इसके पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इसकी सिफ़ारिश की गई थी। लोकसभा के नेता और विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने ये प्रस्ताव पेश किया जिसका मनमोहन सिंह ने समर्थन किया। इसके बाद पूरे मंत्रिपरिषद की बैठक हुई जिसमें आरजेडी नेता और रेल मंत्री लालूप्रसाद यादव और लोक जनशाक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान भी मौजूद थे। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में लालू ने कहा कि उन्होंने बिना शर्त सरकार को समर्थन देने की पेशकश की है।
दूसरी ओर पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि लालूजी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इसके बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मिले और उन्हें ये प्रस्ताव सौंपा। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता का कहना था कि राष्ट्रपति ने मनमोहन सिंह को नई सरकार के गठन तक अपने पद पर बने रहने को कहा। सोमवार शाम को ही चुनाव आयोग नवनिर्वाचित 543 उम्मीदवारों की सूची राष्ट्रपति को सौंपेगा। नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची मिलने के बाद राष्ट्रपति पंद्रहवीं लोकसभा के गठन के लिए अधिसूचना जारी करेंगी और उसके बाद नई सरकार का गठन होगा। इसके पहले रविवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई थी जिसमें चुनाव नतीजों की समीक्षा की गई। कांग्रेस कार्यसमिति के बाद पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी बताया कि मंगलवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक होगी जिसमें संसदीय दल के नेता का चुनाव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये तकनीकी प्रक्रिया है और नेता प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही होंगे।