Tuesday, July 14, 2009

एयरहोस्टेस से लेकर पायलट तक नशे में

विमान के उड़ान भरने से ठीक पहले पायलट या परिचालक दल के सदस्यों के नशे में पाए जाने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। पिछले छह माह में इस तरह के करीब एक दर्जन मामलों की रिपोर्ट डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) को भेजी गई है। नशे में धुत्त पाए गए कर्मचारियों में एयरहोस्टेस भी शामिल हैं। सबसे ताजा मामला सोमवार को हैदराबाद के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सामने आया, जहां मुंबई जाने वाली इंडियन एयरलाइंस की सेवा (आईसी-९४२) का एक फ्लाइट अटेंडेंट नशे में पाया गया।
एक निजी एयरलाइंस के अधिकारी का कहना है कि इस तरह के मामलों में वृद्धि चिंताजनक है। डीजीसीए इस तरह के क्रियाकलापों में लिप्त पाए गए पायलटों व चालक दल के सदस्यों पर लगातार नजर रखता है। उसके अधिकारी अक्सर उड़ान से पहले एयरपोर्ट का औचक निरीक्षण करते हैं। जो भी कर्मचारी नशे में पाया जाता है, उसे तत्काल ड्यूटी से हटा दिया जाता है। उन्हें ट्रेनिंग सेंटर पर दो माह के रिफ्रेशर कोर्सेज के लिए भेजा जाता है। सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर त्योहारों के आसपास इस तरह की घटनाएं बढ़ जाती हैं। हालांकि विमानन कंपनियां शराब के प्रयोग को जरा भी बर्दाश्त नहीं करती हैं।