मंगलौर के एक बार में शराब पीने वाली महिलाओं पर हमला करने के विरोध में कुछ लोगों के एक समूह ने दक्षिणपंथी श्रीराम सेना को गुलाबी चढ्ढी का उपहार भेजने का निर्णय किया है।
कुछ पुरुषों समेत पाँच हज़ार लोगों से ज़्यादा लोगों ने फ़ेसबुक पर एक गुट बनाया है जिसे उन्होंने 'पब-गोइंग, लूज़ एंड फ़ॉरवर्ड वूमन' का नाम दिया है। इस समूह के लोगों का कहना है कि वह 14 फ़रवरी को वेलेंटाइन डे के दिन श्रीराम सेना को गुलाबी चढ्ढी उपहार स्वरूप भेजेंगे। श्रीराम सेना पर पिछले महीने मंगलौर में एक बार पर हमला करने का आरोप लगाया गया है। श्रीराम सेना का नेतृत्व करने वाले प्रमोद मुतालिक ने कहा कि भारत में महिलाओं का बार में जाकर शराब पीने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रमोद मलिक को मंगलौर में हुए हमले के बाद ग़िरफ़्तार कर लिया गया था, बाद में ज़मानत पर छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि शनिवार को वेलेंटाइड डे को मनाने का भी उनके समर्थक विरोध करेंगे। पब जाने वाली महिलाओं का संघ फ़ेसबुक पर पिछले बृहस्पतिवार को बना था। गुट ने वेलेंटाइन डे पर महिलाओं को नज़दीकी पब जाकर एक ड्रिंक पीने की भी सलाह दी है। इस गुट की प्रवक्ता निशा सूज़न ने बीबीसी से कहा कि उनका समूह चढ्ढी भेंट करने जा रहा है। उन्होंने एक प्रमुख दक्षिणपंथी गुट का हवाला दिया जिनके खाकी निक्कर पहनने वाले कार्यकर्ताओं को अक्सर चढ्ढीवाला कहा जाता है। उन्होंने कहा, "हमने गुलाबी रंग इसलिए चुना क्योंकि यह शोख रंग है।"
निशा ने कहा कि उनका समूह देश भर से क़रीब 500 गुलाबी चढ्ढियाँ एकत्र करेगा और उन्हें हुबली स्थित मुतालिक के दफ़्तर भेज देगा।उन्होने बताया, "हमारे पास दो ही विकल्प थे। या तो राम सेना के कामों की अनदेखी करें या उसका जवाब दें। हमने इसका जवाब देना तय किया। यह ऐसा जवाब है जिसे वे कतई पसंद नहीं करेंगे।" इस समूह ने लोगों से देश भर में स्थित उनके संग्रह केंद्रों पर डाक से या निजी तौर पर चढ्ढी भेजने को कहा है। इस समूह के इस क़दम के बारे में राम सेना ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।मंगलौर में पिछले महीने हुए हमले को कुछ टीवी चैनलों ने कैमरे में क़ैद किया था और उसे प्रसारित भी किया गया था। बहुत से लोग इस फ़ुटेज को देखकर अचंभित रह गए थे। टीवी में दिखाया गया था कि कुछ महिलाओं को पकड़ कर पुरुष पीट रहे हैं। जो महिलाएं नीचे गिर गईं थीं, उन्हें पुरुष पैरों से मार रहे थे।
इस मामले में मुतालिक समेत 33 लोगों को ग़िरफ़्तार किया गया था। महिलाओं के समूहों ने ख़ासतौर पर इस कृत्य की निंदा की थी। केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री रेणुका चौधरी ने इस कृत्य को तालेबानी व्यवहार की संज्ञा दी थी। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भी हमला करने वाले संगठन से दूरी बना ली है। पार्टी ने कहा है कि उसका श्रीराम सेना से कुछ लेना देना नहीं है। बीबीसी संवाददाता का कहना है कि यह दक्षिणपंथी गुट जिसके कुछ तार भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं, भारत के अनेक हिस्सों में सक्रिय है। यह गुट समय समय पर वेलेंटाइन डे के अलावा मुस्लिम और ईसाइयों पर भी निशाना साधता रहा है।
कुछ पुरुषों समेत पाँच हज़ार लोगों से ज़्यादा लोगों ने फ़ेसबुक पर एक गुट बनाया है जिसे उन्होंने 'पब-गोइंग, लूज़ एंड फ़ॉरवर्ड वूमन' का नाम दिया है। इस समूह के लोगों का कहना है कि वह 14 फ़रवरी को वेलेंटाइन डे के दिन श्रीराम सेना को गुलाबी चढ्ढी उपहार स्वरूप भेजेंगे। श्रीराम सेना पर पिछले महीने मंगलौर में एक बार पर हमला करने का आरोप लगाया गया है। श्रीराम सेना का नेतृत्व करने वाले प्रमोद मुतालिक ने कहा कि भारत में महिलाओं का बार में जाकर शराब पीने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रमोद मलिक को मंगलौर में हुए हमले के बाद ग़िरफ़्तार कर लिया गया था, बाद में ज़मानत पर छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि शनिवार को वेलेंटाइड डे को मनाने का भी उनके समर्थक विरोध करेंगे। पब जाने वाली महिलाओं का संघ फ़ेसबुक पर पिछले बृहस्पतिवार को बना था। गुट ने वेलेंटाइन डे पर महिलाओं को नज़दीकी पब जाकर एक ड्रिंक पीने की भी सलाह दी है। इस गुट की प्रवक्ता निशा सूज़न ने बीबीसी से कहा कि उनका समूह चढ्ढी भेंट करने जा रहा है। उन्होंने एक प्रमुख दक्षिणपंथी गुट का हवाला दिया जिनके खाकी निक्कर पहनने वाले कार्यकर्ताओं को अक्सर चढ्ढीवाला कहा जाता है। उन्होंने कहा, "हमने गुलाबी रंग इसलिए चुना क्योंकि यह शोख रंग है।"
निशा ने कहा कि उनका समूह देश भर से क़रीब 500 गुलाबी चढ्ढियाँ एकत्र करेगा और उन्हें हुबली स्थित मुतालिक के दफ़्तर भेज देगा।उन्होने बताया, "हमारे पास दो ही विकल्प थे। या तो राम सेना के कामों की अनदेखी करें या उसका जवाब दें। हमने इसका जवाब देना तय किया। यह ऐसा जवाब है जिसे वे कतई पसंद नहीं करेंगे।" इस समूह ने लोगों से देश भर में स्थित उनके संग्रह केंद्रों पर डाक से या निजी तौर पर चढ्ढी भेजने को कहा है। इस समूह के इस क़दम के बारे में राम सेना ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।मंगलौर में पिछले महीने हुए हमले को कुछ टीवी चैनलों ने कैमरे में क़ैद किया था और उसे प्रसारित भी किया गया था। बहुत से लोग इस फ़ुटेज को देखकर अचंभित रह गए थे। टीवी में दिखाया गया था कि कुछ महिलाओं को पकड़ कर पुरुष पीट रहे हैं। जो महिलाएं नीचे गिर गईं थीं, उन्हें पुरुष पैरों से मार रहे थे।
इस मामले में मुतालिक समेत 33 लोगों को ग़िरफ़्तार किया गया था। महिलाओं के समूहों ने ख़ासतौर पर इस कृत्य की निंदा की थी। केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री रेणुका चौधरी ने इस कृत्य को तालेबानी व्यवहार की संज्ञा दी थी। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भी हमला करने वाले संगठन से दूरी बना ली है। पार्टी ने कहा है कि उसका श्रीराम सेना से कुछ लेना देना नहीं है। बीबीसी संवाददाता का कहना है कि यह दक्षिणपंथी गुट जिसके कुछ तार भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं, भारत के अनेक हिस्सों में सक्रिय है। यह गुट समय समय पर वेलेंटाइन डे के अलावा मुस्लिम और ईसाइयों पर भी निशाना साधता रहा है।