Sunday, April 12, 2009

प्रमोद महाजन को दोहरे चरित्र का आदमी : प्रवीण महाजन

अपने भाई और बीजेपी नेता प्रमोद महाजन की हत्या के मामले में नासिक सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे प्रवीण महाजन एक किताब के जरिए सनसनी फैलाने वाले हैं। उन्होंने अपनी किताब में प्रमोद महाजन को दोहरे चरित्र का आदमी बताते हुए उनके निजी जीवन से लेकर सत्ता के गलियारे तक के सफर पर खूब कीचड़ उछाला है। अंग्रेजी और मराठी भाषा में आनेवाली इस सनसनीखेज किताब 'माझा ऐल्बम' (माई ऐल्बम) में प्रवीण ने लिखा है कि उनके भाई सत्ता, पैसा और महिलाओं के भूखे थे। प्रवीण ने अपने किताब में दावा किया है कि उनके भाई के ऐक्स्ट्रा मैरिटल रिलेशन थे। प्रवीण ने इस किताब में बताया है कि 1992 में प्रमोद के परिवार के एक सदस्य ने उन्हें बताया था कि वह एक महिला के साथ यूरोप और अमेरीका की यात्रा पर गए हैं। प्रवीण ने इस किताब में लिखा है कि प्रमोद के कई दूतावासों से बहुत अच्छे संबंध थे। इसके चलते वह बार-बार विदेश जाते थे। और, वहां पर जो वह करते थे उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उनके मुताबिकत प्रमोद महाजन के परिवार ने इसकी शिकायत बीजेपी के एक बड़े नेता से भी की थी। किताब के मुताबिक, प्रमोद बाहर से वह कुछ और दिखते थे और अंदर से कुछ और थे। वह दोहरे चरित्र वाले थे। प्रवीण महाजन ने लिखा है कि प्रमोद एक अहंकारी व्यक्ति थे और बीजेपी के कार्यकर्ता इस बात को अच्छी तरह जानते थे। वह किसी भी व्यक्ति को बर्बाद करने की क्षमता रखते थे। उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि भले ही लोगों के सामने प्रमोद की छवि एक कुशल ऑर्गेनाइजर और पार्टी के लिए फंड जुटानेवाले की थी, पर दुनिया को असली प्रमोद के बारे में कम ही पता था। किताब के मुताबिक प्रमोद पार्टी फंड का दुरुपयोग करते थे और उसका उपयोग अपना हित साधने के लिए करते थे। किताब में प्रवीण ने आरोप लगाया है कि प्रमोद मुंबई के वर्ली स्थित पूर्णा बिल्डिंग के फ्लैट नंबर-1201में प्रमोद अपने काली करतूतों को अंजाम देते थे। बीजेपी महासचिव गोपीनाथ मुंडे ने इस किताब के अंश पर सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर यह जेल से कैसे बाहर आई? इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि यह प्रमोद महाजन को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा लगता है। NBT