पिछले दिनों दक्षिणी मुंबई के एक विधायक हॉस्टल में मंत्री जी और उनकी प्रेमिका की पत्नी द्वारा पिटाई की खबर सामने आई थी। इस खबर के बाद सुर्खियों में आए गृह राज्य मंत्री ( ग्रामीण ) डॉक्टर नीतिन राउत की बातचीत उस दिन ? शनिवार 18 अप्रैल को मैंने पुणे में एक मीटिंग अटैंड की। इसके बाद काग्रेस नेता रणजीत देशमुख और मैंने सोलापुर में कैंपेन के लिए जाने का फैसला किया। लेकिन तभी हमें बताया गया कि सोलापुर हाइवे पर एक एक्सिडंट हो गया है , जिसमें 19 लोग मारे गए हैं। इसके बाद हम रविवार शाम को हम मुंबई लौट आए। चूंकि मेरे बंगले पर कुछ मरम्मत का काम चल रहा है , इसलिए मैं रात करीब पौने बारह बजे हॉस्टल चला गया। मैं बाथरूम में था कि तभी किसी ने मेरे कमरे की बेल बजाई। क्योंकि उस समय मैं बाथरूम में था , मुझे दरवाजा खोलने में करीब 10 मिनट लगे। दरवाजे पर मेरी पत्नी खड़ी थी। मुझे बहुत खराब लगा कि मेरी वजह से पत्नी को 10 मिनट तक दरवाजे पर खड़े रहना पड़ा। बस इसी बात हम दोनों के बीच कुछ कहासुनी हो गई। रिपोर्ट कहती हैं कि आपकी पत्नी ने आपको किसी दूसरी औरत के साथ रंगे हाथों पकड़ा था। और यही कारण है कि आपकी पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने आपकी पिटाई कर दी। यह सब षड्यंत्र है। विरोधी पार्टियां मेरी छवि खराब करना चाहती हैं। कुछ लोगों को तो यह भी लगा कि मेरी पत्नी सुमेधा , जो सलवार - कमीज पहने थी , वह एक मॉडल है। ऐसी भी खबरें हैं कि जिस महिला का आप लेकर आए थे , वह अकोला की पार्टी कार्यकर्ता है। मेरी समझ में नहीं आता कि ऐसे झूठी कहानियां लोग कैसे फैला देते हैं। मैं ऐसी किसी घटिया गतिविधि में शामिल नहीं होता। मेरी शादीशुदा जिंदगी काफी खुशहाल है। 35 साल के अपने राजनीतिक करियर में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी ने मेरी छवि बिगाड़ने की कोशिश की है। लोगों ने मीटिंग में और रैलियों में मुझे संदेह की नजर से देखा। पीठ पीछे मेरे बारे में बाते की गईं। पार्टी में कई महिलाएं भी शामिल हैं , उन्हें मेरे साथ काम करते हुए कैसे लगेगा ? मुझे लगा कि बस राजनीति में मेरा समय पूरा हो गया है और अब मुझे वापस लौट जाना चाहिए। लेकिन मेरी पत्नी और रिश्तेदारों ने मुझे इस सब का सामना करने और डटे रहने के लिए राजी किया। इन सब अफवाहों को फैलाने में नागपुर के मेरे विरोधियों का अहम भूमिका है। मैं उन लोगों के खिलाफ और न्यूजपेपर के खिलाफ मानहानि का दावा करूंगा। NBT