Sunday, February 22, 2009

नियम-कानून का रोड़ा बापू की चीजें बचाने

बापू की याद...उनकी इस्तेमाल की हुई कुछ चीजें न्यूयॉर्क में नीलाम हो रही हैं। बापू के परपोते तुषार गांधी अब बापू की इन यादों को भारत लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकार के नियम-कानून इसमें रोड़ा डाल रहे हैं।नेता और प्रशासन दफ्तर में गांधी जी की तस्वीर लगाकर उनके आदर्श तो भूल हो चुका है और अब वे हमारी-आपकी धरोहर यानी बापू की चीजें बचाने के लिए भी कुछ नहीं करने जा रहे हैं।तुषार गांधी ने बताया कि इन चीजों को वापस लेने में कुल 1.15 करोड़ रुपये लगेंगे लेकिन अभी तक वह 1.15 लाख रुपये ही जुटा पाए हैं। शर्म की बात है कि इस रकम की एक पाई भी सरकार ने नहीं दी है, उल्टे सरकार अपनी धरोहर वापस लानेवालों पर भारी-भरकम इम्पोर्ट टैक्स लगाएगी।तुषार गांधी कहते हैं कि ये सारी चीजें निजी इस्तेमाल की नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संग्रह की वस्तुएं हैं। इस पर ऐसे नियम लागू करना बेहूदगी है।