Wednesday, April 8, 2009

धरती पकड़ की राह पर चलते अनिल भारती

धरती पकड़ लोगों को आज भी याद हैं। कुशीनगर जिले में अनिल भारती भी धरती पकड़ की राह पर चल रहे है। प्रधानी के चुनाव से लगातार विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़ते आ रहे हैं। मौजूदा चुनाव में यहां से उनकी उम्मीदवारी चर्चा में है। धरती पकड़ की राह पर चलने वाले ये शख्स हैं 43 वर्षीय अनिल भारती। कुशीनगर जनपद के विकास खंड कप्तानगंज अंतर्गत स्थित ग्राम लखिमा निवासी अनिल भारती ने सर्वप्रथम वर्ष 1994 में हाटा सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से पर्चा दाखिला किया, लेकिन इन्हे महज 2198 वोट प्राप्त हो सका। वर्ष 1998 के चुनाव में भी भारती ने दांव आजमाया लेकिन इस बार भी महज पांच हजार वोट ही मिल सके। तीसरी बार ये वर्ष 2007 के में हाटा विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़े। इस बार इनके मतों का प्रतिशत बढ़ा और उन्हे 12082 वोट हासिल हुए। इसके पूर्व वह वर्ष 2005 में ग्राम प्रधान का चुनाव हार चुके हैं। इसी तरह प्रधान चुनाव के तत्काल बाद हुए जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में इनका क्षेत्र महिला के लिए आरक्षित हो गया तो उन्होंने अपनी पत्‍‌नी को चुनावी समर में उतार दिया फिर भी जीत हासिल नहीं हो सकी। खास बात यह है कि इन चुनावों में मिली पराजय के बावजूद इनके इरादे में कोई फर्क नहीं पड़ा। हर बार कोई भी चुनाव हो चुनावी बिगुल बजते ही भारती अपने सभी जरूरी कार्य स्थगित कर धरती पकड़ की राह पर चलते हुए चुनावी मैदान में कूद जाते है। jagran