Wednesday, April 29, 2009

500 ग्राम का जासूस

देश में जिस तरह से आतंकवादी हमले बढ़ रहे हैं, उससे निपटने के लिए देश भर की पुलिस और राज्यों की पुलिस नित नए तरीके इस्तेमाल कर रही है। इसी दिशा में कंपनियां भी नए-नए उपकरण बना रही हैं। आतंकवादियों के अलावा सड़क जाम करने और प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान या प्राकृतिक आपदा का आकलन करने के लिए 500 ग्राम का हेलिकॉप्टर तैयार किया गया है, जो जासूसी भी करेगा और पुलिस की मदद भी। हरियाणा पुलिस इस हेलिकॉप्टर को खरीदने का मन बना रही है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक रंजीव दलाल ने एनबीटी को मंगलवार को चंडीगढ़ में विशेष बातचीत में बताया कि जर्मनी की माइक्रो ड्रांस जीएमवीएच नामक कंपनी ने यह यंत्र बनाया है। इसका तकनीकी नाम है 'ड्रॉन'। उन्होंने बताया कि यह यंत्र करीब 20 लाख रुपये कीमत का है। इस यंत्र में विडियो और डिजिटल कैमरे लगे हुए हैं। यह अधिकतम 300 मीटर ऊंचा आकाश में उड़ सकता है। यह आधा घंटा तक आकाश में उड़ सकता है और तीन किलोमीटर एरिया में आने वाली चीजों की फोटो भेजता है। यह यंत्र रिमोट कंट्रोल के जरिए कंप्यूटर के माध्यम से उड़ाया जाता है। इसमें लगे छोटे से कैमरे बहुत ही उपयोगी हैं और उन्हें किसी भी दिशा में एडजस्ट किया जा सकता है। जितनी ज्यादा ऊंचाई में यह उपकरण उड़ेगा, उतने ज्यादा क्षेत्र का फोटो यह भेज देगा। इसकी रेंज में आने वाली हर चीज को जूम करके कंप्यूटर पर देखा जा सकता है। वैसे तो सैटलाइट के जरिए इमेज लेने का प्रावधान पहले ही हमारी साइंस में है। लेकिन यह 500 ग्राम वजन वाला 'ड्रॉन' केवल वहीं फोटो भेजेगा, जहां यह उड़ रहा है और उसके ठीक नीचे इसका बेस बनाया जाएगा यानी जहां से उड़ाया जाएगा। प्राकृतिक आपदा यानी जब बारिश हो तो बाढ़ का पानी कहां-कहां तक घुस गया है या आग लगने पर यह पता चल जाएगा कि कितने क्षेत्र में आग लगी हुई है, इनकी जानकारी मिलने से प्रशासन को आपदा पर काबू पाने में मदद मिलेगी।