2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए ब्लास्ट मामले में मुख्य आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने
एक सनसनीखेज बयान में कहा है कि वह आत्महत्या कर लेंगी। साध्वी ने इस धमकी के पीछे जो वजह बताई है उसके मुताबिक उनके साथ जेल के अंदर अच्छा बर्ताव नहीं होता है। 11 जुलाई को मीडिया के नाम लिखी चिट्ठी में साध्वी ने कहा है कि जेल के अंदर पुलिस, अस्पताल कर्मियों और जेल अफसरों द्वारा उनके साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार से वह आजिज आ गई हैं। वह आजकल मुंबई के भायखला जेल में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बेहद खराब स्वास्थ्य के बावजूद उन्हें एंबुलेंस के बजाय जेजे अस्पताल पुलिस की जीप में ले जाया गया। साध्वी के वकील नवीन ने आरोप लगाया कि मोहम्मद अजमल कसब जैसे आतंकियों को जहां जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है, वहीं हिंदुत्व की अवधारणा का समर्थन के चलते उन्हें जेल में परेशान किया जा रहा है। साध्वी ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र राज्य एटीएस ने इस मामले में उन्हें फंसाया है। गौरतलब है कि साध्वी ने इससे पहले विशेष मकोका कोर्ट में जेल में उनके साथ हो रहे बुरे बर्ताव का आरोप लगाते हुए दो बार एप्लिकेशन लिखी है, जिसके बाद कोर्ट ने जेल अफसरों को आरोपों की जांच करने को कहा था और साध्वी को जेजे हॉस्पिटल ले जाए जाने का निर्देश दिया था।
एक सनसनीखेज बयान में कहा है कि वह आत्महत्या कर लेंगी। साध्वी ने इस धमकी के पीछे जो वजह बताई है उसके मुताबिक उनके साथ जेल के अंदर अच्छा बर्ताव नहीं होता है। 11 जुलाई को मीडिया के नाम लिखी चिट्ठी में साध्वी ने कहा है कि जेल के अंदर पुलिस, अस्पताल कर्मियों और जेल अफसरों द्वारा उनके साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार से वह आजिज आ गई हैं। वह आजकल मुंबई के भायखला जेल में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बेहद खराब स्वास्थ्य के बावजूद उन्हें एंबुलेंस के बजाय जेजे अस्पताल पुलिस की जीप में ले जाया गया। साध्वी के वकील नवीन ने आरोप लगाया कि मोहम्मद अजमल कसब जैसे आतंकियों को जहां जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है, वहीं हिंदुत्व की अवधारणा का समर्थन के चलते उन्हें जेल में परेशान किया जा रहा है। साध्वी ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र राज्य एटीएस ने इस मामले में उन्हें फंसाया है। गौरतलब है कि साध्वी ने इससे पहले विशेष मकोका कोर्ट में जेल में उनके साथ हो रहे बुरे बर्ताव का आरोप लगाते हुए दो बार एप्लिकेशन लिखी है, जिसके बाद कोर्ट ने जेल अफसरों को आरोपों की जांच करने को कहा था और साध्वी को जेजे हॉस्पिटल ले जाए जाने का निर्देश दिया था।