इस बार ऑस्कर इंडियन हो गया। स्लमडॉग मिलिनेयर ने बेंजामिन बटने को जबरदस्त टक्कर दी। 13 नोमिनेशन के बाद भी बेंजामिन बटन को सिर्फ 3 ऑस्कर मिले, जबकि स्लमडॉग मिलिनेयर को 10 में नोमिनेशन में से 8 अवॉर्ड मिले। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।इससे भी बड़ी उपलब्धि है, रहमान के संगीत और गुलजार के गाने को पुरस्कार मिलना। जय हो की गूंज अब पूरी दुनिया में है। रसूल पकुट्टी को भी बेस्ट साउंड मिक्सिंग कैटेगरी में ऑस्कर मिला है। एक तरह से देखें तो पूरे ऑस्कर में कई हिन्दुस्तानी चेहरे नजर आए।रहमान को बेस्ट म्यूजिक सॉन्ग के लिए अवॉर्ड मिला। रहमान को दूसरा ऑस्कर अवार्ड बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग के लिए दिया गया। यह अवार्ड स्लमडॉग मिलिनेयर के गाने जय हो के लिए दिया गया। इस गाने को गुलजार ने लिखा है। एक और भारतीय रसूल पकुट्टी को बेस्ट साउंड मिक्सिंग के लिए ऑस्कर सम्मान दिया गया। स्लमडॉग मिलिनेयर को बेस्ट फिल्म का भी ऑस्कर अवॉर्ड मिला है। इस फिल्म के डाइरेक्टर डैनी बॉयल को बेस्ट डाइरेक्टर के अवॉर्ड से नवाजा गया। स्लमडॉग को बेस्ट एडाप्टेड स्क्रीन प्ले का अवॉर्ड भी मिला है, साथ ही इसे सिनेमैटोग्राफी का भी ऑस्कर अवॉर्ड हासिल हुआ है।भारत में बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म स्माइल पिंकी को भी ऑस्कर से नवाजा गया। मिर्जापुर की लड़की पिंकी की जिंदगी की कहानी पर बनी फिल्म 'स्माइल पिंकी' को बेस्ट शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री का अवार्ड मिला।
भारतीय फिल्म जगत के इतिहास में यह पहला मौका है, जब एक साथ उसके कई कलाकारों ने अकादमी अवॉर्ड समारोह में विजेता ट्रॉफी हासिल की। इसके पहले भानू अथैया को फिल्म गांधी के लिए सर्वश्रेष्ठ कास्ट्यूम और प्रख्यात निर्देशक सत्यजीत रे को लाइफटाइम एचीवमेंट के ऑस्कर पुरस्कार मिले थे। NDTV
भारतीय फिल्म जगत के इतिहास में यह पहला मौका है, जब एक साथ उसके कई कलाकारों ने अकादमी अवॉर्ड समारोह में विजेता ट्रॉफी हासिल की। इसके पहले भानू अथैया को फिल्म गांधी के लिए सर्वश्रेष्ठ कास्ट्यूम और प्रख्यात निर्देशक सत्यजीत रे को लाइफटाइम एचीवमेंट के ऑस्कर पुरस्कार मिले थे। NDTV