पाकिस्तान में सिख समुदाय को घर वापसी और फिर से कारोबार शुरू करने के लिए बतौर 'जजिया' तालिबान को दो करोड़ रुपये अदा करना पड़े हैं। स्थानीय समाचार पत्र 'डेली टाइम्स' के मुताबिक अल्पसंख्यक सिख समुदाय ने बुधवार को तालिबान की मांग पूरी कर दी ताकि वे संघीय शासित कबायली इलाके में ओराकजई एजंसी में सकुशल लौट सकें। तालिबान ने सिख नेता सरदार सैवांग सिंह को छोड़ दिया है और सिख समुदाय के लोगों के घरों को खाली कर दिया है। इसके साथ ही तालिबान ने यह भी ऐलान किया है कि सिख इलाके में कहीं भी रहने को आजाद हैं। एक अधिकारी ने बताया, ''तालिबानियों ने यह कहते हुए सिख समुदाय को सुरक्षा देने का ऐलान किया है कि जजिया अदा करने के बाद उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। अब सिख ओराकजई एजंसी में लौट सकेंगे और अपना कारोबार आरंभ कर सकेंगे। ''