ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने उम्मीद जाहिर की है कि क्लाइमे ट चेंज पर काबू पाने में आई बाधाओं को दूर किया जा सकता है। ब्लेयर ने कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि अगर विकासशील देश ग्रीनहाउस गैसों पर रोक लगाने को तैयार हो जाते हैं तो 2020 तक एक करोड़ नई नौकरियां पैदा हो सकती हैं।
क्लाइमेट चेंज पर पहल की अध्यक्षता करने वाले ब्लेयर ने एक रिपोर्ट भी जारी की, जिसमें दिखाया गया है कि वैश्विक जलवायु परिवर्तन अनुबंध दुनिया के जीडीपी को 2020 तक 0.8 फीसदी तक बढ़ा सकता है। ब्लेयर संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन की बैठक के चलते न्यू यॉर्क में हैं। न्यू यॉर्क में ब्लेयर एक हफ़्ते तक विभिन्न समर्थन आयोजनों में भाग लेंगे। ये समारोह कोपेनहेगन में एक नई जलवायु संधि का खाका तैयार करने के समर्थन में हो रहे हैं।
ब्लेयर की यह रिपोर्ट कैंब्रिज विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्रियों द्वारा बनाए कंप्यूटर मॉडल पर आधारित है। उन्होंने कोपेनहेगन में होने वाली बातचीत को एक ऐसे कदम के रूप में संबोधित किया, हम एक अभियान से नीति कार्यक्रम तक बढ़ते हैं।
क्लाइमेट चेंज पर पहल की अध्यक्षता करने वाले ब्लेयर ने एक रिपोर्ट भी जारी की, जिसमें दिखाया गया है कि वैश्विक जलवायु परिवर्तन अनुबंध दुनिया के जीडीपी को 2020 तक 0.8 फीसदी तक बढ़ा सकता है। ब्लेयर संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन की बैठक के चलते न्यू यॉर्क में हैं। न्यू यॉर्क में ब्लेयर एक हफ़्ते तक विभिन्न समर्थन आयोजनों में भाग लेंगे। ये समारोह कोपेनहेगन में एक नई जलवायु संधि का खाका तैयार करने के समर्थन में हो रहे हैं।
ब्लेयर की यह रिपोर्ट कैंब्रिज विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्रियों द्वारा बनाए कंप्यूटर मॉडल पर आधारित है। उन्होंने कोपेनहेगन में होने वाली बातचीत को एक ऐसे कदम के रूप में संबोधित किया, हम एक अभियान से नीति कार्यक्रम तक बढ़ते हैं।