अमेरिका और ब्रिटेन ने मुंबई पर हुए आतंकवादी हमलों में पाकिस्तानी तत्वों के शामिल होने के ठोस सबूत मुहैया कराए हैं लेकिन पाकिस्तान कुछ करने के बजाय अनिर्णय की स्थिति में दिखाई दे रहा है।अमेरिकी और ब्रिटिश अधिकारियों ने मुंबई पर हमला करने वाले आतंकवादियों और उन्हें निर्देशित कर रहे पाकिस्तान में मौजूद उनके आकाओं के बीच उपग्रह और मोबाइल के जरिए हुई बातचीत को सौंपा था। पश्चिमी राजनयिकों का मानना है कि इस्लामाबाद ने उनके द्वारा दी गई खुफिया जानकारियों पर कुछ खास नहीं किया है और वे चाहते हैं कि 26 नवंबर को हमला करने वाले लोगों के पीछे मौजूद लोगों के खिलाफ पारदर्शी तरीके से कार्रवाई की जाए।राजनयिक सूत्रों ने बताया कि मुंबई हमलों के बाद ब्रिटिश और अमेरिकी जांचकर्ताओं ने काफी मात्रा में तकनीकी और अन्य खुफिया जानकारियां जुटाई थी जिन्हें बाद में पाकिस्तान को सौंप दिया गया था।