Friday, February 20, 2009

यूथ में रिलेशन का ब्रेकअप का नतीजा है अश्लील एमएमएस

फरीदाबाद सेक्टर 17 की स्टूडंट का अश्लील एमएमएस तैयार हो गया। एमएमएस किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही साथी ने तैयार किया है। वह भी नोएडा बिजनस स्कूल का स्टूडंट है। दोनों की शादी पर भी परिवारों में सहमति बन चुकी थी। यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह की घटना हुई है, बल्कि पूरे एनसीआर में यह ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। युवाओं के इस रूप को लेकर समाजशास्त्रियों और मनोवैज्ञानिकों के बीच बहस भी छिड़ चुकी है। उनका कहना है कि यह पश्चिमी सभ्यता के साथ युवाओं के टेक्नॉलजी फ्रेंडली होने का निचोड़ है। समाजशास्त्री इसे नैतिक मूल्यों की गिरावट मान रहे हैं, तो मनोचिकित्सक इसे मानसिक विकृति। एनआईटी के मनोचिकित्सक डॉ. अजय भार्गव का कहना है कि यह कोई डिसऑर्डर नहीं बल्कि मानसिक विकृति है। यूथ में रिलेशन जितनी जल्दी बन रहे हैं, उतनी जल्दी उनका ब्रेकअप हो रहा है। ब्रेकअप होने के बाद दोनों बदले की भावना से भरते हैं और उसी का नतीजा है अश्लील एमएमएस। समाज की मानसिकता न बदलने की वजह से यह ऐसा हथियार बन रहा है, जहां लड़कियों के पास करने को कुछ नहीं बचता। ब्लैकमेल, बदला लेने की खातिर और कई बार तो पैसे कमाने की खातिर भी ऐसे एसएमएस तैयार हो रहे हैं। यह टेक्नॉलजी का दुरुपयोग है। युवाओं के पास आधुनिकतम मोबाइल फोन उपलब्ध हैं, जबकि उन्हें इसकी जरूरत तक नहीं है। समाज में खुलापन आ गया है। ऐसे में यूथ की मानसिक स्थिति भी बदल रही है। नेहरू कॉलेज की समाजशास्त्री आलोक दीप का कहना है कि खुलापन भारतीय सभ्यता के लिए कलंक बन गया है। इतिहास गवाह है कि छोटी उम्र में टेक्नॉलजी का अधिक प्रयोग युवाओं को भ्रष्ट ही करता है। टेक्नॉलजी अभिशाप बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं के बीच प्यार नहीं होता बल्कि आकर्षण होता है। उसके टूटने के बाद ही ऐसी मानसिकता सामने आती है। सेक्टर 9 स्थित डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल एस. एस. गोसाई का कहना है कि स्कूल और कॉलेज स्तर लेवल पर स्टूडंट्स को नैतिकता, मानव मूल्यों की बातें बताकर इसे कम किया जा सकता है। वह इसके लिए प्रयास भी कर रहे हैं। काउंसलिंग तो स्कूलों में होनी ही चाहिए, ताकि इस तरह की विकृति छात्रों में आ ही न सके। . अपने पर्सनल फोटो ऑरकुट अथवा अन्य साइटों पर डालने से बचें . ईमेल का पासवर्ड किसी के साथ शेयर न करें . पासवर्ड को समय समय पर बदलते रहें . पेरंट्स को अपने सभी दोस्तों के बारे में अवश्य बताएं . अपने फोटो भी किसी को न दें . यदि कोई ब्लैकमेल कर रहा है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें NBT