यह तो खबर थी कि जिले के बड़े साब आज उनके स्टे हॉम में आने वाले थे लेकिन यह सपने में भी नहीं सोचा था कि बड़े साब उनके साथ काफी देर तक बात करेंगे और उनके साथ आई गुड़िया उनके लिए ढेर सारे ईनाम लेकर आएंगी।सर्व शिक्षा अभियान के विकास खण्ड राजसमन्द की ओर से राजनगर में झुग्गी झोंपडी में रहने वाले व कचरा बिनने वाले बच्चांð के लिए चलाए जा रहे स्टे होम में रहने वाले अधिकांश बच्चों के होंठो पर यही बात थी। जिला कलक्टर नवीन जैन स्टे हॉम में अपनी पत्नी श्रीमती सुनीता जैन, पुत्री आकांक्षा के साथ पहुंचे। जिला कलक्टर जैन ने वहां बालकों से करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत की। नवीन जैन ने बच्चांð से जीवन में व्यवहारिकता व शिक्षा का परस्पर संबंध बताते हुए बच्चांð को जीवन में ईमानदार सच्चा व मेहनती होने की बात कहीं। जैन ने बच्चांð को शिक्षा के प्रति जागरूक होने व शारीरिक साफ-सफाई के प्रति ध्यान रखने के लिए कहा। जिला कलक्टर जैन की पुत्री आकांक्षा का जन्मदिन होने से उन्होने स्टे होम के सभी बच्चों के लिए नए कपड़े, स्कूल डेसे व पानी की केम्पर वितरित की। जैन ने बच्चों को जन्मदिन का मतलब भी समझाया। इस अवसर पर जिला परियोजना समन्वयक शंकर लाल सनाढय, खण्ड संदर्भ केन्द्र प्रभारी महेन्द्र सिंह झाला, संदर्भ व्यक्ति रूपेश पालीवाल भी मौजूद थे।व्यावहारिक ज्ञान देवे : जिला कलक्टर नवीन जैन ने विद्यालय के स्टाफ से अध्यापन के दौरान बच्चांð में व्यवहारिक ज्ञान देने की बात पर जोर दिया ताकि ये बच्चे अपने साथ-साथ अपने घर वालें का भी ध्यान रख सके। उन्होने विद्यालय भवन का अवलोकन किया। बच्चांð के बैठने की जगह, खाना बनाने वाली जगह, पढाई का कमरा व स्टेशनरी का अवलोकन किया। उन्होने स्टाफ को निर्देशित किया कि हर माह के एक गुरूवार को यहां केन्द्र पर नाई बुलाकर इनके बाल कटवाए जावें व इन्हें साफ-सफाई से रहना सिखाया जाए।पुलिस बनने वाले के साथ मैं हूं : जिला कलक्टर नवीन जैन ने स्टे होम के बच्चों से बातचीत के दौरान पूछा कि कौन-कौन पुलिस बनना चाहता है तो मौजूद बच्चों में से दस ने हाथ खड़े किए। उन्होने चुटकी लेते हुए कहा कि जो बच्चे पुलिस बनना चाहते है मेरी तरफ से उन्हें पूरा सहयोग दूंगा।