Tuesday, March 31, 2009
विडियो गेम्स खेलने का अच्छा असर
महत्वकांक्षी होती हैं कामकाजी महिलाएं
Sunday, March 29, 2009
बेटी को तहखाने में कैद कर लगातार 24 साल तक बलात्कार
आरोपी को शनिवार को पकड़ लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। वैसे, उसने खुद को निर्दोष बताया है। 35 वर्षीय अल्बा ने कहा कि जब उसकी मां का निधन हुआ, उस समय वह महज 5 साल की थी। मगर तभी से उसके पिता ने उसके साथ मुंह काला करना शुरू कर दिया था। वह 14 बार गर्भवती हुई, हालांकि 6 बार उसका गर्भपात हो गया। बाकी 8 बच्चे एक साल से लेकर 19 साल के हैं। फ्रित्जल ने अपनी ही बेटी को तहखाने में कैद कर लगातार 24 साल तक बलात्कार किया जिसके परिणामस्वरूप 7 बच्चे हुए। फ्रित्जल को अदालत ने उम्रकैद की सजा दी है।
बिना आईएमईआई नम्बर वाले बंद होंगे चाइनीज मोबाइल
Saturday, March 28, 2009
किशोरी के साथ गैंग रेप
सूरत के पाल रोड पर स्थित तक्षशिला अपार्टमेंट में रहने वाले उंजल सिंह नेपाली के दो बच्चे शनिवार दोपहर घर से बाहर खेल रहे थे, तभी अचानक ऑटो रिक्शा से सवार तीन युवक आए और दोनों को उठा ले गए। इन दरिंदों ने लड़की के भाई को थोड़ी दूर पर चलती गाड़ी से फेंक दिया, जो अस्पताल में भर्ती है। लेकिन शहर से कुछ दूर पर लड़की को ले जाकर उसके मुंह में पट्टी बांधकर तीनों ने बारी-बारी से रेप किया। लड़की की हालत नाजुक बनी हुई है।
पीड़ित लड़की के पिता उंजल सिंह नेपाली जो कि एक गार्ड का काम करते हैं, ने पुलिस को बताया कि उनकी लड़की और बड़ा लड़का घर के बाहर खेल रहे थे, तभी तीन लोग आए और उन्हें जबरन उठा ले गए। लड़के को तो थोड़ी दूर पर ही फेंक दिया लेकिन लड़की को जंहागीरापुरा-डांडी रोड़ पर टिंबर मार्ट के नजदीक ले गए और वहां पर उसके साथ मुंह काला किए। लड़की को खून से लथपथ अवस्था में वहां पाया गया।
पुलिस के अनुसार, हम मामले की छानबीन कर रहे हैं, आरोपियों की धरपकड़ के लिए हमने अभियान चला रखा है और जल्द ही इस गैंग रेप में शामिल सभी आरोपी हमारे शिकंजे में होंगे। पुलिस ने बताया कि लड़की को शनिवार के दिन करीब दिन के दो बजे टिंबर मार्ट इलाके में पाया गया। उस समय लड़की को ब्लीडिंग हो रही थी जिसके बाद उसे आनन-फानन में पास के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
19 मार्च को भी नाबालिग के साथ रेप
जानकारी के मुताबिक ठीक इसी तरह की घटना 19 मार्च के दिन इसी इलाके में 9 साल की नाबालिक लड़की को उसके ही पड़ोसी ने मात्र 10 रूपए का लालच देकर बलात्कार किया। यहां पर भी लड़की की हालत गंभीर बनी हुई है।
टेलीपैथी ने बचाई जान
कैसे बची जान
जेमा हॉगटन (15) के सिक्स्थ सेंस ने उसे आगाह किया कि उसकी जुड़वां बहन लीने की जान खतरे में है। वह बाथरूम की ओर भागी, जहां लीने बाथ टब में उलटी लेटी हुई थी, पहले तो जेमा को लगा कि लीने अपने बालों को धो रही है या मजाक कर रही है, लेकिन उसने जैसे ही उसे उठाया उसका शरीर नीला पड़ चुका था और वह अजीबोगरीब आवाजें निकाल रही थी। जेमा ने सबसे पहले उसका प्राथमिक उपचार किया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। पैरामेडिक स्टीव पीयर्सन का कहना है कि यदि जेमा समय पर अपनी बहन की मदद करने नहीं पहुंचती तो उसकी मौत तय थी।
और भी हैं मामले
जेमा और लीने के अलावा दुनिया में कई ऐसे जुड़वां हैं, जिन्होंने टेलीपैथी की सच्चाई को स्वीकार किया है। उनमें सिंगर रॉबिन गिस भी शामिल हैं। उन्होंने माना कि उनके साथ भी एक बार ऐसा वाकया हो चुका है। एक बार बाइक दुर्घटना में बुरी तरह घायल होने पर उनके भाई ने उनकी जान बचाई थी और इस दुर्घटना के होने से पहले ही उनके भाई को इसका आभास हो गया था।
चुनावी दौर में मीडिया भी चला कमाई की ओर
बोल्ड है तो यह नहीं की न्यूड हो जाए
जिसमें काफी गर्मागर्म सीन हैं। जिसमें वह पूरी तरह न्यूड नजर आ रही हैं। फिल्म की डीवीडी मार्किट में आ गई है। इसे देखकर लिजा के चाहने वाले हैरान हैं और उन्हें विश्वास नहीं हो पा रहा है कि वह ऐसा भी कर सकती हैं। फिल्म देखने वाले कई लोगों ने भी यह माना है कि लिजा ने फिल्म में जो सेक्स सीन्स दिए हैं , वह काफी बोल्ड हैं जैसे किसी पोर्न फिल्म में होते हैं। लोगों ने तो लिजा की तुलना पोर्न स्टार तक से की और कहा कि यह सीन्स देखकर उन्हें काफी हैरानी हुई है। अपनी बोल्डनेस को लेकर लिजा पहले भी काफी चर्चित रही हैं। पहली बार वह उस समय चर्चा में आई थीं , जब करन कपूर के साथ उनका ऐड आया था। लिजा ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1994 में आई तमिल फिल्म ' नेताजी ' से की थी। इसमें उन्होंने शरथ कुमार के अपोजिट काम किया था और उनकी भूमिका काफी छोटी थी। इसके बाद 1996 में वह नुसरत फतेह अली खान के पॉप्युलर सॉन्ग ' आफरीं आफरीं .... ' में के विडियो में आई थीं। इस विडियो से उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली थी। बॉलिवुड में उनका करियर 2001 की फिल्म कसूर से शुरू हुआ था जिसमें उन्होंने आफताब शिवदासानी के साथ लीड रोल किया था। फिल्म में आफताब के साथ उनके किसिंग सीन की काफी चर्चा भी हुई थी। लिजा ने दीपा मेहता कि फिल्मों हॉलिवुड - बॉलिवुड और वॉटर में भी काम किया है। किल किल फास्टर फास्टर में उनके सेक्स सीन्स के बारे में पूछने के लिए लिजा से कॉन्ट्रैक्ट करने की कोशिश की गई , लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सकीं।
फ्रेंडशिप क्लब चला कर लाखों रुपए ऐंठे
हिन्दुओं को दरकिनार करने के लिए साजिश : बाल ठाकरे
Friday, March 27, 2009
भारी पड सकती है भैरो सिंह शेखावत की नाराजगी
सरकार रोजगार कार्यालय को बंद करे : ऐशोचेम
बेटों की लड़ाई में मां ने जान गंवाई
Thursday, March 26, 2009
पूजा के लिए नारी वेष धरते हैं पुरूष
ट्यूशन फीस भरने के लिए वर्जिनिटी बेचने का सहारा
पिता की गर्भवती मंगेतर को मारने का आरोप
Wednesday, March 25, 2009
हमलो की चेतावनी के बाद पाक में सुरक्षा तेज
Tuesday, March 24, 2009
एचआईवी पॉजिटिव पेशंट्स मौत के नजदीक
तिरंग के अपमान को लेकर आडवानी के खिलाफ याचिका
नींद में हो जाती है उसे अजीब और गंदी बीमारी
हालांकि, आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि वह सेक्स के दौरान बस सोती रहती है और सुबह उठने पर उसे कुछ भी याद नहीं रहता। ' न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड ' को दिए अपने बयान में हाइली ने बताया, ' मैं रात में तीन से चार बार सेक्स कर सकती हूं, बशर्ते लड़कों में ऐसा करने की क्षमता हो। लेकिन, सुबह उठकर मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं होता। ' वह अपने इस बिहेवियर को बारे में इतना ज़रूर बताती हैं कि वह किसी मेडिकल प्रॉब्लम से गुज़र रहीं हैं।
ऐक्टर ब्रूस विलिस ने दूसरी शादी कर ली है। उनकी पब्लिसिटी एजंसी का कहना है कि 54 साल के ऐक्टर विलिस ने 30 वर्षीय ब्रिटिश लॉन्ज़री मॉडल एमा हेमिंग से शादी कर ली और इस शादी के लिए उन्होंने अपने घर में ही एक छोटी सी पार्टी का आयोजन किया था। वे दोनों एक कॉमन फ्रेंड्स के जरिए एक साल पहले एक-दूसरे से मिले थे।
हेमिंग की यह पहली शादी है। विलिस की इस शादी में पहुंचने वाले गेस्ट में उनकी तीन बेटियां भी थीं, जो उनकी पहली पत्नी डैमी मोर से हैं। इनके अलावा इस खास मौके पर मोर और उनके हज़्बन्ड ऐस्टन कूचर भी पहुंचे थे। खबर मिली है कि मडोना ने कथित तौर पर अपने लवर जीसस लूज़ को अपने सामने फोन अटेंड करने से मना कर दिया है। सूत्र के मुताबिक, 50 साल की सिंगर मडोना की 22 साल के ब्राज़ीलियन मॉडल के साथ तब काफी बहस हो गई, जब वे एक ही कमरे में थे और जीस़स ने कोई फोन अटेंड किया था। इस घटना के बाद साथ रहने के दौरान जीस़स पर कोई भी फोन उठाने की कड़ी पाबंदी है, जब तक कि कोई बहुत ज़रूरी कॉल न हो तो।
मंदी की मार से बचने के लिए हर्ज नहीं कपडे उतारने से
Monday, March 23, 2009
कसाब की न्यायिक हिरासत की अवधि 30 मार्च तक
नैनो के लिए सेलेक्शन रैंडमली
नैनो शुरू में 1 लाख लोगों को बेची जाएगी , जिनका सेलेक्शन रैंडमली किया जाएगा। इस कार की बुकिंग 9 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच होगी। नैनो की डिलिवरी जुलाई के शुरू से होने लगेगी। नैनो के लिए शुरुआती बुकिंग अमाउंट 2999 रुपये है। बाजार में जितनी नैनो कारें आएंगी , उनमें से आधी कारें नैनो का बेसिक मॉडल होंगी। देश भर के शोरूम में टाटा की नैनो के आने से न केवल आम लोगों का लंबा इंतजार खत्म होगा , बल्कि उद्योग जगत को कई नई मार्केटिंग तरकीबों से भी रूबरू होने का मौका मिलेगा। इंजीनियरिंग , डिजाइन और प्रोडक्शन प्रक्रियाओं में कई सफल प्रयोगों की गवाह रही नैनो ने मीडिया के सस्ते और नए तरीके से इस्तेमाल की मार्केटिंग रणनीति बनाई है। नैनो की मार्केटिंग स्ट्रैटेजी की जानकारी रखने वालों ने बताया कि लोगों तक लखटकिया कार की आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए टाटा मोटर्स की टीम नैनो न केवल देश भर में फैले अपने डीलर नेटवर्क का सहारा लेगी , बल्कि वेस्टसाइड और क्रोमा जैसे पारंपरिक रीटेल आउटलेट का भी उपयोग करेगी। वेस्टसाइड एक लाइफस्टाइल रीटेल ब्रांड है और क्रोमा एक इलेक्ट्रॉनिक मेगा स्टोर है। दोनो टाटा ग्रुप के तहत आते हैं। वेस्टसाइड और क्रोमा आउटलेट पर नैनो को लोगों के देखने के लिए रखा जाएगा और यहीं इसके लिए बुकिंग भी कराई जा सकेगी। इन जगहों पर बेसबॉल कैप , टी - शर्ट और चाबियों की रिंग जैसे नैनो के तमाम मर्केंडाइज उपलब्ध होंगे। अपनी वेंडर पार्टनरशिप प्रोडक्शन रणनीति को आगे बढ़ाते हुए टाटा मोटर्स ने नैनो ब्रांड के प्रमोशन के लिए कई साझेदार पीएसयू बैंक से भी मदद लेने की तैयारी की है। ये पीएसयू फाइनेंसर टाटा मोटर्स के साथ मिलकर और अपने दम पर भी नैनो ब्रांड का साझा प्रमोशन करेंगे। नैनो की मार्केटिंग रणनीति के तहत पारंपरिक मीडिया को गैर पारंपरिक तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा। दूसरी छोटी कारों की तरह नैनो विज्ञापन पर बहुत खर्च नहीं करने जा रही। इसके लिए कोई टेलीविजन पर कोई विज्ञापन नहीं दिया जाएगा और प्रिंट , रेडियो और दूसरे मीडिया माध्यमों , खास तौर पर इंटरनेट का इस्तेमाल भी बिलकुल नए तरीके से किया जाएगा। टाटा की टीम अखबारों में नैनो समाचार , रेडियो पर नैनो ब्रेक , टीवी पर टिकर या मैसेज के तौर पर , ऑनलाइन नैनो गेम , इंटरनेट पर नैनो चैटरूम , प्रमुख वेबसाइटों पर पॉप अप और फेसबुक , ऑर्कुट तथा ब्लॉगस्पेस पर नैनो वार्तालाप के जरिए छाने की तैयारी कर रही है। स्ट्रैटेजी से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया , ' विज्ञापन काफी सस्ते और अनूठे होंगे ताकि नैनो को '' छोटा , प्यारा और संक्षिप्त '' का पर्यायवाची बना दिया जाए। कुल मिला कर आइडिया यह है कि नैनो को लोगों की आम बोलचाल का हिस्सा बना दिया जाए। यह पूरी तरह एक मौखिक अभियान है। '
गीता ज्ञान का अध्ययन करे वरूण : प्रियंका
यह भाषण उन सिद्धांतों के खिलाफ भी है, जिनके लिए गांधी-नेहरू परिवार जीता-मरता रहा है। टीवी पर वरुण का ऐसा भाषण देखकर मुझे दुख हुआ, पर मैं क्या कह सकती हूं।' वरुण के भड़काऊ बयान से आहत प्रियंका ने कहा, 'मैं उन्हें सलाह दूंगी कि वह गीता पढ़ें और उसे समझने की कोशिश करें।' गौरतलब है कि वरुण गांधी ने कुछ दिन पहले पीलीभीत की एक चुनावी सभा में कहा था, 'जो लोग यह समझते हैं कि हिंदू कमजोर हैं। उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा।' उन्होंने कहा था, 'जो हाथ हिंदुओं पर उठेगा उसे मैं काट डालूंगा।' इस मामले पर काफी बवाल मचा और चुनाव आयोग ने वरुण को दोषी ठहराया और उन पर आपराधिक मामला दर्ज कराया है। चुनाव आयोग ने बीजेपी से कहा था कि वह वरुण को पीलीभीत से चुनाव मैदान में न उतारे। पर बीजेपी ने चुनाव आयोग के सुझाव को दरकिनार करते हुए वरुण को पीलीभीत से चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है।
Sunday, March 22, 2009
जेडी गुडी दम तोड़ा
स्टंट की नकल करते वक्त एक 12 साल के बच्चे की मौत
Saturday, March 21, 2009
जज पर चप्पल फेंकी थी, तीन महीने जेल
चुनाव बहिष्कार करने वाले नकली गांधी हवालात में
Friday, March 20, 2009
अपनो के हाथो ही बेसहारा है राजस्थानी भाषा
हर वर्ष प्रदेश में 30 मार्च को राजस्थान दिवस बडे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। 30 मार्च 1949 को सरदार वल्लभ भाई पटेल के नेतृत्व में इस प्रदेश की रियासतों का एकीकरण किया गया। आजादी से पूर्व यह प्रदेश राजपूताना कहलाता था। मेवाड, मारवाड, वागड, शेखावटी, हाडौती, ढूंढार नाम से इस प्रदेश में कई छोटी बड़ी रियासते थी एवं इनकी राजभाषा राजस्थानी थी एवं सभी रियासतों में जो बोलियां बोली जाती उनकों एक मानकर राजस्थानी भाषा के नाम से मान्यता लेनी थी किंतु एकीकरण के समय इस बात पर किसी का ध्यान नहीं गया। आजादी के बाद 60 वर्ष बीत चुके है। राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए सक्रिय संगठनों ने भी समय-समपर अपनी बात सत्ताधीशों के समक्ष रखी लेकिन अब तक वहीं ढाक के तीन पात है।
राजस्थान के राजसमन्द जिला जो महाराणा प्रताप की कर्मस्थली हल्दीघाटी और मेराथन ऑफ मेवाड दिवेर का साक्षी है और भारत की आजादी के दौर में यहां के स्वतंत्रता सैनानियों ने अपनी ओर से कोई कसर नहीं रखी। इसी भूमि पर राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता के लिए गठित संगठन चिंतन परिषद अपनी महत्ती भूमिका का निर्वाह कर रहा है। चिंतन परिषद के राजेन्द्र सिंह चारण के अनुसार जब प्रदेश की सभी रियासतों को मिला कर राजस्थान का नव निर्माण हो सकता है तो तो प्रदेश की सभी भाषा को मिलाकर राजभाषा की मान्यता क्यो नहीं मिल सकती।
राजस्थानी विश्व की समृद्धतम भाषाओं में से एक है। इसका 25 सौ वर्ष पुराना इतिहास है। इसमें लिखित लाखों हस्तलिखित ग्रंथ संग्रहालयों में पडे है। राजस्थानी लिपि मुडिया से ही हमारी राष्ट्रीय लिपि देवनागरी बनी। गुजराती की वर्तमान लिपि, पंजाबी की गुरुमुखी लिपि, राजस्थानी लिपि मुडिया की देन है। राजस्थानी लिपि मुडिया के अन्य नाम मोडी, वाणियावटी एवं महाजनी है। पाकिस्तान में जो राजस्थानी व्याकरण चलती है उसका नाम राजस्थानी कायदों है। अमेरिका की लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस ने राजस्थानी को विश्व की समृद्धतम सात भाषाओं में से एक मानकर राजस्थानी कवि कन्हैयालाल सेठिया की रचना की ऑडियो-वीडियो कैसेट तैयार कर संग्रहालय में रखी है। इसी कारण वर्तमान में राष्ट्रपति ओबामा ने भी सरकारी नौकरियों में इसे मान्यता दे डाली जिस पर चिंतन परिषद ने भी शुभकामनाएं प्रेषित की।
राजस्थानी के कई तरह के शब्द कोष है। पदम श्री सीताराम लालस का सबबे बडा राजस्थानी शब्द कोष है जिसमें दो लाख पचास हजार शब्द है। राजस्थानी की मेवाडी, वागडी, मालवी, मारवाडी, ढूंढाडी, हाडौती, मेवाती, ब्रज, खानाबदोश बोलियां इसके अंग है। डिंगल एवं पिंगल इसकी प्राचीन शास्त्रीय कविता की शैलियां है। विश्व की किसी भी भाषा में एक छंद के 120 भेद नहीं है।
पहली बार सरकार ने किया प्रयास : राजस्थान विधानसभा में 25 अगस्त 2005 को संकल्प प्रस्ताव पास करके केन्द्र के पास राजस्थानी की संवैधानिक मान्यता के लिए भेजा। तब राजस्थान के करोडो लोगों को इस बात की उम्मीद जगी कि इस बार राजस्थान संविधान की आठवीं अनुसूची में जुड जाएगा लेकिन कतिपय राजनेताओं के बयानों ने न केवल राजस्थान के करोडो लोगों का दिल तोडा अपितु राजस्थानी के पुरानी इतिहास पर भी पानी फेर दिया।
भाषा नहीं तो जड नहीं : गौरवशाली इतिहास वाली भाषा राजस्थानी को मान्यता नहीं देना प्रदेशवासियों को अपनी जडो से काटना है। राजस्थान के 12 करोड लोगों का अपमान है। हमारे जनप्रतिनिधि हमारी भाषा में अन्य प्रांतो की तरह शपथ नहीं ले सकते है। यह जनतंत्र का हनन है। संविधान की त्रिभाषा सूत्र का हनन है। राजस्थान की जनता का र्धेय भाषा के नाम से बना हुआ है और अधिक उपेक्षा होने पर उग्र आंदोलन की संभावना बनती है।
राजसमन्द जिले ने निभाई भूमिका : राजसमन्द जिले में विगत वर्षो से कार्यरत चिंतन परिषद, मोटयार परिषद, महिला परिषद ने सक्रियता दिखाते हुए विधायक, सांसद, पार्टी जिलाध्यक्षों को समय-समय पर अवगत कराया है। यहां तक की राजनैतिक पार्टियों के पदाधिकारियों को चुनाव सामग्री भाषण सभी मातृभाषा में देने के लिए प्रेरित किया
संगठन की मांगे : राजस्थानी को कक्षा एक से दस तक अनिवार्य विषय के रूप में प्रारंभ किया जावे। संवैधानिक मान्यता के लिए जनप्रतिनिधि दबाव बनाए, विश्वविद्यालयों में राजस्थानी विभाग खोले, राजस्थानी फिल्म मनोरंजन कर मुक्त हो, राजस्थान लोक सेवा आयोग में समस्त परीक्षा में एक प्रश्न पत्र प्रारंभ किया जावे। अन्य प्रदेशों में जाने वाली रोडवेज बसो पर पधारो म्हारा देश लिखा जाए, राजस्थान दिवस एवं प्रमुख उत्सवों पर प्रदेश के कलाकारो, साहित्यकारों एवं कवियों को आमंत्रित कियाा जावे।
21 बंदुकों की सलामी के साथ ऋषभदेव के जन्मोत्सव मेला
सुबह 6 बजे गजर बजने के साथ 21 बंदुकों की सलामी और धुलैव बैंड की धुन पर बिखरे भक्ति गीतों के बीच ‘आलकी रे पालकी, जय केशरिया लाल की’ जयकारे के साथ मंदिर के पट खुले। इसी के साथ केसरियाजी जन्मोत्सव मेला शुरू हुआ। दिनभर विविध अनुष्ठान चले। लोगों ने दर्शन-पूजन के साथ मेला परिसर में लगी दुकानों में जमकर खरीदारी की। इस बार घरेलू उपयोग, श्रंगार प्रसाधन और खाद्य सामग्री की खूब बिक्री हुई।
आसपास के गांवों से बुधवार शाम ही लोग पहुंचना शुरू हो गए थे, जो सुबह कुंवारिया नदी, पगल्याजी बावड़ी, सूरजकुंड आदि स्थानों पर नहाकर पारंपरिक वेष में पूजा करने पहुंचे। मंदिर जलघड़ी के अनुसार सात बजकर बीस मिनट पर जलाभिषेक, उसके बाद दुग्धाभिषेक, केसर पूजा और आरती हुई। दोपहर तक पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा। इस बीच दोपहर 12 से डेढ़ बजे तक मुख्य शिखर पर ध्वजा धराई गई।
शाम चार बजे निज मंदिर से रजत रथ में विराजित भगवान ऋषभदेव की शोभायात्रा शुरू हुई। जैसे ही रथ आगे बढ़ा पूरा परिसर धुलेवा धणी, कालिया बावसी, केसरियालाल के जयकारों से गूंज उठा। इंद्रध्वज व पुतलियों से सजी गाड़ी को बैलों ने खींचा। धुलेव का बैंड अपने अंदाज में स्वर लहरियां बिखेरता चल रहा था। पीछे धुलेव के जवान बंदुके लिए थे। सजे-धजे अश्व भी छुनछुनाते घुंघरुओं की गमक के साथ आगे बढ़े। बिलख पाल के भक्त व श्रद्धालु भजन गाते चल रहे थे। अंत में चांदी के सजेधजे रथ में भगवान ऋषभदेव सुशोभित थे। यात्रा ऋषभ चौक, जोहरी बाजार, सदर बाजार, नेहरू बाजार, पाटूना चौक, हॉस्पिटल रोड होते हुए पगल्याजी पहुंची। यहां ऋषभदेव की पूजा अर्चना कर आरती की। वापसी में आजाद नीम के नीचे पहुंचने पर भगवान की आरती की गई। इसके बाद निज मंदिर पहुंचने पर मंदिर में गुलाल धारण करा मंगल आरती की। मध्य रात्रि के बाद फिर मंदिर खोला गया। जन्म कल्याणक की आरती की बोलियां लगी, जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
भारतीय बच्चो से मुकाबला के लिए लेवल सुधारे : ओबामा
बेटे के लिए सेक्स पार्टनर
लूसी बैक्सटर के तीन और बेटे ( गोद लिए ) हैं और वह चैरिटी संस्था मैनकैप के लिए काम करती हैं। बैक्सटर का कहना है कि , ' मैं चाहती हूं मेरे बेटे प्यार करें और सेक्स का आनंद लें। मुझे कोई दिक्कत नहीं होगी यदि ओटो ऐम्सटर्डैम के किसी वेश्यालय में जाता है। मुझे लगता है समाज को डाउंस सिंड्रोम के बारे में समझने की जरूरत है। इससे पीड़ित लोगों को अलग - थलग रखना कहां तक जायज है जबकि इनमें भी वैसी ही भावनाएं और इच्छाएं होती हैं जैसी सामान्य लोगों में। ' उन्होंने कहा कि , ' ओटो की भी आकांक्षाएं औरों की तरह हैं। यदि उसकी गर्लफ्रेंड नहीं होगी तो मुझे बहुत बुरा लगेगा क्योंकि मैंने हमेशा उससे कहा है कि वह सब लोगों की तरह ही है। इसलिए मैं काफी कोशिश कर रही हूं कि उसे एक पार्टनर मिले। मैंने ओटो की परवरिश ऐसे की है कि वह अपने को हीन न समझे। उसकी उम्र के सारे लड़के सेक्स कर रहे हैं ... तो ओटो क्यों नहीं ? मुझे बहुत खुशी होगी यदि वह किसी लड़की को घर लाए। ' 21 वर्षीय ओटो ऐक्टर बनना चाहता है और ' मैकबेथ ' और ' द कैंटरबरी टेल्स ' जैसे नाटकों में काम कर चुका है। ओटो के अलावा लूसी बैक्सटर के तीन और गोद लिए बेटे हैं - जेम्स ( 25), टाइटस (14) और रफाएल (7) । क्या होता है डाउंस सिंड्रोम : डाउंस सिंड्रोम या ट्राइसोमी 21 क्रोमोसोम्स ( गुणसूत्र ) की गड़बड़ी से होने वाली बीमारी है। ऐसे लोगों में एक जोड़ी क्रोमोसोम्स ज्यादा होते हैं जिसकी वजह से इससे पीड़ित लोगों को शरीर बनावट औरों से अलग हो सकती है। ऐसे लोगों का मानसिक विकास भी सामान्य लोगों जैसा नहीं होता। डाउंस सिंड्रोम का पता ब्रिटिश डॉक्टर जॉन लैंगडन डाउन ने 1866 में लगाया था। आम तौर पर प्रति 800-1000 लोगों में से एक व्यक्ति डाउंस सिंड्रोम से पीड़ित होता है।
Thursday, March 19, 2009
माहौल खराब कर रहे पाकिस्तान में मदरसे
धंधे में बरकत के लिए बेटी से बलात्कार की हरकत कर डाली
डकैतों ने 12 को जिंदा जला दिया
Tuesday, March 17, 2009
रंग-अबीर में सोहे प्रभु
चुनाव में जीत गए तो बनाएंगे लव पार्क
वह बतौर आजाद उम्मीदवार पटना से किस्मत आजमाएंगे। बाकी उम्मीदवार जहां विकास का नारा दे रहे हैं वहीं लव गुरु प्यार का नारा दे रहे हैं। जसपाल भट्टी की तरह उनका भी एजेंडा अलग है। कह रहे हैं कि संसद में पहुंच गए तो प्रेमियों के लिए काम करेंगे। पटना में बड़ा लवर्स पार्क बनवाएंगे। लोग खुल कर प्यार का इजहार कर सकेंगे। गुरु की दूसरी पत्नी जूली उनका भरपूर साथ निभा रही हैं। वह मानती हैं कि सिर्फ प्यार ही आज के राजनीतिक वातावरण को बदल सकता है। लव गुरु वोट भी दिल छाप पर मांगना चाहते हैं। वह चुनाव आयोग से गुजारिश करेंगे कि उन्हें यही निशान दिया जाए।
शराब के नशे में था दोस्तों ने शरीर में घुसेडी टार्च
का सफल ऑपरेशन कर 17 सेंटीमीटर लंबा और 4 सेंटीमीटर चौड़ा लाल रंग का टॉर्च निकाला। यह टॉर्च चांद के दोस्त ने 4 दिन पहले बदलापुर में जबरन उसके शरीर घुसेड़ दी थी, जब वह अपनी शादी की सालगिरह पर शराब के नशे में धुत था। पिछले 4 दिनों से चांद जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था और उसे नित्यकर्म में भी बाधा पहुंच रही थी।
दोस्त का मांस खाने वाली महिला गिरफ्तार
आरएसएस भी आया मुसलमानों के पक्ष में
Monday, March 16, 2009
आइंस्टीन से भी होशियार है 6 साल का प्रणव
अंडरवेअर में नाचा मंत्री
बुलेटप्रूफ़ परिधान
भारत में उनके डिज़ाइनर रेंज का नाम है डिस्क्रीट इनर्स। उनके कपड़ों में शामिल है चमड़े के जैकेट, इतालवी बिज़नेस सूट और पोलो शर्ट। लेकिन भारतीयों के लिए वे ख़ास स्थानीय अंदाज़ में कपड़े डिज़ाइन करके लाए हैं- कुर्ता पजामा और नेहरू जैकेट। यानी उन भारी भरकम बुलेटप्रूफ़ जैकेटों और कपड़ों से बिल्कुल अलग जो पुलिसकर्मी, सैनिक और ख़तरनाक इलाक़े में काम कर रहे नेता और पत्रकार दुनिया भर में पहनते हैं। ऐसे पारंपरिक कपड़ों में केवलर प्लेट लगी होती है जिनका वज़न सात किलोग्राम तक हो सकता है जिससे पहनने वाले असहज महसूस करता है। और ज़ाहिर है स्टाइलिश तो बिल्कुल भी नहीं। मिगुएल काबालेरो ये बताने को तैयार नहीं हैं उन्होंने किस सामग्री का इस्तेमाल करके बुलेटप्रूफ़ डिज़ाइनर कपड़े तैयार किए हैं लेकिन वे इतना ज़रूर बताते हैं कि इन कपड़ों का कई तरह के बैलिस्किट हथियारों के सामने परीक्षण किया गया है जिसमें रिवॉल्वर से लेकर सबमशीन गन तक शामिल है। भारत में कुछ हफ़्ते बाद ही आम चुनाव होने वाले हैं और मिगुएल मानते हैं कि भारतीय बाज़ार में उतरने का उनका फ़ैसला सही समय पर लिया गया है। वे बताते हैं कि कई भारतीय राजनेताओं ने उनके डिज़ाइनर कपड़े ख़रीदने के लिए बात की है हालांकि वे नाम बताने को तैयार नहीं है। वे कहते हैं," सब कुछ दबे स्वर में होता है। इसलिए आप ऑनलाइन ऑर्डर नहीं कर सकते या फिर किसी भी दुकान पर जाकर नहीं खरीद सकते। संभावित ख़रीददारों से सीधे संपर्क किया जाता है और उनकी पहचान गुप्त रखी जाती है।"
Sunday, March 15, 2009
आयोग की आंखों में धूल झोंकने की तैयारी
भारतीय मूल की कनाडाई सांसद की सेक्सी डीवीडी
राजनीति में सेना की भूमिका को खत्म किया जाएगा
Friday, March 13, 2009
पसंद आया फोटोग्राफर तो दूल्हा जाए भाड में
हालांकि मौके की नज़ाकत को भांपते हुए पृथेश वहां से खिसकने की कोशिश करने लगा , लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उसे जाने नहीं दिया। भव्या ने सबके सामने मांग रख दी कि अगर वह शादी करेगी तो इसी फोटोग्राफर से करेगी।
लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई। फोटोग्राफर पृथेश ने इस शादी से इनकार कर दिया और कहा कि वे दोनों सिर्फ दोस्त हैं और वह शादी नहीं करना चाहता। लेकिन वहीं दूसरी ओर , शादी करने आए दुल्हे के परिवार वालों की हालत अजीब हो गई। एक तो शादी भी नहीं हुई और लड़के वालों की अच्छी खासी बदनामी भी हो गई। मामला उलझता देख तीनों पार्टी कॉम्प्रमाइज़ के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचीं।
पुलिस स्टेशन में भव्या ने दावा किया कि फोटोग्राफर भी उससे प्यार करता है और वह सिर्फ उसी से शादी करेगी। भव्या ने पुलिस के सामने यह भी बताया कि वह दोनों काफी समय से एक-दूसरे के साथ हैं और उन्होंने काफी समय साथ गुज़ारा है। बाद में बंटवाल पुलिस स्टेशन के सूत्रों ने बताया कि पृथेश आखिरकार भव्या से शादी के लिए तैयार हो गया।
उन्होंने पुलिस स्टेशन के पास मौजूद तकरीबन 150 लोगों के सामने एक-दूसरे को स्वीकार किया और फिर करीब रात 8 : 30 बजे एक मंदिर में जाकर उन्होंने आधिकारिक तौर पर शादी कर ली। श्रीनिवास , जिनकी पहले भव्या से शादी होनेवाली थी अब वह उस खर्च के हर्जाने का डिमांड कर रहे हैं जो उनकी फैमिली वालों ने शादी की तैयारियों पर किया था। भव्या की शादी के साथ ही उसके भाई की शादी भी उसी दिन होनी थी। हालांकि उनकी शादी बिना किसी रुकावट के संपन्न हुई। दरअसल उसके भाई के ससुराल पक्ष ने यह ज़ोर दिया कि भव्या की शादी में आए इस कन्फ्यूज़न की वजह से इनलोगों की शादी में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। NBT
पत्नी को मालूम था कि पति ने न्यूड फोटो खींची
उम्मीदवारों का चुनाव रद्द हो सकता है साड़ियां और शर्ट बांटी तो
जाएगा। सूत्रों का कहना है कि वाहन चालकों को पार्टी की ओर से या उम्मीदवार द्वारा स्टेपनी कवर बांटना प्रलोभन के दायरे में आता है। ऐसे किसी भी तरह के वितरण की शिकायत डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट से की जा सकती है। उम्मीदवार व राजनीतिक पार्टियां आसमान से प्रचार के पर्चे गिरा सकते हैं । लेकिन जिस उम्मीदवार के पक्ष में ये हैंड बिल या पर्चे गिराए जाते हैं, उस उम्मीदवार को इस प्रचार के खर्च का पूरा ब्यौरा आयोग को देना होगा। आयोग ने स्पष्ट किया है कि सभी तरह से प्रचार पोस्टरों, हैंड बिलों या पर्चों पर प्रिंटर और पब्लिशर का पता छपा होना अनिवार्य है। यदि किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में बांटे जा रहे पोस्टरों पर प्रिंटर व प्रकाशक का पता नहीं लिखा है, तो उसे जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की विभिन्न धाराओं का उल्लंघन माना जाएगा। सूत्रों का कहना है कि जुलूस के दौरान वाहनों पर झंडे बैनर और पोस्टर लगाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन इन प्रचार सामग्रियों को वाहनों पर चिपकाना या लटकाना मोटर वाहन अधिनियम की धाराओं और स्थानीय नियमों के अनुकूल होना अनिवार्य है। पता चला है कि आयोग ने प्रचार सामग्री तैयार करने में प्लास्टिक शीट के इस्तेमाल पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। न ही इसे आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में लाया गया है। राजनीतिक दलों से अपील की गई है कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जागरूकता प्रदर्शित करते हुए बैनर और पोस्टरों के लिए प्लास्टिक या फिर पॉलिथीन मटीरियल का उपयोग न करें। कोई भी उम्मीदवार या उसके समर्थक व पार्टी कार्यकर्ता किसी की निजी संपत्ति या मकान पर पार्टी झंडा, होर्डिन्ग, पोस्टर व बैनर नहीं लगा सकते। यदि कोई उम्मीदवार ऐसा करना चाहता है तो उसे पहले संपत्ति के मालिक से लिखित अनुमति लेनी होगी। उस अनुमति की कॉपी तीन दिन के अंदर रिटर्निन्ग ऑफिसर या फिर तैनात संबद्ध अधिकारी को देनी होगी। उसके बाद ही किसी निजी प्रॉपर्टी पर बैनर व पोस्टर लगाए जा सकेंगे। यदि उम्मीदवार व उसके समर्थक बिना अनुमति के पोस्टर चिपकाते हैं या बैनर लगाते हैं तो नियमों के तहत उम्मीदवार के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। NBT
चिकचिक करने वाली बीवी बिकाऊ
बिगड़ते माहौल से भारत की मुश्किलें बढ़ीं
हौसले से मौत भी हारी
Monday, March 9, 2009
'बम' और 'गोली' से होली!
ग्रैजुएट पर चेन स्नैचर
पुरुष सेक्स वर्कर को 6 साल की जेल
चुनावों में वोटों के ठेकेदारों की बाढ़
मदरसा गैंग रेप के सभी पांच आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी
गाने की आवाज तेज होने से भाई की हत्या
Sunday, March 8, 2009
शोषण से अब तक उन्हें निजात नहीं मिल
सामाजिक और आर्थिक बराबरी का दिन वुमंस डे
पुरुषों के सहारे की जरूरत होती थी। मैं महिलाओं को यही सलाह देना चाहूंगी कि वे खुद को किसी पॉइंट पर कमजोर महसूस न करें। साथ ही, महिला होने की वजह से हमें किसी का गलत फायदा भी नहीं उठाना चाहिए। हर महिला को खुद को सही तरीके से कैरी करना आना चाहिए और सफलता पाने के लिए खूब मेहनत करनी चाहिए। हर परेशानी को भुलाकर महिलाओं को सही रास्ते पर चलना चाहिए। फिर भगवान जरूर सफलता देंगे। महिला होने के नाते मुझे केयरिंग पुरुष पसंद हैं। पुरुषों के पास इतनी हिम्मत व समझ होनी चाहिए कि वे महिलाओं को उसकी पसंद के फील्ड में आगे बढ़ने दें। पुरुषों को महिलाओं को दबाना नहीं चाहिए और उन्हें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। हालांकि ये बातें महिलाओं पर भी लागू होती हैं। वैसे, महिलाओं पर हावी होने वाले पुरुष मुझे कभी इंप्रेस नहीं कर सकते। पुरुषों को महिलाओं की आजादी छीनने का कोई हक नहीं है। मैंने 'फिर मिलेंगे' जैसी फिल्में की हैं और इनके जरिए मुझे महिलाओं से जुड़े तमाम मुद्दों को जानने का मौका मिला है। वैसे, मैं गर्ल चाइल्ड के लिए कुछ करना चाहती हूं। मेरे पैरंट्स ने हमेशा मुझे बेटे की तरह ट्रीट किया है। अगर दूसरे पैरंट्स भी अपनी बेटियों को ऐसा ही ट्रीटमंट दें, तो वाकई महिलाओं की स्थिति कुछ और ही होगी। मैं अपने देश से प्यार करती हूं और चाहती हूं कि यहां के लोग महिलाओं को सही सम्मान व प्यार दें। बेशक, मैंने शो के मेकर्स को पहले ही यह साफ कर दिया था कि स्क्रीन पर मैं बिकनी नहीं पहनूंगी और ना ही मैं किसी को किस करूंगी। मैं ऐसा कोई काम नहीं करना चाहती, जिससे मेरा नाम खराब हो या मेरी सेल्फ रिस्पेक्ट पर आंच आए। मैं ऐसा कोई काम नहीं करना चाहती थी, जिसे हमारी वैल्यूज स्वीकारती न हों। और यह मैंने कॉन्ट्रैक्ट में लिखवाया भी था। यही वजह है कि अगर अब कोई मुझसे यह कहता है कि वहां मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व नहीं कर रही थी, तो इससे मुझे दुख पहुंचता है। कोई भी व्यक्ति मुझसे यह चीज नहीं छीन सकते। NBT
कपडे उतारने से मना किया तो हो गया दंगा
Friday, March 6, 2009
उसकी इंसानियत पर भाई ने फेर दिया शौतानियत का पानी
चढी जवानी बूढे नू
शिल्पा पर चढा होली का खुमार भांग पिलाएंगी राजस्थान राॅयल्स को
ले वाली शाम राजस्थान रॉयल्स के नाम करने का इरादा किया है। शिल्पा रॉयल्स के साथ अपनी पार्टनरशिप को लेकर काफी एक्साइटेड हैं। वह अपनी टीम का हौसला बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं। होली की पूर्व संध्या यानी 10 मार्च को मुंबई के ग्रैंड हयात में वह और राज कुन्द्रा पार्टी का आयोजन कर रहे हैं। शिल्पा ने बताया कि पार्टी होली की पूर्व संध्या पर हो रही है इसलिए इसमें रंगों का इस्तेमाल नहीं होगा। हालांकि हम स्टेज पर रंगों से नहीं खेलेंगे। लेकिन पार्टी में भांग की व्यवस्था होगी। शिल्पा ने कहा कि मैं इस साल कई चीजें लॉन्च कर रही हूं जिसमें मेडी स्पा भी शामिल है। यह आईपीएल का ही हिस्सा होगा। श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर हुए हमले पर शिल्पा ने अफसोस जताया और कहा कि पाकिस्तान में काफी दुखद घटना हुई। पिछले साल आईपीएल में सुरक्षा व्यवस्था काफी बेहतर थी। हर खिलाड़ी का अच्छे तरीके से ध्यान रखा गया।
कई बार मौत आई, फिर बच्चे को जन्म दिया
दौरा पड़ने के कारण कई मुसीबतों में पड़ी। कई बार तकनीकी रूप से उसे मृत घोषित किया गया, यहां तक कि उसकी याददाश्त भी चली गई। फिर भी उसने एक बेटे को जन्म दिया। चेरल 35 साल की है। पिछले साल 2 दिसंबर को वह अपने पति टेरी केम्प के साथ कुछ शॉपिंग करके लौट रही थीं। तभी उन्हें साउथ लंदन के बेकनहम स्थित अपने घर के पास ही दिल का दौरा पड़ा। टेरी फौरन ही उसे पास ही के अस्पताल ले गये। वहां पार्किन्ग में ही गाड़ी खड़ी करके उन्होंने डॉक्टरों को कॉल किया। चेरल के इलाज के दौरान पता चला कि उनकी एक नस में खून का थक्का जम गया है। उनका ऑपरेशन किया गया। लेकिन इलाज के
दौरान कई बार यह मौका आया कि उन्हें तकनीकी रूप से मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर कुछ दवाओं का इस्तेमाल इसलिए नहीं कर पाए कि उससे उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता था। पर जैसे ही डॉक्टरों ने खून के थक्के को साफ कर दिया उन्हें आठ दिनों तक कोमा में रख दिया गया। इस बीच कोमा के छठे दिन चेरल ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। इसका नाम एल्बी रखा गया है। डॉक्टर इसे चमत्कार ही मान रहे हैं, क्योंकि ऐसी हालत में या तो बच्चे की जान को खतरा था मां की जान को। लेकिन इसका एक नुकसान यह हुआ कि उनकी याददाश्त चली गई। कोमा टूटने के बाद उन्होंने कहा कौन बच्चा, किसका बच्चा। वह यह भी भूल गईं कि वह प्रेग्नंट थीं। उन्होंने यह भी पूछा कि वह अस्पताल में क्यों हैं। जब उन्हें पूरा घटनाक्रम बताया गया तो वह भी यकीन नहीं कर सकीं। उन्होंने कहा कि यह सब सुनने के बाद मेरा सिर घूमने लगा है। इस कपल को पहले से एक 16 साल का बेटा सैम और 9 साल की बेटी जॉर्जी है। लेकिन अब उनकी याददाश्त धीरे-धीरे लौट रही है। और इनकी जिन्दगी पटरी पर लौटने लगी है।