इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की नीलामी गोवा में शुरू हो चुकी है। आईपीएल सीज़न टू में अब
तक सबसे बड़ी बोली इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर ऐंड्रू फ्लिंटॉफ और पूर्व कप्तान केविन पीटरसन पर लगी है। फ्लिंटॉफ को चेन्नै सुपरकिंग्स ने करीब साढ़े 15 लाख अमेरिकी डॉलर (7।55 करोड़ रुपये) में खरीदा है। वहीं , पीटरसन को बैंगलोर रॉयल चैलेंजर्स ने इतने ही पैसे खर्च कर खरीदा है। इस तरह , आईपीएल सीज़न वन में सबसे ज़्यादा पैसा पाने वाले धोनी करीब (छह करोड़) को सीज़न टू में पीटरसन और फ्लिंटॉफ ने पिछाड़ दिया है। साउथ अफ्रीका के उभरते क्रिकेट सितारे जे।पी। डूमिनी को मुंबई इंडियंस ने साढ़े नौ लाख अमेरिकी डॉलर (4।66 करोड़ रुपये) में खरीद लिया है। इसके साथ ही पीटरसन को बैंगलोर रॉयल चैलिंजर्स की कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई है। राहुल द्रविड़ से कप्तानी छीन ली गई है। ऑस्ट्रेलिया के तूफानी बोलर शॉन टेट को राजस्थान रॉयल्स ने साढ़े तीन लाख अमेरिकी डॉलर (1।70 करोड़ रुपये) में खरीदा है। दूसरी तरफ , दिल्ली डेअरडेविल्स ने इंग्लैंड के ओवैस शाह को 2।76 लाख डॉलर (1।53 करोड़ रु।) में खरीद लिया है। वहीं , इसी टीम ने इंग्लैंड के पॉल कॉलिंगवुड को 1।34 करोड़ रुपये में खरीदा है। डेकन चार्जर्स ने वेस्टइंडीज के फिदेल एडवर्ड्स को 1।50 लाख डॉलर (74 लाख रु।) में खरीदा है जबकि राजस्थान रॉयल्स ने साउथ अफ्रीका के उभरते हुए सितारे टाइरन हेंडरसन को साढ़े छह लाख डॉलर(3।19 करोड़ रुपये) में खरीदा है। श्रीलंका के थिलन तुषारा पर चेन्नै सुपरकिंग्स ने 1।40 लाख डॉलर (68 लाख रुपये) खर्च करने का फैसला किया है। नेस वाडिया और प्रीति जिंटा की अगुवाई वाले किंग्स इलेवन पंजाब ने भी आखिरकार पैसे की थैली का मुंह खोल दिया है। किंग्स इलेवन पंजाब ने इंग्लैंड के रवि बोपारा को 4।50 लाख डॉलर (2।20 करोड़ रुपये) में खरीदा है। बैंगलोर रॉयल चैलिंजर्स ने न्यूजीलैंड के काइली मिल्स को 1।60 लाख डॉलर में खरीदा है। बांग्लादेश के मशरफे मुर्तजा को कोलकाता नाइटराइडर्स ने 6 लाख डॉलर (2।92 करोड़ रुपये) में खरीदा है। आईपीएल के पहले साल में पॉइंट टेबल में सबसे नीचे रही रॉयल चैलिंजर्स की टीम ने अपनी कुल रकम 19।5 लाख डॉलर में से अधिकांश पीटरसन पर खर्च किया , जिनकी बेसप्राइज 13।5 लाख डॉलर थी। इंग्लैंड के ही पूर्व कप्तान फ्लिंटॉफ अब धोनी की कप्तानी वाली चेन्नै सुपर किंग्स के सदस्य होंगे।आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने कहा कि नीलाम हुए सभी खिलाड़ियों के साथ दो साल का अनुबंध किया जाएगा। बैंगलोर रॉयल चैलिंजर्स के मालिक विजय माल्या ने कहा कि वह पीटरसन को अपनी टीम में ही चाहते थे। उन्होंने कहा कि पीटरसन बेहतरीन खिलाड़ी हैं। हमने नीलामी से पहले खिलाड़ियों की सूची बनाई थी , जिसमें वह शीर्ष पर थे। हमें अपनी बल्लेबाजी मजबूत करनी है और मैं उसके लिए इससे ज्यादा पैसा लगाने को भी तैयार था। ऑस्ट्रेलिया के ओपनर फिल जैक और दक्षिण अफ्रीका के एश्वेल प्रिंस को किसी ने नहीं खरीदा। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क भी पहले दौर में किसी फ्रेंचाइज़ी को नहीं लुभा सके। ऑस्ट्रेलिया के ल्यूक राइट को किसी ने नहीं खरीदा। न्यूजीलैंड के हरफनमौला जेस्सी राइडर को बैंगलोर रॉयल चैलिंजर्स ने 78 लाख रुपये में खरीदा। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज आंद्रे नेल को कोई खरीदार नहीं मिला। श्रीलंका के तेज गेंदबाज नुवान कुलशेखरा के लिए भी किसी टीम ने बोली नहीं लगाई। इंडियन प्रीमियर लीग की आठ फ्रेंचाइजी के पास 13।59 मिलियन डॉलर के बजट में 50 खिलाड़ियों में से 17 को खरीदने का अधिकार था। नीलामी में ऑस्ट्रेलिया के 18, इंग्लैंड के सात , श्रीलंका के पांच , न्यूजीलैंड के तीन , दक्षिण अफ्रीका के सात , वेस्टइंडीज के छह और बांग्लादेश के चार खिलाड़ियों की बोली लगनी थी।
तक सबसे बड़ी बोली इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर ऐंड्रू फ्लिंटॉफ और पूर्व कप्तान केविन पीटरसन पर लगी है। फ्लिंटॉफ को चेन्नै सुपरकिंग्स ने करीब साढ़े 15 लाख अमेरिकी डॉलर (7।55 करोड़ रुपये) में खरीदा है। वहीं , पीटरसन को बैंगलोर रॉयल चैलेंजर्स ने इतने ही पैसे खर्च कर खरीदा है। इस तरह , आईपीएल सीज़न वन में सबसे ज़्यादा पैसा पाने वाले धोनी करीब (छह करोड़) को सीज़न टू में पीटरसन और फ्लिंटॉफ ने पिछाड़ दिया है। साउथ अफ्रीका के उभरते क्रिकेट सितारे जे।पी। डूमिनी को मुंबई इंडियंस ने साढ़े नौ लाख अमेरिकी डॉलर (4।66 करोड़ रुपये) में खरीद लिया है। इसके साथ ही पीटरसन को बैंगलोर रॉयल चैलिंजर्स की कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई है। राहुल द्रविड़ से कप्तानी छीन ली गई है। ऑस्ट्रेलिया के तूफानी बोलर शॉन टेट को राजस्थान रॉयल्स ने साढ़े तीन लाख अमेरिकी डॉलर (1।70 करोड़ रुपये) में खरीदा है। दूसरी तरफ , दिल्ली डेअरडेविल्स ने इंग्लैंड के ओवैस शाह को 2।76 लाख डॉलर (1।53 करोड़ रु।) में खरीद लिया है। वहीं , इसी टीम ने इंग्लैंड के पॉल कॉलिंगवुड को 1।34 करोड़ रुपये में खरीदा है। डेकन चार्जर्स ने वेस्टइंडीज के फिदेल एडवर्ड्स को 1।50 लाख डॉलर (74 लाख रु।) में खरीदा है जबकि राजस्थान रॉयल्स ने साउथ अफ्रीका के उभरते हुए सितारे टाइरन हेंडरसन को साढ़े छह लाख डॉलर(3।19 करोड़ रुपये) में खरीदा है। श्रीलंका के थिलन तुषारा पर चेन्नै सुपरकिंग्स ने 1।40 लाख डॉलर (68 लाख रुपये) खर्च करने का फैसला किया है। नेस वाडिया और प्रीति जिंटा की अगुवाई वाले किंग्स इलेवन पंजाब ने भी आखिरकार पैसे की थैली का मुंह खोल दिया है। किंग्स इलेवन पंजाब ने इंग्लैंड के रवि बोपारा को 4।50 लाख डॉलर (2।20 करोड़ रुपये) में खरीदा है। बैंगलोर रॉयल चैलिंजर्स ने न्यूजीलैंड के काइली मिल्स को 1।60 लाख डॉलर में खरीदा है। बांग्लादेश के मशरफे मुर्तजा को कोलकाता नाइटराइडर्स ने 6 लाख डॉलर (2।92 करोड़ रुपये) में खरीदा है। आईपीएल के पहले साल में पॉइंट टेबल में सबसे नीचे रही रॉयल चैलिंजर्स की टीम ने अपनी कुल रकम 19।5 लाख डॉलर में से अधिकांश पीटरसन पर खर्च किया , जिनकी बेसप्राइज 13।5 लाख डॉलर थी। इंग्लैंड के ही पूर्व कप्तान फ्लिंटॉफ अब धोनी की कप्तानी वाली चेन्नै सुपर किंग्स के सदस्य होंगे।आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने कहा कि नीलाम हुए सभी खिलाड़ियों के साथ दो साल का अनुबंध किया जाएगा। बैंगलोर रॉयल चैलिंजर्स के मालिक विजय माल्या ने कहा कि वह पीटरसन को अपनी टीम में ही चाहते थे। उन्होंने कहा कि पीटरसन बेहतरीन खिलाड़ी हैं। हमने नीलामी से पहले खिलाड़ियों की सूची बनाई थी , जिसमें वह शीर्ष पर थे। हमें अपनी बल्लेबाजी मजबूत करनी है और मैं उसके लिए इससे ज्यादा पैसा लगाने को भी तैयार था। ऑस्ट्रेलिया के ओपनर फिल जैक और दक्षिण अफ्रीका के एश्वेल प्रिंस को किसी ने नहीं खरीदा। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क भी पहले दौर में किसी फ्रेंचाइज़ी को नहीं लुभा सके। ऑस्ट्रेलिया के ल्यूक राइट को किसी ने नहीं खरीदा। न्यूजीलैंड के हरफनमौला जेस्सी राइडर को बैंगलोर रॉयल चैलिंजर्स ने 78 लाख रुपये में खरीदा। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज आंद्रे नेल को कोई खरीदार नहीं मिला। श्रीलंका के तेज गेंदबाज नुवान कुलशेखरा के लिए भी किसी टीम ने बोली नहीं लगाई। इंडियन प्रीमियर लीग की आठ फ्रेंचाइजी के पास 13।59 मिलियन डॉलर के बजट में 50 खिलाड़ियों में से 17 को खरीदने का अधिकार था। नीलामी में ऑस्ट्रेलिया के 18, इंग्लैंड के सात , श्रीलंका के पांच , न्यूजीलैंड के तीन , दक्षिण अफ्रीका के सात , वेस्टइंडीज के छह और बांग्लादेश के चार खिलाड़ियों की बोली लगनी थी।