यूनल ने रिलीजन एंड बेनिफिट्स एक्ट कैनबरा के तहत क्लब को नेशनल समाचार पत्र में माफीनामा प्रकाशित करवाने और क्लब का ड्रेस कोड बदलने के आदेश दिए। क्लब ने आदेश मान लिया है। कंवलप्रीत की जीत को उसके पिता मोहिंदर सिंह पाहवा और परिवार ने सिख धर्म की जीत बताते हुए खुशी जताई है।

नक्सलियों ने पैसेंजर ट्रेन को छोड़ दिया

झारखंड के लातेहार ज़िले में नक्सलियों ने हेहेगड़ा रेलवे स्टेशन पर कब्ज़े में ली गई पैसेंजर ट्रेन को अब छोड़ दिया है। सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। नक्सलियों के एक प्रवक्ता गोपाल ने बीबीसी को फ़ोन पर बताया कि यह कार्यवाही प्रतीकात्मक रूप से की गई थी। इसके पीछे किसी को नुकसान पहुँचाने का मकसद नहीं था। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) राजीव कुमार ने बताया कि रेलवे के धनबाद प्रमंडल में आने वाले इस स्टेशन पर कब्ज़े में ली गई ट्रेन को बुधवार स्थानीय समय 11।50 पर नक्सलियों ने छोड़ दिया। नक्सलवादियों की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया कि ट्रेन को पुलिस की कार्रवाई या दबाव में मुक्त नहीं किया गया बल्कि पुलिस तो रेलगाड़ी तक पहुँच भी नहीं पाई थी। उससे पहले ही नक्सलियों ने यात्रियों को रिहा कर दिया। क़रीब 200 की तादाद में नक्सलियों ने मुगलसराय से बरकाना जा रही एक पैसेंजर ट्रेन को अपने कब्ज़े में ले लिया था। ट्रेन पर अनुमानित 500 लोग सवार बताए जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया है कि नक्सली देर रात बरवाडीह रेलवे स्टेशन से इस रेलगाड़ी में सवार हुए थे। हेहेगड़ा के धने जंगल वाले पहाड़ी इलाके में इन लोगों ने ट्रेन को अपने कब्ज़े में ले लिया। ट्रेन पर यात्रियों के साथ ही ट्रेन के ड्राइवर, गार्ड आदि भी नक्सलियों के कब्ज़े में आ गए थे। पुलिस ट्रेन के मुक्त किए जाने तक नहीं पहुँच सकी थी क्योंकि यह इलाका बहुत अंदरूनी हिस्से में है और वहाँ तक सड़क के रास्ते पहुँचना आसान नहीं है। लातेहार ज़िले के इस इलाके में मतदान पहले चरण में यानी 16 अप्रैल को संपन्न हो चुके हैं। मतदान के पहले यहाँ हुई नक्सली हिंसा में सीआरपीएफ़ के दो जवानों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में पुलिस ने मतदान के बाद मुठभेड़ में पाँच नक्सलियों को मारने का दावा किया पर गांववालों का कहना है कि मारे गए लोग नक्सली नहीं बल्कि आम ग्रामीण थे। पुलिस के इस हमले के विरोध में नक्सलियों ने मंगलवार की रात 12 बजे से 24 घंटे के बंद का आहवान किया है। इसके बाद से ही पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है और जनजीवन थम सा गया है। ग़ौरतलब है कि मतदान के दूसरे चरण के लिए इस इलाके से अर्धसैनिक बलों और अतिरिक्त सुरक्षा इंतज़ामों को मतदान वाले इलाकों में भेज दिया गया है। इसके चलते क़ानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है और रांची-पलामू हाईवे पर भी कोई वाहन दिखाई नहीं दे रहा है। नक्सलियों ने ट्रेन को अपने कब्ज़े में लेने की घटना के अलावा उन्टारी रेलवे स्टेशन पर हमला करके रेलवे पटरियाँ उड़ा दी हैं और आसपास की संपत्ति को नुकसान पहुँचाया है। चतरा ज़िले के मनातू कस्बे में भी एक हमले में नक्सलियों ने स्कूल भवन को ध्वस्त कर दिया है

संवेदनहीनता ने खून कर दिया रिश्तो का

लोगों की संवेदनशीलता गुम होती जा रही है और लोग अपनों के प्रति भी बेरहम होते जा रहे हैं। मुंबई में एक शख्स द्वारा अपने विकलांग बेटे और अपनी बीवी की हत्या का मामला सामने आया है। आरोप है कि 35 साल के संजीव कुमार श्रीवास्तव ने अपने तीन साल के विकलांग बेटे और बीवी की हत्या कर दी है। एफआईआर के मुताबिक मानसिक रूप से विकलांग होने की वजह से संजीव अपने बेटे रुषभ को पसंद नहीं करते थे और उसे अडॉप्शन के लिए छोड़ना चाहते थे, जबकि पत्नी रितु इसका विरोध करती थी। मुंबई के काशीमीरा पुलिस स्टेशन के एसआई अजय आल्फे के मुताबिक, आर।के। फाउंडेशन के ट्रस्टी संजीव श्रीवास्तव ने पुलिस को बताया था कि वह 8 मार्च को डिनर से लौट रहे थे। अचानक वर्सोवा ब्रिज पर उनकी कार खराब हो गई। वह उतरकर गाड़ी चेक करने लगे और गाड़ी में पीछे बैठी उनकी पत्नी रितु भी बेटे रुषभ के साथ कार से उतर गई। देखते ही देखते रितु ने रुषभ के साथ पुल से नीचे छलांग लगा दी। संजीव ने कहा कि उन्होंने सहायता के लिए अवाज लगाई, पर कोई आदमी बचाने नहीं आया। पुलिस ने बताया कि संजीव के स्टेटमंट की जांच के बाद उसमें कई कमियां नज़र आईं। इसी बीच रितु के भाई पंकज भटनागर ने पुलिस में एफआईआर दायर संजीव पर आरोप लगाया कि उन्होंने ही रितु और रुषभ की हत्या की है। पंकज का कहना है कि रितु बार-बार उनसे कहती थी कि संजीव रुषभ को पंसद नहीं करते थे। पुलिस ने आईपीसी की धारा -302 के तहत संजीव को गिरफ्तार कर लिया है और वह 28 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में हैं। पुलिस को संजीव की चारों बहनों पर भी शक है। वह उनलोगों की भूमिका के बारे में जांच कर रही है।

Tuesday, April 21, 2009

एक दिन वह लडकी स्टेच्यू बन जाएगी

13 साल की शॉनी नैमक धीरे-धीरे स्टैचू में बदलती जा रही हैं और इसकी वजह एक बीमारी है। शॉनी के शरीर पर छोटी सी भी चोट से एक एक्स्ट्रा हड्डी बन जाती है। इस तरह पूरा का पूरा एक नया स्केलटन बनता जा रहा है।
लंदन में रहने वाली शॉनी को फाइब्रॉयडिस्लेप्सिया ऑरीफिकेंस प्रोग्रेसिवा नाम की बीमारी है। इसके चलते शॉनी अपने हाथों से अपना मुंह भी नहीं धो पाती है। यह ऐसी बीमारी है जिसमें मांसपेशियां हड्डियों में बदल जाती हैं। इसका कोई इलाज भी नहीं है। शॉनी की बाजुएं मुड़ी हुई अवस्था में ही जम चुकी हैं। उनकी गर्दन और पीठ भी अकड़ चुकी है। शॉनी के परिवार में उनकी मां और दोनों बहनें पूरी तरह ठीक हैं। वह कहती हैं कि लोगों को पता है कि मुझे किसी भी तरह की चोट नहीं लगनी चाहिए, इसलिए मेरे दोस्त मुझे भीड़ में बचाते हुए चलते हैं। वह भीड़ से बचने के लिए क्लास से पांच मिनट पहले निकल जाती हैं। शॉनी की इस बीमारी का पता पिछले साल चला। दुनियाभर में 600 लोग इस बीमारी से ग्रस्त हैं। फिलहाल इसके इलाज के लिए सिर्फ रिसर्च ही हो रही है। NBT

पहल अमेरिकन लडकी ने की थी : सोनी

टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज ( TISS) गर्ल रेप कांड में आरोपी विन्रम सोनी ने कहा है कि लड़की ने इस मामले में पहल की थी। विन्रम ने दावा किया है कि उसने लड़की को सिर्फ किस किया था और उसके बाद वह सोने चला गया था। सोमवार को सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी देनेवाले विन्रम ने मीडिया से कहा, 'जब मैं अपने दोस्त कुंदन के अंधेरी स्थित घर में आराम करने के लिए पहुंचा, तभी उस लड़की ने पहल की और किस लेने को कहा। मैंने उस लड़की को सिर्फ किस किया और उसके बाद सोने चला गया। इसके बाद वहां क्या हुआ इसकी जानकारी मुझे नहीं है और मुझे यह भी मालूम नहीं है कि मेरे दोस्तों ने उस लड़की के साथ क्या किया।' सोनी ने कहा कि उनके पास उस रात की कुछ तस्वीरें भी हैं और समय आने पर वह कोर्ट के सामने इन तस्वीरों को पेश करेंगे। गौरतलब है कि TISS की एक अमेरिकी स्टूडंट का 12 अप्रैल को 6 लड़कों ने रेप कर दिया था। उसी केस में सोनी भी एक आरोपी है।

प्रभाकरण को दिया गया 24 घंटे का अल्टीमेटम समाप्त

श्रीलंकाई सेना द्वारा लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) प्रमुख प्रभाकरण को दिया गया 24 घंटे का अल्टीमेटम आज दोपहर 12 बजे समाप्त हो जाएगा। श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे ने लिट्टे को सोमवार को चेतावनी जारी की थी कि तमिल विद्रोही 24 घंटे के अंदर आत्मसमर्पण करें नहीं तो उनके खिलाफ सेना अंतिम और निर्णायक हमला बोल देगी। यह समय सीमा मंगलवार दोपहर 12 बजे समाप्त हो जाएगी। गौरतलब है कि श्रीलंकाई सेना ने लिट्टे के कब्जे वाले अंतिम जिले को भी पूरी तरह घेर लिया है और प्रभाकरण के बारे में कोई सूचना नहीं है।इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पूर्वोत्तर श्रीलंका में तमिल विद्रोही संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के नियंत्रण वाले क्षेत्र से लगभग 35,000 नागरिकों के सुरक्षित निकलने पर खुशी जाहिर की है। समाचार एजेंसी ‘डीपीए’ के अनुसार मून ने कहा कि भले ही लिट्टे के नियंत्रण वाले क्षेत्र से 35,000 नागरिक सुरक्षित भाग निकले हैं, लेकिन अभी भी जो फंसे हुए हैं, उनके बारे वह चिंतित हैं। मून ने कहा कि अब संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों को संघर्ष क्षेत्र प्रवेश की अनुमति मिलनी चाहिए ताकि लोगों की सहायता की जा सके। श्रीलंका सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर उदय नानायाक्कारा ने सोमवार को कहा था कि लिट्टे के नियंत्रण वाले क्षेत्र से लगभग 35,000 नागरिक सुरक्षित बच निकलने में सफल रहे हैं। दूसरी ओर रक्षा मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में कहा था कि सोमवार सुबह नागरिकों को निकलने से रोकने के लिए लिट्टे ने एक आत्मघाती हमला भी किया था, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत 17 लोग मारे गए थे।

Saturday, April 18, 2009

अवैध संबंधों के आरोप में खुले आम गोलियों से भून दिया

पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर इलाके में तालिबानी आतंकवादियों ने अवैध संबंधों के आरोप में एक पुरुष और एक महिला को खुले आम गोलियों से भून दिया। इस स्तब्ध कर देने वाली घटना के फुटेज शुक्रवार को पाकिस्तानी मीडिया संस्थाओं को उपलब्ध कराए गए। यह घटना सीमा से सटे ओराकाजी कबायली इलाके में कुछ दिन पहले की है। डॉन न्यूज चैनल द्वारा प्रसारित इस फुटेज में तालिबान को करीब 40 साल के एक पुरुष और करीब 45 साल की एक महिला को उनके परिजनों और भारी भीड़ की मौजूदगी में गोली मारते हुए दिखाया गया है। इसमें महिला को यह गुहार लगाते हुए दिखाया गया है कि मुझ पर रहम करें। मुझ पर लगाए गए आरोप गलत हैं और मैंने किसी व्यक्ति को कभी छुआ तक नहीं है। आतंकवादियों ने पहले महिला की छाती पर 2 गोलियां चलाईं और बाद में एके47 से महिला और पुरुष दोनों को गोलियों से भून दिया गया। इसके बाद महिला को सांस लेते दिखाया गया, जिसके बाद तालिबान चिल्लाने लगे, उसे मार डालो, उसे मार डालो।

मेंढक को बचाने के फेर में गई नौकरी

जानवरों से प्यार करना अच्छी बात है, लेकिन फ्रांस की एक बस ड्राइवर को इसकी कीमत अपनी नौकरी से चुकानी पड़ी। हुआ यह कि बस ड्राइवर क्रिस्टीना अपने पैसिंजरों को लेकर रोज की तरह जा रही थीं कि उन्हें रोड पर एक मेंढक दिखाई दिया। बजाय उसके ऊपर से बस निकालने के क्रिस्टीना ने बस रोकी और बस से उतर कर उस मेंढक को एक डिब्बे में रखकर सड़क के किनारे सुरक्षित छोड़ दिया। क्रिस्टीना तो यह नेक काम करके भूल गईं लेकिन उनकी डबल डैकर बस का एक मुसाफिर इसे नहीं भूला। बस रुकने के उसने मैनिजमंट से क्रिस्टीना की शिकायत की। क्रिस्टीना ने भी साफ कह दिया कि वह मेंढक पर बस नहीं चढ़ा सकती थीं। नतीजा, 13 साल की उनकी नौकरी से पल भर में छुट्टी हो गई।

हार्ट अटैक के बाद भी जन्म दिए बच्चे

मेडिकल जगत में ऐसा अब तक नहीं देखा गया। 38 साल की एक महिला ने हार्ट अटैक से गुजरने के कुछ देर बाद दो स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया। नीना वेयर नाम की इस महिला को जिस दिन बच्चों को जन्म देना था , उसी दिन उन्हें अपने घर में जबर्दस्त हार्ट अटैक हुआ और उन्हें हॉस्पिटल लाया गया। नीना के जीने के चांस डॉक्टरों ने सिर्फ 7 फीसदी बताए थे। केंब्रिज के पापवर्थ हॉस्पिटल में नीना को उनके पति ने अलविदा तक कह दिया था। लेकिन वेयर ने जिंदगी को अद्भुत साबित करते हुए एवि और एल्फी को जन्म दिया। उनकी डिलवरी सिजेरियन ऑपरेशन से हुई। नीना ने कहा कि मैंने उन्हें अपने पति को अलविदा कहने के लिए अंदर लाते देखा , तो मैं सोच रही थी कि मरना ही है तो भी मैं शांत रहूंगी। नीना ने कहा कि जब मैं बेहोशी से बाहर निकली , तो मैं बोल नहीं पा रही थी , लेकिन मैं नर्स से इशारों में कह रही थी मुझे अपने बचने का विश्वास नहीं हो रहा है। मुझे नहीं लगता , नर्स को मेरी बात समझ आई होगी।

Thursday, April 16, 2009

जूतन उडत देख कर नेता करे पुकार



जूतन उडत देख कर नेता करे पुकार


आडवाणी चिदम्बर पर पड गए आज किसकी बार

संसदीय समिति ने सेक्स शिक्षा की शुरुआत का विरोध किया

स्कूलों में सेक्स शिक्षा की शुरुआत का एक संसदीय समिति ने विरोध किया है। इस समिति ने सलाह दी है कि बायॉलजी के सिलेबस में उचित चैप्टर जोड़ दिए जाएं। यह काम भी प्लस टू से पहले नहीं होना चाहिए। पिटिशंस पर बनी राज्यसभा की समिति ने कहा है कि स्कूलों में सेक्स शिक्षा नहीं होनी चाहिए। बीजेपी नेता वेंकैया नायडू की अध्यक्षता वाली समिति के मुताबिक, स्कूली बच्चों को यह बात उचित ढंग से बताई जानी चाहिए कि शादी से पहले सेक्स संबंध नहीं होने चाहिए, क्योंकि यह अनैतिक और अस्वस्थ है। छात्रों को इस बात के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए कि वैवाहिक संबंधों से अलग हटकर सेक्स सामाजिक मर्यादाओं के खिलाफ है। समिति ने सुझाव दिया है कि उम्र के मुताबिक वैज्ञानिक ढंग से
स्वास्थ्य शिक्षा, नैतिक शिक्षा, व्यक्तित्व विकास और चरित्र निर्माण के लिए उचित पाठ्यक्रम तैयार किया जाना चाहिए। हायर क्लास में एचआईवी/एड्ज के बारे में उचित चैप्टर बायॉलजी के सिलेबस में जोड़ा जाना चाहिए। कमिटी ने कहा है कि 'किशोरावस्था में शारीरिक और मानसिक विकास' और 'एचआईवी/एड्ज और सेक्स संचारित अन्य रोग' जैसे चैप्टर हटाकर इन्हें टेन प्लस टू स्टेज में जोड़ा जाना चाहिए। नया सिलेबस सभी स्कूलों में लागू करने से पहले मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में सहमति के लिए पेश किया जाना चाहिए।

तालिबान ने पाक में सिखों से वसूला जजिया

पाकिस्तान में सिख समुदाय को घर वापसी और फिर से कारोबार शुरू करने के लिए बतौर 'जजिया' तालिबान को दो करोड़ रुपये अदा करना पड़े हैं। स्थानीय समाचार पत्र 'डेली टाइम्स' के मुताबिक अल्पसंख्यक सिख समुदाय ने बुधवार को तालिबान की मांग पूरी कर दी ताकि वे संघीय शासित कबायली इलाके में ओराकजई एजंसी में सकुशल लौट सकें। तालिबान ने सिख नेता सरदार सैवांग सिंह को छोड़ दिया है और सिख समुदाय के लोगों के घरों को खाली कर दिया है। इसके साथ ही तालिबान ने यह भी ऐलान किया है कि सिख इलाके में कहीं भी रहने को आजाद हैं। एक अधिकारी ने बताया, ''तालिबानियों ने यह कहते हुए सिख समुदाय को सुरक्षा देने का ऐलान किया है कि जजिया अदा करने के बाद उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। अब सिख ओराकजई एजंसी में लौट सकेंगे और अपना कारोबार आरंभ कर सकेंगे। ''

Wednesday, April 15, 2009

अमेरिका की छात्रा से गैंगरेप

मुंबई के मशहूर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) में पढ़नेवाली विदेशी छात्रा के साथ गैंग रेप का मामला सामने आया है। अमेरिका की रहनेवाली इस 23 साल की छात्रा ने 6 लोगों ने गैंगरेप किया। खबर है कि TISS में पढ़नेवाली एक विदेशी छात्रा के साथ 6 लोगों ने गैंगरेप किया है। इस छात्रा की उम्र 23 साल बताई जा रही है। पुलिस ने भी इस घटना की पुष्टि की है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस इस मामले के आरोपियों की तलाश में जुट गई है। इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।

--------बिस्तर में हरगिज नहीं

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्पष्ट कर दिया है कि लंबे इंतजार के बाद मंगलवार को वाइट हाउस रहने पहुंचा कुत्ता बो ओवल ऑफिस तक तो आ सकता है लेकिन उनके बिस्तर में हरगिज नहीं। वाइट हाउस में बो के दाखिल होते ही क्षण भर के लिए तो सभी लोग आर्थिक संकट या पाकिस्तान के हालात को भूल ही गए और बो से दिल बहलाने लगे। एक संवाददाता ने ओबामा से जानना चाहा कि क्या बो को भी पूर्व राष्ट्रपति जार्ज बुश के कुत्ते बार्नी, जो बेधड़क ओवल ऑफिस चला आता था, जैसे विशेषाधिकार हासिल होंगे। ओबामा ने कहा, 'क्यों नहीं।' संवाददाता ने ओबामा से पूछा, 'क्या वह बिस्तर पर सोएगा?' ओबामा ने कहा, 'मेरे बिस्तर में नहीं।' ओबामा ने कहा, 'हम सभी बो को बारी-बारी घुमाने ले जाएंगे। हम जिम्मेदार स्वामी बनने की कोशिश कर रहे हैं।' ओबामा ने संवाददाताओं से चुटकी लेते हुए कहा, 'आखिरकार मुझे एक मित्र मिल गया।' ओबामा ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए हुए प्रचार के दौरान अपनी पुत्रियों से वादा किया था कि चुनाव जीतने पर उनके परिवार के सदस्यों के साथ उनका कुत्ता भी वाइट हाउस रहने जाएगा।

एक-दूसरे में ही खोए हुए थे ड्राइवर और लड़की

नॉर्वे में जब पुलिस ने एक कार को सड़क पर तेज़ स्पीड में इधर-उधर डोलते देखा, तो उसका पीछा किया। स्पीड लिमिट से 20 मील (32 किलोमीटर) प्रति घंटा ज्यादा की स्पीड में दौड़ रही इस कार के पास जब पुलिस की गाड़ी पहुंची, तो पुलिसवाले हैरान रह गए। ड्राइवर की गोद में एक लड़की बैठी थी और दोनों एक-दूसरे में ही खोए हुए थे। पहले तो पुलिस ने उसकी हाई-स्पीड के प्रूफ के लिए रिकॉर्डिन्ग की और फिर उन्हें रुकवाया। लड़के की उम्र 28 साल थी। पुलिस का कहना है कि उसकी सजा अगले हफ्ते तय की जाएगी। उस पर तगड़ा जुर्माना लगाया जा सकता है। उसकी ड्राइविंग पर बैन भी हो सकता है। सुपरिंटेंडंट टोर स्टेन हेगन ने कहा कि हाइ-वे पर इस तरह की हरकतें बेहद खतरनाक हो सकती हैं, इसके बावजूद लोग ऐसा क्यों करते हैं, मुझे समझ नहीं आता। वैसे पुलिस ने लड़की को छोड़ दिया और उसे गाड़ी ड्राइव करके अपने बॉयफ्रेंड के साथ घर जाने की इजाजत दे दी गई।

Monday, April 13, 2009

निष्काम मुहब्बत में दिमाग के काम करते सात हिस्से।

सदियों से लोग इस बात पर ताज्जुब करते रहे हैं कि कोई किसी अनजान व्यक्ति के लिए क्यों मर मिटने तक को तैयार हो जाता है। क्यों कोई नौजवान ऐसी लड़की के प्रति आकर्षित हो जाता है, जिसे वह जानता तक नहीं? बदले में कुछ पाने की इच्छा के बगैर क्यों उसके दिल में दूसरे के लिए बेपनाह प्यार पैदा हो जाता है? अक्सर हमें किसी से इतना लगाव हो जाता है कि हम बिना उससे कुछ पाने की चाहत के भी उसकी पूरी केयर करते हैं, उसकी देखभाल करते हैं। इस निष्काम मुहब्बत का राज क्या है? अब वैज्ञानिकों ने इसका जवाब ढूंढ लिया है। ऐसी भावना हमारे दिमाग के सात अलग-अलग हिस्सों की एकसाथ एक्टिव होने से पैदा होती है। प्यार के इस सर्वोच्च स्वरूप में कोई व्यक्ति किसी ऐसे इंसान के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता है, जिससे उसका कोई खून का रिश्ता भी नहीं होता और बदले में कुछ पाने की चाहत भी पैदा नहीं होती। मॉन्ट्रियाल यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर रिसर्च इनटू न्यूरोफिजियॉलजी ऐंड कॉग्निशन की प्रफेसर मारियो बियोरिगार्ड की टीम ने पता लगाया कि रोमांटिक लव में दिमाग के सिर्फ तीन हिस्से काम करते हैं जबकि निष्काम मुहब्बत में सात हिस्से। कभी-कभार रोमांटिक या सेक्सुअल लव इस पर थोड़ा-बहुत हावी हो सकता है, लेकिन वह असली प्यार को डिगा नहीं पाता। इसका पता लगाने के लिए प्रो. मारिया ने ऐसे लोगों को चुना, जो उन लोगों की देखभाल और सेवा करते थे जिन्हें पढ़ने-लिखने में दिक्कत होती थी। उन्हें पैसे काफी कम मिलते थे, लेकिन फिर भी उनका प्यार कम नहीं होता था। इन लोगों के दिमाग की एमआरआई (मैग्नेटिक रिसॉनेंस इमेजिंग) से पता लगा कि उनके दिमाग के सात हिस्से से ये निष्काम भावनाएं पैदा होती हैं। इनमें से तीन वे हिस्से थे, जो रोमांटिक लव के लिए जिम्मेदार थे। प्रो. मारिया ने देखा कि निष्काम प्रेम की भावना आते ही दिमाग के कुछ हिस्से एक्टिव हो गए और उन्होंने डोपामाइन नाम का केमिकल रिलीज करना शुरू कर दिया। यह केमिकल हमें आनंद, खुशी, बदले में कुछ पाने की चाहत जैसी भावनाओं को पैदा करता है। इससे नतीजा निकाला गया कि निष्काम प्रेम में समर्पण की भावना गहरे भावनात्मक संबंध बनाने में मदद करती है। ऐसे ही अटूट रिश्ते की बदौलत मानव जाति इतनी विकसित हो पाई है। वैज्ञानिक निष्काम मुहब्बत का राज खोलने के लिए इसलिए भी बेताब थे क्योंकि अपने सगे-संबंधियों के प्रति प्यार तो हर किसी को होता है। खासकर पति/पत्नी या बच्चे, जिनके जरिए हमारे जीन अगली पीढ़ी तक पहुंचते हैं। लेकिन उस प्यार की वजह क्या है, जिसमें बिना बदले में कुछ पाने की इच्छा के व्यक्ति को दूसरे से लगाव हो जाता है? अब इस राज से पर्दा उठ गया है। NBT

मोटर साइकल पर दमकल

राष्ट्रीय राजधानी में अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों को देखते हुए दिल्ली दमकल सेवा ने त्वरित कार्रवाई के लिए मोटर साइकल पर उपकरणों से सजे नए प्रकार की टु वीलर दमकल गाड़ियां पेश की है। इन लाल रंग की इनफील्ड मोटर साइकल में तमाम उपकरण होंगे और पीठ पर लटकाए जाने वाले पानी के थैले होंगे। घटना स्थल पर तुरंत पहुंचने के लिए इन्हें शहर के विभिन्न इलाकों में तैनात किया जाएगा। मुख्य दमकल अधिकारी आर. सी. शर्मा ने बताया कि यह पानी के पंप से पानी का तेज छिड़काव करेगा और इसे एक व्यक्ति द्वारा चलाया और लाया ले जाया जा सकेगा। यह आग को तेजी से बुदेगा और इसके जरिये आग पर तीव्रता ने नियंत्रण पाया जा सकेगा।

सैमसन ओबामा को ब्रिटेन ने कर दियावीसा देने से इनकार

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के सौतेले भाई सैमसन ओबामा को ब्रिटेन ने वीसा देने से इनकार कर दिया। वह एक सेक्स स्कैंडल में शामिल थे और इस बारे में उन्होंने झूठ बोला था। सैमसन, बराक ओबामा के पिता बराक सीनियर की पहली पत्नी के बेटे हैं। बराक ओबामा दूसरी पत्नी से पैदा संतान हैं। सैमसन 41 साल के हैं जबकि बराक ओबामा 47 साल के हैं। सैमसन की मां ब्रिटेन के बर्कशर में रहती हैं। सैमसन अपनी मां के पास वहां रहने गए थे। नवंबर में सेक्स स्कैंडल हुआ। इस बारे में सैमसन पर आरोप लगा। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने इस आरोप से इनकार किया और अपना नाम हेनरी एलू बताया। खैर, पुलिस ने उसका डीएनए, फिंगरप्रिंट और फोटोग्राफ ले लिए। इसके बाद सैमसन केन्या चले गए। अब वह फिर अपनी मां के पास ब्रिटेन आना चाहते थे। उन्होंने अपने नाम से टूरिस्ट वीसा की मांग की। मगर ब्रिटेन की पुलिस ने जब उसके डीएनए आदि का मिलान किया तो वह हेनरी से मेल खा गया। साफ था कि उसने ब्रिटिश पुलिस से नवंबर में सेक्स स्कैंडल के बारे में झूठ बोला था। इसलिए अधिकारियों ने उन्हें वीसा देने से इनकार कर दिया। सैमसन ने दावा किया कि उनका पासपोर्ट चुरा लिया गया था और नैरोबी में उनका व्यापार है। लेकिन पिछली रात इसका भी खुलासा हो गया कि उसके द्वारा इस बारे में दिए गए कागजात भी फर्जी थे। इस प्रकरण से बराक ओबामा की बड़ी किरकरी होगी। ओबामा ने अपने इस सौतेले भाई को जनवरी में शपथ ग्रहण के दौरान वाइट हाउस आने की इजाजत दी थी।

पंचायत ने कर दिया दूध का दूध

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बलात्कार के बाद गर्भवती हुई एक लड़की की शादी पंचायत के आदेश पर बलात्कारी से ही करा दी गई। मथुरा गांव में पंचायत ने बलात्कार पीड़िता एक 20 वर्षीय गर्भवती युवती को बलात्कारी से शादी करने का फरमान सुनाया। इसके बाद पिछले दिनों दोनों की शादी हो गई। पंचायत ने बलात्कारी को रिहा करते हुए पीड़िता को उसकी बीवी घोषित कर दिया। जिला पुलिस मुख्यालय पर मिली सूचना के आधार पर तीन दिन पहले मथुरा गांव की पंचायत के आदेश पर बलात्कार की शिकार विमला (परिवर्तित नाम) की शादी मुकेश (बदला हुआ नाम)के साथ कराई गई। इसके बाद छह महीने की गर्भवती युवती को आरोपी के साथ विदा कर दिया गया। जानकारी के अनुसार छह महीने पहले विमला बेहड़ा से अपनी बहन के पास मथुरा आई थी। वहां बहन के देवर ने उसके साथ बलात्कार किया। सीमा की बड़ी बहन ने मामले को रफा-दफा करने के मकसद से उसे वापस भेज दिया। विमला के छह माह के गर्भ की जानकारी जब उसके परिवार को लगी, तो मामला पंचायत तक पहुंचा। इसके बाद पंचों ने आरोपी को इस शर्त पर छोड़ना स्वीकार किया कि वह विमला से शादी कर ले। पंचों के दबाव के आगे दोनों पक्ष शादी के लिए राजी हो गए। इसके बाद 10 अप्रैल को दोनों की शादी करा दी गई।

सांसद के टिकट की जुगत में महिला


वरूण का भाषण


अमीर और गरीब प्रत्याशी

अश्विनी पाठक पेशे से इस वकील ने लोकतंत्र के लिए मिसाल पेश की है। मात्र 339 रुपये की संपत्ति के मालिक ने करोड़पतियों से लोहा लेने की ठानी है। उन्हें यह भी मालूम है कि महीने भर की कैंपेनिंग के बाद उनके लिए रोटी तक के लाले पड़ जाएंगे। जी हां, महानगरी मुंबई इस चुनाव में रेकॉर्ड पर रेकॉर्ड बना रही है। देश का सबसे अमीर कैंडिडेट (अब तक) मुंबई का है तो अब तक के सबसे गरीब कैंडिडेट पाठक भी यहीं से ही हैं! गोरखपुर में जन्मे पाठक मुंबई हाई कोर्ट में बरसों से प्रैक्टिस कर रहे हैं, लेकिन महीने में पांच हजार ही कमाते हैं। कहते हैं, सारा पैसा खुद को ढोने में खर्च हो जाता है। उनके पास न तो घर है, न ही फिक्स्ड डिपॉजिट। बैंक में 10 हजार 339 रुपये जमा थे। जमानत राशि के 10 हजार रुपये देने के बाद 339 रुपये बचे हैं। वह मुंबई सेंट्रल से राष्ट्रीय महाजन शक्ति दल के कैंडिडेट हैं। मुकाबला है कांग्रेस के लखपति एकनाथ गायकवाड़ और शिव सेना के करोड़पति सुरेश गंभीर से। पाठक को यकीन है कि उन्हें कम से कम एक लाख वोट मिलेंगे और वह चुनाव जीतेंगे। वह कहते हैं, 'वकील दोस्तों का पूरा समर्थन है। मैं लोगों को फ्री कानूनी सहायता देता था। मेरे सामाजिक कामों से भी जीतने में मदद मिलेगी। वैसे पाठक के पास न तो क्षेत्र के लिए कोई एजेंडा और न ही कैंपेनिंग के लिए पैसा। लेकिन वह गरीबी और भ्रष्टाचार हटाने की बात करते हैं। पैसे न होने की वजह से वह प्रचार एसएमएस से करेंगे। उनके दोस्त एसएमएस कर रहे हैं। लेकिन चुनाव के बाद के हालात पाठक को ज्यादा परेशान कर रहे हैं। अगर उन्होंने विजेता कैंडिडेट के मतों का 10 फीसदी हासिल नहीं किया तो जमानत राशि भी डूब जाएगी। कर्नाटक के बिडार से बीजेपी के प्रत्याशी गुरुपडप्पा नागामारापिल्लै नागारामापिल्लै पांच बार विधायक बन चुके हैं। इस दौरान वह चार बार मंत्री भी रहे। लोकसभा का टिकिट पाने के लिए वह हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए। उनकी कई फैक्ट्रियां है। बेलगाम में तो उनकी शुगर फैक्ट्री भी है। नागारामापिल्लै मोबाइल के खासे शौकीन हैं। उनके पास अमेरिका में बनवाया गया खास मोबाइल है। इसे सोने से बनवाया गया है। इसकी कीमत 15 लाख रुपये है। यही नहीं उनके पास रोलैक्स की डायमंड वॉच भी है। यह करीब 5 लाख रुपये की है। उनकी शानौशौकत का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि उनके कुर्ते के बटन भी सोने के हैं। और उनका बेडरूम... आप उसे शीशमहल कहेंगे। पूरे बेडरूम में शीशे लगे हुए हैं। जब नागारामापिल्लै से इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें बचपन से ही इसका शौक है। उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री धर्म सिंह कहते हैं कि वह एक शोमैन हैं और हमेशा यही पसंद करते रहे हैं।

किंग खान ने पूरे घर को आधुनिक सुरक्षा के इंतजाम करवा दिया

देश में बढ़ रहे आतंकी कहर ने लोगों को अपनी सुरक्षा के इंतजाम खुद करने पर मजबूर कर दिया है। इस डर से फिल्मी सितारे भी अछूते नहीं है। बॉलीवुड के सुपरस्टार किंग खान ने खुद की और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए अपने पूरे बंगले को बुलेट प्रूफ करवा लिया है। साथ ही कई ऐसे उपकरण भी लगवाए जो सुरक्षा के दृष्टि से काफी जरूरी है। एक बेहतरीन अभिनेता के तौर पर तो शाहरूख को सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है शाहरूख बहुत अच्छे पिता और पति भी हैं। वो अपने परिवार का बहुत ख्याल रखते हैं खासतौर पर उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने बंगले ‘मन्नत’ में इन दिनों बेहद आधुनिक सुरक्षा के इंतजाम करवाए हैं। सुरक्षा के लिहाज से शाहरूख ने अपने बंगले मन्नत में खास इंतजाम करवाए हैं। जहां वीआईपी लोगों की गाड़ियां बुलेट प्रूफ होती हैं वहीं शाहरूख ने अपने पूरे घर को ही बुलेट प्रूफ करवा दिया है और घर की सभी खिड़कियों पर बुलेट प्रूफ शीशे लगवा दिए हैं। यही नहीं इन शीशे को खासतौर पर जर्मनी से मंगवाया गया है। शाहरूख सिर्फ इतने से ही संतुष्ट नहीं थे उन्होंने अपने घर की लिफ्ट में खासतौर पर ऐसे उपकरण लगवाएं हैं जिससे लिफ्ट के दरवाजे तभी खुंलेगे जबकि खुद वो या उनके परिवार का कोई सदस्य ऐसा चाहें। यही नहीं शाहरूख के जानकारों और मेहमानों के लिए भी उनसे मिलना इतना आसान नहीं है। शाहरूख ने एक खास सुरक्षा गार्ड रखा हुआ है जो मेहमान को शाहरूख के बंगले के अंदर तक लेकर जाता है, जिसके लिए शाहरूख ने गार्ड को एक स्‍वीप कार्ड दे रखा है जिसे लगा कर ही लिफ्ट के जरिए वो मेहमानों को मन्नत में लेकर जाता है। शाहरूख को शूटिंग के लिए आए दिन घर से बाहर जाना ही पड़ता है तो ऐसे में वो किसी भी तरह का जोखिम लेना नहीं चाहते थे। इसलिए उन्होंने मन्नत को पूरी तरह बुलेट प्रूफ करा दिया ताकि उनकी गैर-मौजूदगी में भी उनका परिवार पूरी तरह से सुरक्षित रहे।

धारा 370 से हटाए जाने और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण : गुलाम नबी आजाद

हाल ही में बीजेपी में शामिल होने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के भाई ने कहा है कि बाबरी मस्जिद का निर्माण एक मंदिर को तोड़कर किया गया था। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी धारा 370 से हटाए जाने और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की मांग करती है। गुलाम अली आजाद ने कहा कि, 'मैं जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने की पार्टी के मत और राम मंदिर पर उसके नजरिए का पूरा समर्थन करता हूं।' राम मंदिर के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अली ने कहा मस्जिद का कभी अस्तित्व था ही नहीं और इसे हमलावर बाबर ने एक मंदिर को तोड़कर बनाया था। उन्होंने कहा कि इस्लाम विवादित जगह पर नमाज अता करने की इजाजत नहीं देता इसलिए मुसलमानों को पारस्परिक सहमति से विवादित स्थल पर मंदिर निर्माण होने देना चाहिए। हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए गुलाम अली आजाद ने कहा कि बाबर एक हमलावर था और हम उसे किसी भी तरह मुसलमानों के नेता के रूप में महिमामंडित नहीं कर सकते। आजाद ने कहा, 'जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटा दी जाती है और देश के अन्य भागों के लोगों या उद्योगों को राज्य में अनुमति मिलती है तो मुझे इसमें कोई नुकसान दिखाई नहीं देता।' अली ने दावा किया कि बीजेपी की विचारधारा और नजरिए ने उन्हें इस पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।

Sunday, April 12, 2009

वर्ल्ड रेकॉर्ड के लिए 69 घंटे 49 मिनट टीवी देखना चाहते हैं

ग्रेटर नोएडा के नॉलिज पार्क स्थित गलगोटिया कॉलिज में पढ़ाने वाले एक प्रफेसर को गीनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में नाम दर्ज कराने का जुनून सवार है। वह दुनिया में सबसे ज्यादा देर तक टीवी देखना चाहते हैं। इसके लिए वह बाकायदा गीनिज बुक के दफ्तर से परमीशन लेकर सारी कागजी कार्यवाही पूरी कर चुके हैं। रविवार सुबह से वह रेकॉर्ड बनाने के लिए टीवी के सामने बैठेंगे। उन्हें वॉच करने के लिए चौबीसों घंटे दो ऑब्जर्वर और दो डॉक्टर मौजूद रहेंगे। प्रफेसर रीतेश गुप्ता को बचपन से ही लीक से हटकर कुछ करने का शौक रहा है, लेकिन उन्हें अब तक कोई मौका नहीं मिला था। फिर एक दिन उन्होंने इंटरनेट पर गीनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड की साइट खोलकर देखा। इसके बाद उनके ऊपर जुनून सवार हो गया। उन्होंने दुनिया में सबसे ज्यादा देर तक टीवी देखने का मन बनाया। फिलहाल यह रेकॉर्ड कनाडा के सुरेश जोयचिम के नाम है। उन्होंने वर्ष 2005 में लगातार 69 घंटे 49 मिनट टीवी देखकर रेकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। रीतेश ने बताया कि टीवी वॉचिंग मैराथन के लिए उन्हें गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड की ओर से 15 दिसंबर 2008 में ही परमीशन मिल गया था। रेकॉर्ड बनाने के लिए उन्होंने ग्रेटर नोएडा के नॉलिज पार्क स्थित शारदा अस्पताल को चुना है। दरअसल गीनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए कुछ शर्तें हैं। शर्त के मुताबिक टीवी वॉचिंग मैराथन अपने आवास पर नहीं किया जा सकता। यह किसी पब्लिक प्लेस पर होना चाहिए। प्रतिभागी के साथ दो डॉक्टर और दो ऑब्जर्बर का होना अनिवार्य है। ऑब्जर्बर प्रतिभागी का रिश्तेदार नहीं होना चाहिए। मैराथन रविवार सुबह छह बजे से शुरू होगा। ग्रेटर नोएडा के ही प्रमोद चौधरी और तरुण सिंह को ऑर्ब्जबर के लिए गीनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड के ऑफिस से परमीशन मिल चुका है। अस्पताल के दो डॉक्टर चार-चार घंटे पर चेकअप करेंगे।

प्रमोद महाजन को दोहरे चरित्र का आदमी : प्रवीण महाजन

अपने भाई और बीजेपी नेता प्रमोद महाजन की हत्या के मामले में नासिक सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे प्रवीण महाजन एक किताब के जरिए सनसनी फैलाने वाले हैं। उन्होंने अपनी किताब में प्रमोद महाजन को दोहरे चरित्र का आदमी बताते हुए उनके निजी जीवन से लेकर सत्ता के गलियारे तक के सफर पर खूब कीचड़ उछाला है। अंग्रेजी और मराठी भाषा में आनेवाली इस सनसनीखेज किताब 'माझा ऐल्बम' (माई ऐल्बम) में प्रवीण ने लिखा है कि उनके भाई सत्ता, पैसा और महिलाओं के भूखे थे। प्रवीण ने अपने किताब में दावा किया है कि उनके भाई के ऐक्स्ट्रा मैरिटल रिलेशन थे। प्रवीण ने इस किताब में बताया है कि 1992 में प्रमोद के परिवार के एक सदस्य ने उन्हें बताया था कि वह एक महिला के साथ यूरोप और अमेरीका की यात्रा पर गए हैं। प्रवीण ने इस किताब में लिखा है कि प्रमोद के कई दूतावासों से बहुत अच्छे संबंध थे। इसके चलते वह बार-बार विदेश जाते थे। और, वहां पर जो वह करते थे उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उनके मुताबिकत प्रमोद महाजन के परिवार ने इसकी शिकायत बीजेपी के एक बड़े नेता से भी की थी। किताब के मुताबिक, प्रमोद बाहर से वह कुछ और दिखते थे और अंदर से कुछ और थे। वह दोहरे चरित्र वाले थे। प्रवीण महाजन ने लिखा है कि प्रमोद एक अहंकारी व्यक्ति थे और बीजेपी के कार्यकर्ता इस बात को अच्छी तरह जानते थे। वह किसी भी व्यक्ति को बर्बाद करने की क्षमता रखते थे। उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि भले ही लोगों के सामने प्रमोद की छवि एक कुशल ऑर्गेनाइजर और पार्टी के लिए फंड जुटानेवाले की थी, पर दुनिया को असली प्रमोद के बारे में कम ही पता था। किताब के मुताबिक प्रमोद पार्टी फंड का दुरुपयोग करते थे और उसका उपयोग अपना हित साधने के लिए करते थे। किताब में प्रवीण ने आरोप लगाया है कि प्रमोद मुंबई के वर्ली स्थित पूर्णा बिल्डिंग के फ्लैट नंबर-1201में प्रमोद अपने काली करतूतों को अंजाम देते थे। बीजेपी महासचिव गोपीनाथ मुंडे ने इस किताब के अंश पर सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर यह जेल से कैसे बाहर आई? इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि यह प्रमोद महाजन को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा लगता है। NBT

एमएलए फ्लैट में हो रहा था देह व्यापार

हरियाणा के गुड़गांव में सीआईए ईस्ट पुलिस ने शुक्रवार देर रात सेक्टर-28 स्थित एमएलए फ्लैट्स के एक मकान में छापा मारकर देह व्यापार के आरोप में एक कॉल गर्ल सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह फ्लैट एक पूर्व मंत्री का बताया गया है। पुलिस ने शनिवार को सभी आरोपियों को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया। दो आरोपियों को जमानत मिल गई, जबकि कॉल गर्ल और 4 अन्य आरोपियों को जुडिशल कस्टडी में भोंडसी जेल भेज दिया गया। शुक्रवार देर रात करीब साढ़े बारह बजे सीआईए ईस्ट पुलिस को सूचना मिली कि सेक्टर-28 स्थित एमएलए फ्लैट्स में देह व्यापार हो रहा है। सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर ओमप्रकाश के नेतृत्व में एक टीम ने रात करीब डेढ़ बजे एलएलए फ्लैट्स की बिल्डिंग के मकान नंबर 103 में छापा मारा। यहां से बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली कॉल गर्ल माया (काल्पनिक नाम) के अलावा पंजाब के गोबिंदगढ़ निवासी दो युवकों को गिरफ्तार किया। दोनों का आपस में चाचा-भतीजा का रिश्ता भी बताया जाता है। पुलिस ने यहां से चार और लोगों को भी पकड़ा। इंस्पेक्टर ओमप्रकाश ने बताया कि कोर्ट में पेशी के बाद कॉल गर्ल के साथ मौजूद दोनों युवकों को जमानत मिल गई, जबकि कॉल गर्ल समेत बाकी लोगों को जुडिशल कस्टडी में जेल भेज दिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने ऑफ द रेकॉर्ड बताया कि जिस फ्लैट से कॉल गर्ल सहित 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, वह एक पूर्व मंत्री के नाम पर है।

Saturday, April 11, 2009

फंसे भी तो ऐसे फंसे की डॉक्टर याद आ गया

कामसूत्र के एक आसन में फंस जाने की वजह से एक कपल को अस्पताल जाना पड़ा और डॉक्टरों की मदद लेनी पड़ी। रूस एक काहुल्गा शहर में इवान स्कोलोव और वैलंटीन कामसूत्र के आसन डेक चेयर या इंद्राणी में फंस गए। दरअसल , पजिशन लेते ही महिला की मसल खिंच गई और वे बाहर नहीं निकल सके। पहले वे खुद निकलने के लिए एक घंटे तक कोशिश करते रहे , लेकिन असफल रहे। आखिरकार उन्होंने डॉक्टरों को फोन किया। 56 साल के इवान और 51 साल की वैलंटीना जब अस्पताल पहुंचे , तो उन्हें देखने के लिए भीड़ लग गई। डॉक्टरों ने बताया कि इवान इस हालत से निकलने के लिए इतने बेचैन थे कि उन्होंने खुद को झटके से खींच लिया। लेकिन वैलंटीना को इलाज की जरूरत पड़ी। इंद्राणी कामसूत्र के मुश्किल आसनों में से एक है। जानकारों के मुताबिक इसे करने के लिए महिला और पुरुष दोनों को शारीरिक रूप से पूरी तरह तंदुरुस्त होना चाहिए। इवान को कामसूत्र उनके एक दोस्त ने गिफ्ट की थी। वह पहली बार यह आसन ट्राई कर रहे थे।

विदेशों में यह भी होता है

ऑस्ट्रिया की एक अदालत ने एक 73 वर्षीय महिला को अपने बेटे को बेवजह परेशान करने का दोषी ठहराते हुए 476 डॉलर का जुर्माना लगाया है। मां का दोष सिर्फ इतना था कि उसने हालचाल जानने के लिए बेटे को प्रतिदिन 49 बार फोन किया। ऑस्ट्रिया के समाचार-पत्र ‘क्लीन जेटुंग’ के मुताबिक दक्षिणी आस्ट्रिया के क्लागेनफुर्ट शहर में रहने वाली इस मां ने अपने बालिग बेटे को प्रतिदिन 49 बार फोन करके उसका हाल-चाल जानना चाहा। अदालत के मुताबिक मां द्वारा अपने बेटे को परेशान करने का सिलसिला पिछले ढाई साल से चल रहा था। समाचार-पत्र ने मां के हवाले से लिखा है, “मैं सिर्फ अपने बेटे से बात करना चाहती थी”। अदालत में पेशी के दौरान उस मां ने यही दलील दी, लेकिन अदालत ने उसे दोषी करार देते हुए उस पर जुर्माना लगाने का फैसला सुनाया।

प्रधानमंत्री एक कमजोर आदमी : नरेन्द्र मोदी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद से निपटने में कमजोरी और मुस्लिम समर्थक रवैये के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर सीधा निशाना साधा है।मोदी ने शुक्रवार को यहां एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुम्बई के आतंकी हमले की सभी सीडी व अखबारों की कतरने लेकर सारा श्रेय लेने के लिए प्रधानमंत्री खुद अमेरिका गए थे। उन्होंने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री एक कमजोर आदमी हैं और ऐसी सरकार के मुखिया हैं जिसके पास दुनिया में पनपते आतंकवाद से निपटने की कोई योजना नहीं है”।उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में मुख्यमंत्रियों की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि दूसरों के मुकाबले इस देश पर मुसलमानों का पहला हक है। ऐसे बयानों से लगता है कि वह मुस्लिम तुष्टीकरण की दिशा में बहुत आगे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस देश में बिना किसी धर्म-जाति के गरीब का सबसे पहला हक है। मोदी ने बंगलादेशी घुसपैठियों को भारतीय नागरिकता देने सम्बन्धी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) नेता और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सिर्फ कुछ वोट के लिए यह काम देश और जनता के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को परिवारवाद में दिलचस्पी है और तथाकथित तीसरा मोर्चा और चौथा मोर्चा अवसरवादियों का समूह है। उन्होंने कहा कि जनता को भाजपा जैसी राष्ट्रवादी पार्टी या परिवारवाद व अवसरवादियों में से किसी को चुनना है। गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, “लालकृष्ण आडवाणी हमारे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं और यदि भाजपा केन्द्र की सत्ता में आती है तो मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि आतंकवाद खत्म किया जाएगा और विकास को प्राथमिकता दी जाएगी”। उत्तरप्रदेश के बेरोजगारी के मुद्दे पर मोदी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पर्याप्त जल सम्पदा और अनुकूल मौसम होने के बावजूद प्रदेश विकास की दौड़ में पीछे है।

Friday, April 10, 2009

गुलशन ग्रोवर को हरफनमौला टेपा की उपाधि

अंतरराष्ट्रीय मूर्ख दिवस पर उज्जैन में आयोजित कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी रंगमंच पर 39वें 'टेपा सम्मेलन' का आयोजन किया गया। इसमें आमंत्रित मशहूर हस्तियों पर प्रशस्ति वाचन करते हुए उन्हें विभिन्न उपाधियां दी गईं। संस्थापक अध्यक्ष डॉ. शिव शर्मा ने टेपा रिपोर्ट में कहा कि आज सबसे बड़ा राष्ट्रीय संकट है कि देश का पीएम कौन बनेगा। इसलिए हम टेपा पीएम की घोषणा कर रहे हैं जिसमें सभी पीएम होंगे। घोषणा पत्र जारी करते हुए डॉ. शर्मा ने मांग की कि हमारा एक अलग 'टेपुस्तान' होगा जिसकी राजधानी उज्जैन होगी। राष्ट्रीय पशु वैशाखनंदन तथा राष्ट्र पक्षी उल्लू होगा। अभिनेता गुलशन ग्रोवर पर प्रशस्तिवाचन करते हुए उन्हें 'बैड मैन' के नाम से मशहूर गुड मैन बताते हुए हरफनमौला टेपा की उपाधि प्रदान की गई।

आर्थिक मंदी में सेक्स क्लिनिक कारोबार में इजाफा

मंदी और अन्य बाजारों की उठापटक से बेपरवाह सेक्स क्लिनिकों और जवानी 'लौटाने' वाले नीम हकीमों का कारोबार बदस्तूर जारी है। न तो उनके विज्ञापनों में कमी आई है और न ही मरीजों की संख्या में। दिलचस्प बात यह भी देखने में आ रही है कि आर्थिक मंदी ने एक मायने में उनका कारोबार बढ़ाने का काम किया है। इस कारोबार पर मंदी का निगटिव असर नहीं हुआ है। आर्थिक मंदी और जॉब कट जैसी गतिविधियों के बीच सेक्स समस्याओं से जूझ रहे लोगों की तादाद में इजाफा ही देखने को मिला है। इन डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादा समय तक बेरोजगार रहने, वित्तीय चिंताओं और लंबे समय तक काम करने से टेस्टोस्टेरॉन हॉर्मोन का स्तर गिर जाता है। अंडकोषों द्वारा उत्सर्जित टेस्टोस्टेरॉन हामोर्न पुरुषों में यौन क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। इसका संबंध यौन क्रिया, ब्लड सर्कुलेशन, मांसपेशियों की मजबूती के साथ ही एकाग्रता, मूड और मेमॉरी से भी होता है। डॉक्टर्स के मुताबिक हमने न तो अपनी फीस कम की है, न दवाओं के दाम ही घटाए हैं। आयुर्वेदिक दवाओं के दुकानदार भी कारोबार पर मंदी का बात खारिज करते हैं। उनके मुताबिक स्वर्णभस्म की 1 ग्राम की पुडि़या अब भी 3,000 रुपए की दर से बिक रही है। चांदी भस्म 200 से 250 रुपए प्रति 2.5 ग्राम के स्तर पर है। यही हाल मूंगा स्टोन, लौह बंग और परवाल की भी है। इनकी कीमतें अगर चढ़ी नहीं हैं तो इनमें गिरावट भी नहीं आई है। झोला छाप नीम हकीमों की भी चल निकली है। पुरानी दिल्ली इनका अड्डा माना जाता है। रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर भी इनकी अच्छीखासी तादाद होती है। इन हकीमों के पास जाने वालों में गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों की तादात ज्यादा होती है। इनकी दवाइयों सस्ती होती है, लेकिन सीधेसादे ग्राहकों को वे अच्छी तरह चूना लगाते हैं। जानकारों का कहना है कि इन नीम हकीमों का न तो तरीका वैज्ञानिक होता है और न ही उनकी दवाइयों के असर की कोई प्रमाणिकता होती है। लेकिन अशिक्षित या गरीब लोगों को ये ही सुलभ लगते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक उनके यहां आने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा तादाद शीघ्र पतन या प्री-मैच्योर इजैकुलेशन की शिकायत होती है। इम्पोटंसी और अन्य कमजोरियों वाले मरीज भी अधिक संख्या में आते हैं। उनका यह भी कहना है कि ज्यादातर मामलों में समस्या फिजिकल न होकर साइकोलॉजिकल होती है। भाग-दौड़ भरी जिंदगी और तनाव से भी सेक्स लाइफ पर असर पड़ता है। इन चीजों का इलाज कोई विशेषज्ञ ही कर सकता है। ऐसे लोग अगर नीम हकीमों के चक्कर में पड़ जाएं तो वे लूट लेंगे।

Thursday, April 9, 2009

स्टूडंट के साथ सेक्स के आरोप में 10 महीने की जेल

सिंगापुर की एक 32 साल की महिला को 13 साल के स्कूल स्टूडंट के साथ सेक्स करने के आरोप में 10 महीने के लिए जेल की सजा मिली है। यह महिला तलाकशुदा है और उन्हें 14 महीने का एक बच्चा भी है। पहले तो वह महिला बॉयज़ स्कूल के कैंटीन स्टॉल असिसटंट का काम करती थी, पर फिलहाल वह बेरोजगार है। रिपोर्ट की मानें तो इस घटना का पता तब चला जब उस महिला की बहन उसके फ्लैट पर आई और उसने देखा कि वह बच्चा वॉरड्रोब में छिपा हुआ था। उस महिला का बड़ा भाई बाद में जब वहां पहुंचा तो यह सोचकर उन्होंने पुलिस को फोन किया कि शायद वह बच्चा कोई चोर है। इन दोनों के बीच रिलेशनशिप की शुरुआत तब हुई, जब लड़के की मां उस महिला के बच्चे की देखभाल के लिए उनके घर आया करती थीं। इस बच्चे की पहचान को छिपाने के लिए महिला का नाम गुप्त रखा गया है और संभव है कि उसने जो अपराध किया है उसके लिए उसे 10 साल तक की भी सजा मिले। उस महिला की मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार जब यह घटना घटी तो वह भयंकर डिप्रेशन से गुजर रही थी। यहां तक कि उसने डॉक्टर से भी कहा कि इसमें दोनों समान रूप से अपनी मर्जी से शामिल हैं। हालांकि जज के अनुसार उस बच्चे तक पहुंचने के लिए महिला ने ही अपनी ओर से कोशिश की और उम्र में बड़े होने के नाते उन्हें पता होना चाहिए था कि वह जो करने जा रही है, वह गलत है। NBT

कुत्ते के विवाद में पुलिस अधिकारी का कूल्हा काट खाया।

जर्मनी में कुत्ते के विवाद को लेकर एक व्यक्ति द्वारा एक पुलिस अधिकारी का कूल्हा काट खाने की घटना प्रकाश में आई है। समाचार एजंसी डीडीपी के मुताबिक यह घटना पश्चिमी जर्मनी के एकाहेन शहर की है। पुलिस अधिकारी का कूल्हा काटने वाले 24 वर्षीय व्यक्ति ने अपने 'पिट बुल' नस्ल के कुत्ते को खुला छोड़ रखा था। अपने मालिक से खुली छूट मिलने के बाद कुत्ता पड़ोस स्थित एक पार्क में पहुंच गया और वहां खेल रहे बच्चों की फुटबाल के चिथड़े कर दिए। बच्चे इससे डरकर घरों में भाग गए। नाराज लोगों ने पुलिस में इसकी शिकायत की। मामले को निपटाने के लिए स्थानीय पुलिस केंद्र का एक अधिकारी जब घटनास्थल पर पहुंचा तो उसने देखा कि भयभीत लोग अपने बच्चों को लेकर घरों को लौट चुके हैं। दूसरी ओर, कुत्ते का मालिक बिना किसी चिंता के सारा नजारा देखता रहा। पुलिस अधिकारी ने जब उससे कुत्ते को बांधने के लिए कहा तो उसने उससे बहस शुरू कर दी और अकेला पाकर पुलिस अधिकारी का कूल्हा काट खाया। इस घटना के बाद उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया और उसके कुत्ते को भी पकड़कर जानवरों के आश्रय स्थल में भेज दिया गया।

हवा में पैदा कर बेसहारा छोडा

न्यू जीलैंड में पिछले महीने एक विमान में बच्चे को जन्म देकर बेसहारा छोड़ने वाली महिला कैरोलिना माइका ने अपना कसूर मान लिया है। समाचार एजंसी डीपीए के अनुसार इस मले में कैरोलिना को दोषी ठहराया गया था लेकिन मनकाऊ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने यह जानने के बाद उसे छोड़ दिया कि वह डिप्रेशन में हैं। जज के सामने सामाओ की नागरिक कैरोलिना ने कहा कि उसने अपने नवजात बच्चे को प्लेन में छोड़ दिया क्योंकि वह बिन ब्याही मां बनी थी, यह उसके परिवार और गांव के लिए बदनामी की वजह बन सकती थी। पुलिस ने उसके खिलाफ लगा बच्चे पर हमले का आरोप वापस ले लिया है। पुलिस ने कहा है कि बच्चे को प्रसव के समय चोटें आईं थीं। फिलहाल महिला आव्रजन अधिकारियों की हिरासत में हैं और बच्चा न्यूजीलैंड के बाल कल्याण विभाग की देखरेख में है।

Wednesday, April 8, 2009

गूगल की चुनावी वेबसाइट पेश

गूगल इंडिया ने भारतीय लोकसभा चुनाव के लिए एक अलग वेबसाइट पेश की है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची में अपने नाम की जांच कर सकता है, अपने मतदान केंद्र के बारे में पता लगा सकता है और अपने चुनाव क्षेत्र के नक्शे को खंगाल सकता है। यह हिंदी और अंगेजी दो भाषाओं में उपलब्ध है। इसे प्रमुख गैर सरकारी संगठनों के एक समूह के साथ मिलकर पेश किया गया है। गूगल इंडिया द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मतदाता इस से चुनाव संबंधी ताजा खबरें, ब्लॉग, वीडियो और उद्धरणों को देख, पढ़ सकते हैं। इस काम में गूगल इंडिया को सहयोग देने वालों में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स, इंडिकस एनालिटिक्स, जनाग्रह सेंटर फॉर सिटिजनशिप एंड डेमोक्रेसी, लिबर्टी इंस्टीट्यूट तथा पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च जैसे गैरसरकारी संगठन शामिल हैं। JOSH 18

धरती पकड़ की राह पर चलते अनिल भारती

धरती पकड़ लोगों को आज भी याद हैं। कुशीनगर जिले में अनिल भारती भी धरती पकड़ की राह पर चल रहे है। प्रधानी के चुनाव से लगातार विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़ते आ रहे हैं। मौजूदा चुनाव में यहां से उनकी उम्मीदवारी चर्चा में है। धरती पकड़ की राह पर चलने वाले ये शख्स हैं 43 वर्षीय अनिल भारती। कुशीनगर जनपद के विकास खंड कप्तानगंज अंतर्गत स्थित ग्राम लखिमा निवासी अनिल भारती ने सर्वप्रथम वर्ष 1994 में हाटा सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से पर्चा दाखिला किया, लेकिन इन्हे महज 2198 वोट प्राप्त हो सका। वर्ष 1998 के चुनाव में भी भारती ने दांव आजमाया लेकिन इस बार भी महज पांच हजार वोट ही मिल सके। तीसरी बार ये वर्ष 2007 के में हाटा विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़े। इस बार इनके मतों का प्रतिशत बढ़ा और उन्हे 12082 वोट हासिल हुए। इसके पूर्व वह वर्ष 2005 में ग्राम प्रधान का चुनाव हार चुके हैं। इसी तरह प्रधान चुनाव के तत्काल बाद हुए जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में इनका क्षेत्र महिला के लिए आरक्षित हो गया तो उन्होंने अपनी पत्‍‌नी को चुनावी समर में उतार दिया फिर भी जीत हासिल नहीं हो सकी। खास बात यह है कि इन चुनावों में मिली पराजय के बावजूद इनके इरादे में कोई फर्क नहीं पड़ा। हर बार कोई भी चुनाव हो चुनावी बिगुल बजते ही भारती अपने सभी जरूरी कार्य स्थगित कर धरती पकड़ की राह पर चलते हुए चुनावी मैदान में कूद जाते है। jagran

क्लीन चिट देने के विरोध में पंजाब में कई जगह रेल यातायात बाधित

1984 के सिख दंगों से जुड़े एक मामले में आरोपी जगदीश टाइटलर को सीबीआई द्वारा क्लीन चिट देने के विरोध में सिखों के एक संगठन ने पंजाब में कई जगह रेल यातायात बाधित किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संत समाज नामक संगठन के कार्यकर्ताओं ने लुधियाना के पास ज्ञासपुर गांव के पास रेल लाइन पर कब्जा कर लिया। कार्यकर्ताओं ने जालंधर में भी इसी तरह रेल लाइनों पर कब्जा किया। पंजाब जीआरपी के अधिकारियों के मुताबिक ये प्रदर्शन सुबह ग्यारह बजे से लगभग चार घंटे तक चला, लेकिन इस रूट पर ज्यादातर ट्रेनें सुबह या शाम को गुजरती हैं, इसलिए इस प्रदर्शन का ज्यादा असर नहीं हुआ। अधिकारियों ने बताया कि कुछ पैसिंजर ट्रेनों को एहतियातन रोक लिया गया था। इस प्रदर्शन से अमृतसर-दिल्ली शताब्दी, मालवा एक्सप्रेस और पश्चिम एक्सप्रेस प्रमुख रूप से प्रभावित हुई। संत समाज के संयोजक बाबा हरनाम सिंह ने इस प्रदर्शन को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सफल बताया।

हिंदुओं को बदनाम मत करो: ठाकरे पवार पर बरसे

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने मालेगांव विस्फोट का संबंध हिंदू संगठनों से बताने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार की आलोचना की है । शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में छपे एक इंटरव्यू में ठाकरे ने कहा, 'आप मालेगांव विस्फोट का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं और हिंदुओं को बदनाम कर रहे हैं। हिंदुओं को आपको वोट क्यों देना चाहिए?' ठाकरे ने कहा, 'आप ऐसा क्यों कह रहे हैं कि मालेगांव के बाद देश में कोई विस्फोट नहीं हुआ? क्या मालेगांव विस्फोट के बाद मुम्बई हमला नहीं हुआ?' ठाकरे ने पवार की कथित तौर पर इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया जताई कि मालेगांव विस्फोट के आरोपियों प्रज्ञा सिंह ठाकुर एवं अन्य की गिरफ्तारी के बाद देश में कोई विस्फोट नहीं हुआ। ठाकरे ने दावा किया कि 'मराठी प्रधानमंत्री' का विचार उनका दिया हुआ है। उन्होंने कहा, 'पवार जब सेना के प्लेटफार्म पर आए तो हमने घोषणा की कि आप (पवार) दिल्ली संभालिए, हम महाराष्ट्र देखते हैं। इस प्रस्ताव में गलत क्या था? आज वे कांग्रेस के साथ हैं और तीसरे मोर्चे के साथ भी सहज दिख रहे हैं ।' ठाकरे ने कहा, 'उत्तरप्रदेश और बिहार के यादव 'हिंदी' के बैनर तले एक हो गए। लेकिन हम 'मराठी' के तौर पर ऐसा ही प्रयास करें तो हमें क्षेत्रीय उग्र राष्ट्रवादी कहा जाएगा।' ठाकरे की टिप्पणी से प्रतीत होता है कि शिवसेना ने पवार के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से खुद को अलग कर लिया है।

Tuesday, April 7, 2009

राजसमंद और उदयपुर में नकली पेट्रोल-डीजल

रसायनों में मिलावट कर नकली पेट्रोल-डीजल तैयार करने की शिकायत पर सोमवार सुबह राजसमंद और उदयपुर में दो पेट्रो रसायन फैक्ट्रियों पर एक साथ छापा मारा गया। दोनों स्थानों पर करीब दो लाख लीटर रसायन मिला, जिनके नमूने लेकर दस्तावेजों की जांच कार्रवाई देर रात तक जारी रही। एसओजी (विशेष कार्यवाही दल) को शिकायत मिली थी कि उदयपुर संभाग में दो स्थानों पर पेट्रोलियम उत्पाद बनाने की आड में रसायनों में मिलावट कर बडी मात्रा में नकली पेट्रोल व डीजल बनाया जा रहा है। इस पर जयपुर से आई दो एसओजी टीमों ने राजसमंद और उदयपुर स्थित फैक्ट्रियों पर छापे की कार्यवाही की। यहां मारे छापेराजसमंद में रिको औद्योगिक क्षेत्र स्थित धर्मराज पेट्रो केमिकल और उदयपुर गुडली औद्योगिक क्षेत्र में चामुण्डा पेट्रो केमिकल पर छापा मारा गया। गुडली से करीब एक दर्जन नमूने लिए गए। जांच में दोनों स्थानों से नकली पेट्रोल और डीजल बनाने के काम आने वाले रसायन की दो लाख लीटर मात्रा पाई गई। इस दौरान रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी व प्रवर्तन निरीक्षक के अलावा पेट्रोल कंपनी के अधिकारी भी साथ थे।

संतान की चाहत में बच्ची को आग लगा दी

संतान की चाहत में तंत्रक्रिया से इलाज के लिए पड़ोस की एक डेढ़ साल की बच्ची पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने की घटना सामने आई है। मासूम को चिंताजनक हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुजफ्फरनगर के थाना रामराज इलाके के टिकोला गांव में यह घटना घटी। पुलिस के अनुसार सोमवार शाम बच्ची को बलि देने के इरादे से आग लगा दी गई। टिकोला के सत्यप्रकाश और गीता अपनी बच्ची को छोड़ कर घर से बाहर पानी लेने गए थे। इसी बीच पड़ोस के कुछ लोगों ने बच्ची बबली पर तेल छिड़क कर आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि पड़ोस की महिला की लड़की के कोई संतान नहीं है। संतान प्राप्ति के लिये तांत्रिक ने उसे ऐसा करने की सलाह दी थी। हादसे के बाद से आरोपी महिला और उसके परिवारवाले फरार हैं।

दस शादियां और दस तलाक

18 साल में दस शादियां और दस तलाक। उम्र महज 32 साल। जी हां, मुंबई की महिला कौसर बेगम की ज़िंदगी की कहानी कुछ इन्हीं लफ्जों में बयां की जा सकती है। मुंबई की सायन थाने की पुलिस ने बेंगलुरु की इस महिला को गिरफ्तार किया है। कौसर पर इल्जाम है कि उसने दस शादियां कीं और दस पतियों को तलाक देने के साथ-साथ सभी को पैसों के लिए धमकाया और वसूली भी की। कौसर के पिता-इकबाल पाशा और मां-गुलनाज के बारे में भी पुलिस कह रही है कि वह कौसर के कारनामों में साथ देते थे। इस पूरे मामले का भंडाफोड़ तब हुआ जब मुंबई के एक 35 साल के कारोबारी सैय्यद अहमद ने सायन थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी पत्नी और उसके माता-पिता पिछले दो सालों से उसको ब्लैकमेल कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कौसर बेगम अपने माता-पिता के साथ बड़े होटेलों में जाती थी और वहां उसकी नज़र मालदार कारोबारियों पर रहती थी। मौका ताड़कर वह उनसे दोस्ती गांठती थी और आनन-फानन में शादी का प्रस्ताव दे डालती थी। शादी के बाद बहुत जल्द ही वह कारोबारी के घर से नकदी और जेवर गहने लेकर रफूचक्कर हो जाती थी। कौसर इसके साथ ही पति पर दहेज का आरोप लगाकर मुकदमा करवा देती थी। nbt

Sunday, April 5, 2009

सडक पर पशु आवारा छोडे तो बिजली पानी कनेक्शन कट

अगर किसी भी पशु मालिक के पास शहरी इलाकों में बिना लाइसंस के एक भी जानवर पाया गया तो उसका बिजली और पानी का कनेक्शन काट दिया जाएगा। अपने घर में जानवरों को रखने के लिए अब पशु मालिक को लाइसंस लेना जरूरी होगा। एमसीडी जल्द ही इस प्रस्ताव पर मुहर लगाने वाली है। दिल्ली के उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में इस मामले पर चर्चा हो चुकी है। इस प्रस्ताव को एमसीडी की स्थायी समिति की बैठक में लाया जाएगा। एमसीडी द्वारा हाल ही में एम. एस. इंटरनैशनल से कराए गए एक सर्वे के मुताबिक राजधानी की सड़कों पर अब भी 17,205 आवारा जानवर घूम रहे हैं। इन्हीं आवारा जानवरों के कारण आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। एमसीडी कमिश्नर के. एस. मेहरा के मुताबिक, राजधानी में आवारा पशुओं पर लगाम लगाने के लिए एमसीडी पहले से ही उनमें माइक्रो चिप लगाने का अभियान चला रही है। चिप से पता चल जाएगा कि पशु किसका है। अगर यह पशु सड़क पर घूमता पकड़ा जाता है तो पहली बार उसे 5,000 रुपये का जुर्माना देना होगा। दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 ,000 रुपये और तीसरी बार पकड़े जाने पर 15,000 रुपये जुर्माना भरना होगा। ग्रामीण इलाकों को छोड़कर सभी लोगों को को पशु रखने का लाइसंस लेना होगा। फिलहाल पशु मालिक गायों का दूध निकालकर उन्हें सड़क पर छोड़ देते हैं। यही कारण है कि एक्सिडंट की घटनाएं बढ़ रही हैं। पांच साल पहले किए गए सर्वे के मुताबिक राजधानी में 35,000 आवारा पशु थे। एमसीडी इन 5 सालों में एक लाख आवारा पशुओं का दावा कर रही है। एमसीडी जितने पशु पकड़ती है, वे या तो अपने मालिकों के पास पहुंच जाते हैं या फिर लोग अन्य राज्यों से पशुओं को दिल्ली में ले आते हैं। जहां तक घोघा डेरी में राजधानी की डेरियों को शिफ्ट करने का मामला है तो अभी तक एक भी डेरी घोघा में शिफ्ट नहीं हुई है। एमसीडी के अधिकारियों के मुताबिक पशु पकड़ने की राह में नेता और लोगों का विरोध भी उन्हें झेलना पड़ता है। यही कारण है कि अब तक इस मामले में 17 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं, जिनमें 4 मामले खुद निगम पार्षदों के खिलाफ हैं। NBT

रिजल्ट लेने स्कूल जा रही छात्रा के साथ रेप

पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में रहने वाली 13 साल की छात्रा के साथ रेप का मामला सामने आया है। पुलिस छात्रा के बयान पर आरोपी की तलाश में जुट गई है। पुलिस के मुताबिक, पीड़िता 1 अप्रैल को अपना छठी का रिजल्ट लेने स्कूल जा रही थी। उसके पड़ोस में रहने वाले विकास (26) ने उसे अपने ऑटो से छोड़ने के लिए कहा। आरोप है कि विकास ने उसी दिन उसके साथ रेप किया। उसने छात्रा को जुबान बंद रखने की धमकी भी दी। शुक्रवार शाम छात्रा ने अपने घरवालों को पूरी बात बताई, जिस पर उन्होंने पुलिस को खबर की। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

बूढ़ी मां की हत्या


गोरेगांव में दीपक भोसले ने अपनी बूढ़ी मां आशा भोसले हत्या कर दी। पुलिस ने दीपक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, दीपक ने प्रॉपर्टी की वजह से अपनी मां की हत्या कर दी। दीपक का कहना था कि अपने पिता की मौत के बाद से उसने अपने छोटे भाई-बहन की परवरिश की थी, इसलिए सारी प्रॉपर्टी पर उसका हक बनता है, पर मां ने अपने सभी बच्चों में प्रॉपर्टी का बराबर हिस्सा बांट दिया। इससे दीपक नाराज हो गया और उसने मां की गला दबाकर हत्या कर दी। पर उसने अपने परिवार को बताया कि उसकी मां की बाथरूम में गिरने से मौत हो गई। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने दीपक की पोल खोल दी।

Friday, April 3, 2009

करीब आने की कीमत ..............

एक रिसर्च में लडको की यह सोच सामने आई कि कम उम्र में उन्हें लड़कियों के साथ फिजिकल रिलेशंस बनाने में कोई बुराई नहीं नजर आती। इस स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने 14-16 साल की उम्र के 35 लड़के-लड़कियों के बिहेवियर पर शोध किया। दरअसल, ये वे कपल्स थे, जो एक क्लिनिक में अबॉर्शन के सिलसिले में आए हुए थे। गौरतलब है कि ब्रिटेन में टीनएज प्रेग्नेंसी रेट काफी हाई है। वैसे, यह स्टडी वहां के यूथ के बारे में भी बहुत कुछ बताती है। आंकड़ों के अनुसार, वहां ऐसे लड़कों की तादाद काफी ज्यादा है, जो किसी लड़की से अपने रिलेशनशिप के बारे में बात करते समय भद्दी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। इतना ही नहीं, कई लड़कों ने यह भी स्वीकार किया कि अगर कोई लड़की कई लड़कों से फिजिकल रिलेशंस बना चुकी है, तो वे उसे नुकसान पहुंचाने से भी बाज नहीं आते। हालांकि तस्वीर का एक पहलू यह भी है कि इस तरह के कॉम्प्लेक्स रिलेशंस को लेकर लड़कियां काफी अवेयर हैं और इन्हें अच्छी तरह समझती भी हैं। शेफील्ड यूनीवर्सिटी द्वारा करवाई गई इस रिसर्च में और भी कई बातें सामने आईं। रिसर्च टीम से जुड़े डॉ. मार्क हेतर कहते हैं, 'स्टडी से सामने पता लगा कि लड़कियों को फिजिकल रिलेशंस के लिए राजी करने के लिए लड़के कई तरह की बातों का सहारा लेते हैं। इनमें लड़कियों पर सेक्स के लिए दबाव डालना या उनके साथ ड्रिंक करना भी शामिल है। कई लड़कों ने तो यह तक कहा कि अगर लड़की उनके साथ रात बिताती है, तो उसे फिजिकली करीब आने की कीमत तो देनी ही पड़ेगी।' मार्क बताते है कि लड़कों से बातचीत के दौरान जब लड़कियों पर सेक्स के लिए दबाव बनाने का सवाल उठा, तो ऐसे में वे शोधकर्ताओं को ही थोड़े से प्रेशर और रेप के बीच का अंतर समझाने लगे। शोधकर्ताओं का कहना है कि स्टडी में टीनएज लड़के और लड़कियों अलग-अलग तरह की सिचुएशन देकर उनके बिहेवियर के बारे में जानकारी लेनी चाही। ऐसे में कई ऐसे केसेज भी सामने आए, जिन्होंने अपने दोस्तों के कहने पर फिजिकल रिलेशनशिप में इनवॉल्व का कदम उठाया।

छह लाख रुपए में बेची वर्जिनिटी

लंदन की 18 साल की लड़की रोजी रीड ने आखिरकार 8,400 पाउंड (करीब 6 लाख रुपए)में अपनी वर्जिनिटी बेच दी। वह एक 44-वर्षीय बीटी एन्जीनियर के साथ एक होटेल के कमरे में रात भर रहीं। रोजी ने जनवरी में अपनी वर्जिनिटी की ऑनलाइन नीलामी करने की घोषणा की थी। पहले यह नीलामी ईबे की वेबसाइट पर शुरू हुई, लेकिन फिर इस ऐड को हटा दिया गया। फिर भी रोजी ने इसे अपनी वेबसाइट पर जारी रखा। दुनिया भर से 2 हजार से भी ज्यादा लोगों ने इस नीलामी में हिस्सा लिया। लेकिन बाजी मारी एन्जीनियर ने जो तलाकशुदा हैं और दो बच्चों के पिता हैं। रोजी ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी की स्टूडंट है। वह सोशल पोलसी में ग्रैजुएशन कर रही हैं। उनका कहना है कि वह पढ़ाई के खर्च का बोझ उठा नहीं पा रही थीं। ट्यूशन फीस और रहने-खाने का खर्चा बढ़ता जा रहा था। खर्च उठाने के लिए उसे पढ़ाई से ज्यादा काम करना पड़ता था। अगर यही आलम रहता तोग्रैजुएशन करते-करते उस पर 15 हजार पाउंड का कर्ज चढ़ जाता। इस स्थिति से निजात पाने के लिए रोजी ने अपनी वर्जिनिटी नीलाम करने की ठानी। रोजी ने बताया कि तीन हफ्ते पहले युस्टन के एक होटेल में उसने नीलामी में जीते एन्जीनियर के साथ रात गुजारी। रोजी ने बताया: 'यह भयावह था। मैं नर्वस और डरी हुई थी। ऐसा नहीं लगा कि यह सब मेरे साथ हो रहा है, बल्कि मुझे लगा जैसे मैं किसी दूसरे के साथ ऐसा होते हुए देख रही हूं। जब यह सब हो गया तो मैंने राहत की सांस ली। मेरा पार्टनर जेस कैमरॉन उस वक्त उसी होटेल में ठहरा था। मैं रात भर असहज रही। मैं अपने पार्टनर के पास जाने को बेसब्र थी। अगली सुबह मैं उसके पास गई। हम दोनों खूब रोए। मगर रोजी को उस एन्जीनियर से कोई शिकवा नहीं है बल्कि वह खुश है कि उसने उसका बोझ खत्म कर दिया। रोजी ने कहा, 'मैं उसे खुश करने के लिए आभारी थी, क्योंकि उसने मुझे इतनी सारी रकम दी थी।' एन्जीनियर ने रोजी को बैंकर ड्राफ्ट के जरिये 8,400 पाउंड का बैंक ड्राफ्ट दिया। मगर अब पुलिस अब रोजी के पीछे पड़ गई है। वह उसे गिरफ्तार करने पर विचार कर रही है।

Thursday, April 2, 2009

चकाचौंध भरी ग्लैमर की दुनिया का सच

हिन्दी फिल्म जगत की ऐसी बात का खुलासा जो यहां की चंकाचौंध में कहीं छिप गई थी या यू कहें छिपा दी गई थी! आपको क्या लगता है, हिन्दी फिल्म की अभिनेत्रियां इतनी सुंदर कैसे दिखती हैं, या क्या सचमुच में वे इतनी ही सुंदर हैं। अगर हम इनकी सुंदरता का सच बताएंगे तो आप हैरान हो जाएंगे! हिन्दी फिल्म जगत की ‘जीरो फीगर’ करीना के बाल असली नहीं हैं, वे विग पहनती हैं। जी हां, करीना ने कुछ साल पहले कुछ ऐसे रसायनों का उपयोग कर लिया था जिससे उनके सारे बाल झड़ गए थे और तभी से वे तरह-तरह की विग पहनती हैं। वहीं, कैटरीना की प्यारी हंसी के बीच जो दांत चमक रहे हैं वो भी नकली हैं। जिस दन्त चिकित्सक ने कैटरीना के ये दांत लगाए थे, उन्होंने खुद यह बताया है, लेकिन एक शर्त पर कि उनकी पहचान को गुप्त रखा जाए। एक और चौकानें वाली बात बता दी जाए। हमारी बंगाली बाला बिपाशा बसु की एक खूबसूरत आंख भी नकली है। हम जानते हैं यह सच जानकर आपका दिल टुट गया होगा। मगर क्या करें, इस चकाचौंध भरी ग्लैमर की दुनिया का यही सच है।

चैटिंग करने पर पत्नी का सिर काटा

इटली में एक सनकी पति ने पत्नी का सिर सिर्फ इसलिए काट दिया क्योंकि वह इंटरनेट पर ऑनलाइन चैटिंग करती थी और उसके पति को शक था कि उसका किसी के साथ इश्क चल रहा है। यह जानकारी इटली की मीडिया के हवाले से प्राप्त हुई है। गियूसेपे कास्त्रो (35) ने अपनी पत्नी मारिया (41) की हत्या सोमवार को केसेनिया स्थित उसके घर पर कर दी थी। कास्त्रो ने पुलिस को बताया कि मारिया अपने प्रेमी के साथ इंटरलेट पर चैटिंग करती थी जो उसके लिए असहनीय था। पुलिस ने मारिया के घर से 3 कंप्यूटर जब्त किए हैं तथा ऑनलाइन चैटिंग के कई पासवर्ड भी रिकॉर्ड किए हैं।

यूरेनियम से बच्चों में शारीरिक गड़बड़ी

बड़ा सिर, फूली हुई आंखें, मुड़े हाथ जो मुंह तक नहीं पहुंच पाते और मुड़े पैर जो शरीर का भार नहीं उठा सकते। इन सब शारीरिक लक्षणों ने जितना परेशान बच्चों के माता-पिता को किया है, उससे कहीं ज्यादा हैरान डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को किया है। फरीदकोट के इस छोटे से इलाके में बच्चों में दिखी इन असमान्यताओं की जांच के लिए पिछले दिनों बच्चों के बालों के सैंपल जर्मनी की लबॉरटरी में भेजे गए थे। पर हाल ही में मिली लैब रिपोर्टों से पता लगा है कि शारीरिक गड़बड़ी की वजह असल में यूरेनियम की उच्च मात्रा होना है। ये सैंपल साउथ अफ्रीकी टॉक्सिकॉलजिस्ट डॉ. करीन स्मिट की पहल पर जर्मन लैब में भेजे गए थे। सैंपल नतीजों पर फरीदकोट के बाबा फरीद सेंटर फॉर स्पेशल चिल्ड्रेन के हेड पृथपाल सिंह कहते हैं, 'टेस्ट नतीजों से हम हैरान हैं क्योंकि पंजाब में यूरेनियम का कोई ज्ञात स्त्रोत नहीं है। यूरेनियम की बात उजागर होने पर अब जर्मन और साउथ अफ्रीकी डॉक्टरों की मदद से 150 अन्य प्रभावित बच्चों पर टेस्ट किए जा रहे हैं। इस बात की पड़ताल की जा रही है कि क्या यूरेनियम कहीं से रिसाव के कारण आया है या इसका स्त्रोत प्राकृतिक है।' टेस्ट के सिलसिले में यहां आए जोहानिसबर्ग से टॉक्सिकॉलजिस्ट डॉ. स्मिट के मुताबिक, 'जब मैंने पहली बार ब्रेन डैमिज के इतने बड़े पैमाने पर सबूत देखे तो मुझे लगा कि ऐसा जहर के कारण हो रहा है। यूरेनियम के बारे में तो मैंने कतई सोचा भी नहीं था। पर डॉ. स्मिट की कोशिशों से जर्मन लैब में सच सामने आ गया।' 149 बच्चों में से 53 के पेशाब सैंपलों में यूरेनियम की मात्रा मिलने की आशंका है। फिलहाल डॉक्टर और पुख्ता सबूत जुटाने में लगे हैं। चूंकि यूरेनियम किडनी और लिवर जैसे शारीरिक हिस्सों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है, इसलिए 53 बच्चों की शारीरिक गड़बड़ी को टेस्ट किया जा रहा है।

अश्लीलता का व्यवहार

इंदौर की देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) में रैगिंग का मामला सामने आया है। बाताया जा रहा है कि यहां के एमबीए के होस्टल में जूनियर स्टूडेंट के साथ सीनियर्स ने अश्लीलता का व्यवहार किया। पीड़ित छात्र ने बताया कि सीनियर्स ने नंगा कर उससे कहा कि विभिन्न अश्लील मुद्राएं करके दिखाएं। कथित तौर पर सीनियर्स ने उसे लगभग 1 से 2 घंटे प्रताड़ित करते रहे।
शिकायत के मुताबिक 31 मार्च की रात आईआईपीएस होस्टल में जूनियर छात्र यादवेन्द्र सिंह सोलंकी को 5 सीनियर स्टूडंट्स ने कथित तौर पर कपड़े उतारकर अश्लील हरकतें करने को कहा। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए 5 स्टूडंट्स को सस्पेंड कर दिया है। उधर, पुलिस ने इन स्टूडंट्स के खिलाफ मारपीट और अश्लील हरकत करने का मामला दर्ज किया है। फिलहाल इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सूत्रों के अनुसार डीएवीवी के इंटरनैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आईआईपीएस) के होस्टल का है। यह कदम एमबीए के दूसरे सेमेस्टर के स्टूडंट यादवेंद्र सिंह सोलंकी की शिकायत पर हुई जांच के बाद उठाया गया।

2 हजार साल पहले सिरपुर में ढलती थीं चूड़ियां

औद्योगिक नगर की प्रतिष्ठा शरभपुरिया और पांडूवंशीय काल में सिरपुर का वैभव एक महान राजधानी के तौर पर था लेकिन हाल में मिले साक्ष्यों से इस बात की पुष्टि हो गई है कि इससे पहले भी इसकी ख्याति औद्योगिक उत्पादनों के लिए थी। सातवाहनों का प्रभुत्व इस नगर पर तीसरी सदी ईसा पूर्व से तीसरी शताब्दी तक रहा।
इन दिनों सिरपुर में शहर संरचना के टीला क्रमांक 30 में खुदाई चल रही है। उत्खनन के निदेशक डा. अरुण शर्मा ने बताया कि वहां पानी के बड़े कुंड के पास एक कमरा मिला है। इसमें सोने के गहने और कांच की चूड़ियों की ढलाई होती थी। 10 सेमी लंबा और ढाई सेमी चौड़ा स्लेटी प्रस्तर खंड पर एक ऐसा सांचा मिला है जिसमें बारीक नक्काशीदार आकृतियां हैं।
सिरपुर की प्राचीन राजधानी के वैभव के साथ औद्योगिक छवि उभरने लगी है। वहां से सोने के गहने और कांच की चूड़ियां ढालने की फैक्ट्री मिली हैं, जिसे दो हजार वर्ष पहले की सातवाहन काल का बताया जाता है।

सोने को गलाने के बाद इसमें डाला जाता था। आम और कई आकर्षक आकृतियों में गहनों की ढलाई कर ली जाती। गहने ही नहीं यहां बनाई जाने वाली कांच की चूड़ियों की मांग देश के कई हिस्सो में होती थी।
इसी कमरे से एक किलो मिट्टी से ज्यादा की आकृतियां टूटी-फूटी हालत में मिली हैं। पुराविदों का दावा है कि इनका इस्तेमाल कांच की चूड़ियां ढालने में होता था। सोने-चांदी और कांच का सामान पिघलाने में इस्तेमाल होने वाले मिट्टी के पात्र भी पाए गए हैं। इससे निष्कर्ष निकाला गया है कि वहां कारखाना काफी समृद्ध था। बड़े पैमाने पर गहने और कांच की चूड़ियों का उत्पादन कर इनका गुजरात, उड़ीसा समेत देश के कई हिस्सों में व्यापार होता था। BHASKAR

बंद होगा टीवी शो 'लाइट'

गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में शुमार और 72 सालों तक ऐतिहासिक टेलिकास्ट के बाद सीबीएस का लोकप्रिय टीवी शो 'लाइट' इस साल 18 सितंबर के बाद टीवी पर नहीं नजर आएगा। अर्थव्यवस्था और टीवी दर्शकों की बदलती पसंद का शिकार बने इस टीवी शो का अंतिम टेलिकास्ट 18 सितंबर को होगा। गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स ने इसे विश्व के सबसे लंबे समय तक चलने वाले धारावाहिकों में शुमार किया है। 25 जनवरी 1935 को पंद्रह मिनट के सीरियल के रूप में एनबीसी रेडियो पर टेलिकास्ट शुरू हुआ और वर्ष 1952 में सीबीएस टीवी पर इसका टेलिकास्ट पहली बार किया गया। शो दो काल्पनिक शहरों स्प्रिंगफील्ड और स्पाओल्डिंग के लेविस और कूपर परिवारों पर केंद्रित है। सोप ओपेरा डाइजेस्ट के एडिटोरियल डाइरेक्टर लिन लीहे ने कहा- सभी के लिए यह पहला सीरियल था। कई प्राइम टाइम टीवी शो आए और गए लेकिन 'लाइट' लोगों के जीवन में बना रहा।

अवैध संबंध का विरोध करने पर पत्नी, बेटी को जिंदा जलाया

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव निवासी योगेन्द्र मल्ली ने अवैध संबंध का विरोध करने पर अपनी पत्नी और एक वर्षीय पुत्री को मंगलवार की देर रात जिंदा जलाकर मार डाला। इस घटना में उसका 2 वर्षीय पुत्र करण बुरी तरह जल गया। एसपी उमेश कुमार ने बुधवार को बताया कि बीती रात योगेन्द्र की पत्नी भागमुनी अपने बच्चों के साथ सो रही थी। इसी बीच उसने उन पर मिट्टी तेल छिड़क कर आग लगा दी, जिसमें उसकी पत्नी और पुत्री सोनी की मौत हो गई, जबकि पुत्र करण बुरी तरह जल गया। उन्होंने बताया कि योगेन्द्र का पिपरा थाना क्षेत्र की एक महिला के साथ अवैध संबंध था, जिसका उसकी पत्नी अक्सर विरोध करती थी और इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा मंगलवार को भी हुआ था, जिसके बाद रात में उसने इस घटना को अंजाम दिया। एसपी ने बताया कि मृतक के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है, जबकि घायल बच्चे को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से योगेन्द्र फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा छापामारी की जा रही है।

Wednesday, April 1, 2009

वाघमारे को ज़ेड लेवल सिक्यूरिटी

मुंबई पर हमला करने वालों में जिंदा पकड़े गए आतंकी मोहम्मद आमिर अजमल कसाब की वकील अंजलि वाघमारे को ज़ेड लेवल सिक्यूरिटी दी जाएगी। अंजलि की सिक्यूरिटी बढ़ाने का आदेश कोर्ट ने दिया है। गौरतलब है कि कसाब का केस लड़ने से खफा कुछ हिंदूवादी संगठनों के वर्कर्स ने अंजलि के वर्ली कैम्प स्थित घर पर हमला किया था। कोर्ट ने माना कि अंजलि की जान को खतरा है। इसके बाद उनकी सिक्यूरिटी बढ़ाने के आदेश दिए गए। अंजलि को एक बुलेटप्रूफ और दो पायलट गाड़ियां मिलेंगी। गौरतलब है इस हमले के बाद अंजलि ने एक बार तो दबाव में आकर प्रदर्शनकारियों को लिखकर दिया था कि वह इस केस को नहीं लड़ेंगी। हालांकि सुबह उन्होंने कसाब के केस को लड़ने की बात दोहराई थी।

भारतीय मूल डॉक्टर यौन शोषण का दोषी

भारतीय मूल के एक डॉक्टर को लंदन महिला मरीजों के साथ यौन शोषण का दोषी पाया गया है। डॉक्टर को जेल की सजा हो सकती है। राजिंदर अग्रवाल (54) को दिसंबर 2006 से जनवरी 2007 के बीच पूर्वी लंदन के होमर्टन अस्पताल और साउथ ऑकैंडन के अवेले मेडिकल सेंटर में दो महिलाओं के साथ यौन शोषण का दोषी पाया गया है। अग्रवाल पर इंग्लैंड में अपनी सेवा देने पर प्रतिबंध भी लग सकता है। इंग्लैंड में डॉक्टरों की संस्था जनरल मेडिकल काउंसिल ने अग्रवाल को सस्पेंड कर दिया है। अग्रवाल ने एक दिसंबर, 2006 को अवीले मेडिकल सेंटर में और फिर होमर्टन अस्पताल में महिलाओं का यौन शोषण किया।

टीवी पत्रकारों को नोटिस

मुम्बई क्राइम ब्रांच ने 26/11 मामले में अब मुम्बई के टीवी पत्रकारों को नोटिस भेजा है और उनसे क्राइम ब्रांच के सामने हाजिर होने को कहा गया है। पत्रकारों को यह नोटिस उस सीडी के संबंध में दिया गया है, जो वायरलेस पर कुछ पुलिस अधिकारियों से बातचीत से संबंधित थी। खास बात यह है कि नोटिस में कहा गया है कि टीवी पत्रकारों ने जो सीडी 1 दिसंबर को दिखाई थी, उसे उन्हें किसने दिया? पर कुछ टीवी पत्रकारों का कहना है कि यह सीडी उन्होंने 1 दिसंबर को दिखाई ही नहीं, बल्कि 7 दिसंबर को दिखाई थी और वह भी तब जब एक डीसीपी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्हें सीडी दी थीं। यहां बताना जरूरी है कि मुम्बई क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अफिसियल सीक्रेट ऐक्ट के तहत आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया हुआ है और इस संबंध में कंट्रोल रूम से जुड़े तमाम अधिकारियों के बयान पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं।