अनेक जानीमानी हस्तियों समेत करीब 60 हजार लोगों ने मुंबई हमले के विरोध में 50 किलोमीटर लम्बी मानव श्रंखला बनाई। वरिष्ठ नागरिकों, कार्यालय जाने वाले लोगों तथा यूनीफार्म पहने छात्र-छात्राओं के हुजूम ने थर्रा देने वाले हमलों के बाद सामान्य होते जनजीवन को आधार दे रही मुंबई की सड़कों पर एक-दूसरे का हाथ पकड़कर हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित ताज होटल, आ॓बेराय-ट्राइडेंट होटल तथा नरीमन हाउस के पास श्रंखला बनाई। श्रंखला का निर्माण तीन अलग-अलग मार्गों पर तीन भागों में किया गया। पहला मार्ग हमलों में निशाना बने तीनों होटलों के पास से था। दूसरा मार्ग नरीमन प्वाइंट से मीरा रोड तक था। तीसरी मानव श्रंखला करीब 30 किलोमीटर लंबी थी जो छत्रपति शिवाजी टर्मिनस सहित मध्य मुंबई के अनेक स्थानों से गुजरी। मानव श्रंखला में सहभागी लोगों ने आतंकवाद के विरोध में नारेबाजी की। वे ‘हम सब एक हैं’, ‘भारत माता की जय’ तथा ‘नो मोर वायलेंस’ के नारे लिखी तख्तियां लिये थे। इस दौरान हमलों को रोकने में नाकामी के लिए राजनेता भी निशाने पर रहे। इस मौके पर जावेद अख्तर ने कहा आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता, वे केवल आतंकवादी हैं। उन्होंने कहा हम देश के दुश्मनों के खिलाफ हैं, चाहे वे मुस्लिम हों या हिंदू।इस मानव श्रंखला में महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी, गीतकार जावेद अख्तर, अभिनेता राहुल बोस और पूर्व मेयर शांति पटेल ने भी हिस्सा लिया। गैर सरकारी संगठन के कार्यकर्ता जतिन देसाई ने कहा हमने अपने शहर में बहुत नफरत और खून-खराबा देखा है। अब हम अपने शहर को आतंकवाद और जंग, हिंसा तथा नफरत की बात करने वालों के हाथों में नहीं जाने देंगे।