अमेरिकी जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ऐडमिरल माइक मुलेन ने उन रिपोर्ट्स की पुष्टि की है जिनमें कहा गया था कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम का विस्तार कर रहा है। हालांकि इन रिपोर्ट्स में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई थी। मुलेन ने यह पुष्टि गुरुवार को सेनेट की सशस्त्र सेना समिति के समक्ष एक सुनवाई के दौरान की। सुनवाई के दौरान सेनेटर और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ जिम वेब ने आशंका प्रकट की थी कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों में इजाफा कर रहा है और अमेरिकी सहायता का इस्तेमाल इस काम में किया जा रहा है। वेब ने पूछा कि क्या आपके पास ऐसा होने का कोई प्रमाण है? इसके जवाब में मुलेन ने कहा, 'हां।' वेब ने कहा कि यह बेहद चिंता का विषय है क्योंकि वहां आतंकवादियों का खतरा है और देश की सरकार भी स्थिर नहीं है। अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह भारत के बजाय देश में सक्रिय चरमपंथियों के खतरे से निपटने पर ध्यान दे। मुलेन ने सेनेटरों को बताया कि अभी भी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या पाकिस्तानी नेता लंबी अवधि के लिए अपना ध्यान भारत से हटा पाएंगे। सुनवाई के दौरान मुलेन ने यह भी कहा कि न केवल पाकिस्तानी नेताओं को बल्कि उसकी ताकतवर खुफिया सेवा आईएसआई को भी अपने रवैये में परिवर्तन लाना होगा। मुलेन ने कहा, 'आईएसआई को अपनी रणनीति बदलनी होगी और दोनों पक्षों की ओर से काम करना बंद करना होगा।' रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे जॉन मैक्केन द्वारा पूछे जाने पर कि क्या वह अब भी आईएसआई के तालिबान के साथ काम करने को लेकर चिंतित हैं? मुलेन ने कहा, 'यस सर।' कुछ सेनेटरों ने यह चिंता भी प्रकट की है कि पाकिस्तान को लाखों डॉलर की मदद दी जा रही है बिना इस आश्वासन के, कि वह उसका इस्तेमाल चरमपंथियों के खिलाफ करेगा।