मंदी और अन्य बाजारों की उठापटक से बेपरवाह सेक्स क्लिनिकों और जवानी 'लौटाने' वाले नीम हकीमों का कारोबार बदस्तूर जारी है। न तो उनके विज्ञापनों में कमी आई है और न ही मरीजों की संख्या में। दिलचस्प बात यह भी देखने में आ रही है कि आर्थिक मंदी ने एक मायने में उनका कारोबार बढ़ाने का काम किया है। इस कारोबार पर मंदी का निगटिव असर नहीं हुआ है। आर्थिक मंदी और जॉब कट जैसी गतिविधियों के बीच सेक्स समस्याओं से जूझ रहे लोगों की तादाद में इजाफा ही देखने को मिला है। इन डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादा समय तक बेरोजगार रहने, वित्तीय चिंताओं और लंबे समय तक काम करने से टेस्टोस्टेरॉन हॉर्मोन का स्तर गिर जाता है। अंडकोषों द्वारा उत्सर्जित टेस्टोस्टेरॉन हामोर्न पुरुषों में यौन क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। इसका संबंध यौन क्रिया, ब्लड सर्कुलेशन, मांसपेशियों की मजबूती के साथ ही एकाग्रता, मूड और मेमॉरी से भी होता है। डॉक्टर्स के मुताबिक हमने न तो अपनी फीस कम की है, न दवाओं के दाम ही घटाए हैं। आयुर्वेदिक दवाओं के दुकानदार भी कारोबार पर मंदी का बात खारिज करते हैं। उनके मुताबिक स्वर्णभस्म की 1 ग्राम की पुडि़या अब भी 3,000 रुपए की दर से बिक रही है। चांदी भस्म 200 से 250 रुपए प्रति 2.5 ग्राम के स्तर पर है। यही हाल मूंगा स्टोन, लौह बंग और परवाल की भी है। इनकी कीमतें अगर चढ़ी नहीं हैं तो इनमें गिरावट भी नहीं आई है। झोला छाप नीम हकीमों की भी चल निकली है। पुरानी दिल्ली इनका अड्डा माना जाता है। रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर भी इनकी अच्छीखासी तादाद होती है। इन हकीमों के पास जाने वालों में गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों की तादात ज्यादा होती है। इनकी दवाइयों सस्ती होती है, लेकिन सीधेसादे ग्राहकों को वे अच्छी तरह चूना लगाते हैं। जानकारों का कहना है कि इन नीम हकीमों का न तो तरीका वैज्ञानिक होता है और न ही उनकी दवाइयों के असर की कोई प्रमाणिकता होती है। लेकिन अशिक्षित या गरीब लोगों को ये ही सुलभ लगते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक उनके यहां आने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा तादाद शीघ्र पतन या प्री-मैच्योर इजैकुलेशन की शिकायत होती है। इम्पोटंसी और अन्य कमजोरियों वाले मरीज भी अधिक संख्या में आते हैं। उनका यह भी कहना है कि ज्यादातर मामलों में समस्या फिजिकल न होकर साइकोलॉजिकल होती है। भाग-दौड़ भरी जिंदगी और तनाव से भी सेक्स लाइफ पर असर पड़ता है। इन चीजों का इलाज कोई विशेषज्ञ ही कर सकता है। ऐसे लोग अगर नीम हकीमों के चक्कर में पड़ जाएं तो वे लूट लेंगे।