बाइकर्स के खिलाफ पुलिस कमिश्नर के ऐलान से पहले ही मुजरिमों ने इस का तोड़ खोज निकाला है। स्कूटर पर टाई लगाकर चलने वाला ऐसा गिरोह पकड़ा गया है, जो 100 से ज्यादा डमी सेलफोन, मिक्सी और कैमरों को असली बताकर बेच चुका था। जो लोग इनके जाल में नहीं फंसते थे, उन्हें यह गिरोह लूट लेता था। लोदी कॉलोनी और डिफेंस कॉलोनी थानों में ऐसे कई केस दर्ज हो रहे थे। एसएचओ (लोदी कॉलोनी) राजेंद्र सिंह को जानकारी मिली कि मुस्तफाबाद और करावल नगर में रहने वाले कुछ लड़के ये वारदातें कर रहे हैं। मुखबिर ने खबर दी कि यह गिरोह जोर बाग में किसी बुजुर्ग को लूटने आने वाला है। बी. के. दत्त कॉलोनी में चारबाग के पास इन्हें पकड़ लिया गया। मुलजिमों के नाम हैं- इस्त्राइल, मदीन, शकील और नौशाद। इनके कब्जे से 10 डमी सेलफोन, पिस्तौल, तीन चाकू और दो स्कूटर जब्त किए गए। डीसीपी (साउथ) हरगोबिंदर धालीवाल के मुताबिक, यह गिरोह गफ्फार मार्किट से करीब 300 रुपये में असली जैसे नजर आने वाले नोकिया के एन-95 सीरीज के सेलफोन खरीदता था। इसके बाद सुबह और शाम दो शिफ्टों में ये लड़के वारदात करने निकलते थे। बड़ी कंपनियों के इग्जेक्यटिव नजर आने के लिए टाई लगाई जाती थी। इन्हें मालूम था कि बाइकों के खिलाफ पुलिस सख्त हो रही है। चेकिंग से बचने और शरीफ नजर आने के लिए स्कूटर पर सवारी की जाती थी। स्कूटर का पिक-अप बढ़ाने के लिए स्कूटर के इग्निशन में पेट्रोल सप्लाई बढ़ाई जाती थी। यह गिरोह रेड लाइटों पर आमलोगों को टारगेट बनाता था। इन्हें सीलबंद सामान दिखाकर इन्हें मल्टीनैशनल कंपनियों का प्रोडक्ट बताया जाता था। 100 से ज्यादा लोग इनके शिकार बने। पुलिस को जानकारी मिली है कि ऐसे कई गिरोह दिल्ली और एनसीआर में सक्रिय हैं।