स्वास्थ्य मंत्री अंबुमणि रामदॉस ने फेअरनस क्रीम बनाने वाली कंपनियों पर निशाना साधा है। रामदॉस ने बुधवार को कहा कि इन कंपनियों को अपना दावा साबित करना होगा। उन्हें वैज्ञानिक सबूत पेश करने होंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ऐसा नहीं चलेगा। ये कंपनियां यह नहीं कह सकतीं कि एक हफ्ते में आप गोरे या ऐसा ही कुछ और हो जाएंगे। मैंने सूचना और प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर ऐसा दावा करने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है। गौरतलब है कि पहले भी ऐसी रिपोर्ट्स आई थीं, जिनमें डॉक्टरों ने कहा था कि फेअरनस क्रीम के तत्वों टिटैनियम डाइऑक्साइड, निकोटिमाइड, हाइड्रोलाइज्ड मिल्क प्रोटीन, मोती और केसर से त्वचा का रंग नहीं बदला जा सकता। निकोटिमाइड थोड़े समय के लिए खून का सर्कुलेशन बढ़ा देता है, जिससे त्वचा पर कुछ वक्त के लिए लालिमा सी दिखती है। त्वचा का रंग मेलानोसाइट्स को नष्ट करके ही बदला जा सकता है, लेकिन इसके दूरगामी नतीजे काफी हानिकारक होते हैं। NBT