एक औसत आदमी दिन में 10 लड़कियों को घूरता है और ऐसा करने में वह 43 मिनट समय देता है। एक ब्रिटिश रिसर्च के मुताबिक आदमी औसतन जिंदगी का एक साल लड़कियों को घूरने में बिता देता है। जहां तक औरतों का सवाल है वह दिन में छह मर्दों को निहारने में 20 मिनट खर्च करती है। इस तरह औरतों की जिंदगी के छह महीने मर्दों को घूरने में ही निकल जाते हैं। पोल करने वाली संस्था कोडेक लेंस विजन के मार्क आयरलैंड का कहना है, 'मर्द औरतों के बट को घूरने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि वह इसमें कितना समय देते हैं। ऑपजिट सेक्स को घूरने में एक साल लगाना काफी लंबा समय लगता है।'
रिसर्चरों ने इस सर्वे को करते वक्त यह माना है कि लोग 18 से 50 की उम्र तक ही ऑपजिट सेक्स के लोग को घूरते हैं। पोल में भाग लेने वाले 3000 लोगों ने माना कि जब उन्हें कोई टकटकी लगा के घूरा जाता है तो अच्छा लगता है, जबकि 16 महिलाओं ने कहा कि इससे वह असहज हो जाती है। 20 प्रतिशत महिलाओं का कहना था कि इससे वे शरमा जाती हैं। महिलाओं का कहना है कि वह सबसे पहले मर्दों की आखों में देखती हैं, जबकि पुरुषों का कहना है कि वह महिलाओं की फिगर को निहारते हैं।
रिसर्चरों ने इस सर्वे को करते वक्त यह माना है कि लोग 18 से 50 की उम्र तक ही ऑपजिट सेक्स के लोग को घूरते हैं। पोल में भाग लेने वाले 3000 लोगों ने माना कि जब उन्हें कोई टकटकी लगा के घूरा जाता है तो अच्छा लगता है, जबकि 16 महिलाओं ने कहा कि इससे वह असहज हो जाती है। 20 प्रतिशत महिलाओं का कहना था कि इससे वे शरमा जाती हैं। महिलाओं का कहना है कि वह सबसे पहले मर्दों की आखों में देखती हैं, जबकि पुरुषों का कहना है कि वह महिलाओं की फिगर को निहारते हैं।