झारखंड के लातेहार ज़िले में नक्सलियों ने हेहेगड़ा रेलवे स्टेशन पर कब्ज़े में ली गई पैसेंजर ट्रेन को अब छोड़ दिया है। सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। नक्सलियों के एक प्रवक्ता गोपाल ने बीबीसी को फ़ोन पर बताया कि यह कार्यवाही प्रतीकात्मक रूप से की गई थी। इसके पीछे किसी को नुकसान पहुँचाने का मकसद नहीं था। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) राजीव कुमार ने बताया कि रेलवे के धनबाद प्रमंडल में आने वाले इस स्टेशन पर कब्ज़े में ली गई ट्रेन को बुधवार स्थानीय समय 11।50 पर नक्सलियों ने छोड़ दिया। नक्सलवादियों की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया कि ट्रेन को पुलिस की कार्रवाई या दबाव में मुक्त नहीं किया गया बल्कि पुलिस तो रेलगाड़ी तक पहुँच भी नहीं पाई थी। उससे पहले ही नक्सलियों ने यात्रियों को रिहा कर दिया। क़रीब 200 की तादाद में नक्सलियों ने मुगलसराय से बरकाना जा रही एक पैसेंजर ट्रेन को अपने कब्ज़े में ले लिया था। ट्रेन पर अनुमानित 500 लोग सवार बताए जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया है कि नक्सली देर रात बरवाडीह रेलवे स्टेशन से इस रेलगाड़ी में सवार हुए थे। हेहेगड़ा के धने जंगल वाले पहाड़ी इलाके में इन लोगों ने ट्रेन को अपने कब्ज़े में ले लिया। ट्रेन पर यात्रियों के साथ ही ट्रेन के ड्राइवर, गार्ड आदि भी नक्सलियों के कब्ज़े में आ गए थे। पुलिस ट्रेन के मुक्त किए जाने तक नहीं पहुँच सकी थी क्योंकि यह इलाका बहुत अंदरूनी हिस्से में है और वहाँ तक सड़क के रास्ते पहुँचना आसान नहीं है। लातेहार ज़िले के इस इलाके में मतदान पहले चरण में यानी 16 अप्रैल को संपन्न हो चुके हैं। मतदान के पहले यहाँ हुई नक्सली हिंसा में सीआरपीएफ़ के दो जवानों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में पुलिस ने मतदान के बाद मुठभेड़ में पाँच नक्सलियों को मारने का दावा किया पर गांववालों का कहना है कि मारे गए लोग नक्सली नहीं बल्कि आम ग्रामीण थे। पुलिस के इस हमले के विरोध में नक्सलियों ने मंगलवार की रात 12 बजे से 24 घंटे के बंद का आहवान किया है। इसके बाद से ही पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है और जनजीवन थम सा गया है। ग़ौरतलब है कि मतदान के दूसरे चरण के लिए इस इलाके से अर्धसैनिक बलों और अतिरिक्त सुरक्षा इंतज़ामों को मतदान वाले इलाकों में भेज दिया गया है। इसके चलते क़ानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है और रांची-पलामू हाईवे पर भी कोई वाहन दिखाई नहीं दे रहा है। नक्सलियों ने ट्रेन को अपने कब्ज़े में लेने की घटना के अलावा उन्टारी रेलवे स्टेशन पर हमला करके रेलवे पटरियाँ उड़ा दी हैं और आसपास की संपत्ति को नुकसान पहुँचाया है। चतरा ज़िले के मनातू कस्बे में भी एक हमले में नक्सलियों ने स्कूल भवन को ध्वस्त कर दिया है