नाबालिग लड़की के कथित यौन शोषण के आरोप में बडवानी स्थित शासकीय महाविद्यालय के एक सहायक प्राध्यापक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार को सिलावद थाना क्षेत्र के अंतरसभा गांव की 16 वर्षीय लड़की की शिकायत पर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में इतिहास पढ़ाने वाले सहायक प्राध्यापक प्यारेलाल डूडवे को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में उसके घर में काम करने वाली महिला को भी गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अन्य राजेंद्र नामक व्यक्ति की तलाश की जा रही है।
आरोपी प्राध्यापक और उसकी नौकरानी बालीबाई को सोमवार को यहां न्यायिक दंडाधिकारी रेखा दीक्षित की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस किशोरी को बालीबाई और राजेंद्र हाट बाजार ले जाने के बहाने बड़वानी लेकर आए थे और उसे प्राध्यापक को सौंपा गया था।
डूडवे ने कथित रूप से उक्त किशोरी को अपने घर में बंधक बनाकर उसका यौन शोषण किया। दो दिन पहले लड़की को उसके भाइयों ने मुक्त कराया है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रवींद्र कान्हरे ने बताया कि मामले की रिपोर्ट आयुक्त उच्च शिक्षा आयोग को भेज दी गई है। कॉलेज सूत्रों ने बताया कि खरगोन जिले के बड़वाह में शासकीय पद पर पदस्थ डूडवे की पत्नी ने उच्च शिक्षा विभाग को भेजे पत्र में पति को कथित रूप से व्यभिचारी बताते हुए उनका वेतन नहीं निकाले जाने की मांग पूर्व में की है।
आरोपी प्राध्यापक और उसकी नौकरानी बालीबाई को सोमवार को यहां न्यायिक दंडाधिकारी रेखा दीक्षित की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस किशोरी को बालीबाई और राजेंद्र हाट बाजार ले जाने के बहाने बड़वानी लेकर आए थे और उसे प्राध्यापक को सौंपा गया था।
डूडवे ने कथित रूप से उक्त किशोरी को अपने घर में बंधक बनाकर उसका यौन शोषण किया। दो दिन पहले लड़की को उसके भाइयों ने मुक्त कराया है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रवींद्र कान्हरे ने बताया कि मामले की रिपोर्ट आयुक्त उच्च शिक्षा आयोग को भेज दी गई है। कॉलेज सूत्रों ने बताया कि खरगोन जिले के बड़वाह में शासकीय पद पर पदस्थ डूडवे की पत्नी ने उच्च शिक्षा विभाग को भेजे पत्र में पति को कथित रूप से व्यभिचारी बताते हुए उनका वेतन नहीं निकाले जाने की मांग पूर्व में की है।