Wednesday, May 20, 2009

बूढ़े मरीज के पेट में 8 किलो का ट्यूमर

बूढ़े मरीज के पेट में 8 किलो के ट्यूमर हो और वह आंतों में फैल गया हो, इसके बावजूद बिना आंत को क्षति पहुंचाए ट्यूमर बाहर निकाल लिया जाए। जी हां, यह कमाल कर दिखाया है बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉक्टर अमित गांधी और उनके जूनियरों ने। शनिवार को सात घंटे तक चला यह ऑपरेशन सफल हुआ और इस वक्त मरीज सकुशल है। अंधेरी की रहने वाली सत्यवती सावंत (62) के पेट में 30 सेमी लंबा, 25 सेमी चौड़ा और आठ किलो का भारी भरकम ट्यूमर था। यह ट्यूमर छोटी आंत व धमनियों में फैलकर खतरनाक कैंसर का रूप ले चुका था, जिसे सुपीरियर मिसेन्ट्रिक ऑड्री कहते हैं। कई डॉक्टरों ने इस मामले में हाथ लगाने से मना कर दिया था, जबकि सायन अस्पताल, केईएम और टाटा हॉस्पिटलों में ऑपरेशन के लिए लंबी प्रतीक्षा सूची थी। अंतत: सत्यवती बॉम्बे हॉस्पिटल आई, जहां डॉ. अमित व उनकी टीम ने 7 घंटे के सफल ऑपरेशन के बाद मरीज की छोटी आंत व धमनियों को बिना कोई नुकसान पहुंचाए इस बड़े ट्यूमर को बाहर निकाल लिया। ऑपरेशन के बाद डॉ. अमित ने कहा कि पेट के कैंसर के ऐसे मरीज विरले होते हैं, जिनकी संख्या एक लाख में महज दशमलव चार फीसदी ही होती है। इस बाबत बॉम्बे हॉस्पिटल के कंसल्टंट फिजीशियन डॉ. आशीष तिवारी ने बताया कि मरीज की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से उसे बॉम्बे अस्पताल के फ्री वार्ड में रखा गया है। डॉ. अमित ने भी सत्यवती का नि:शुल्क ऑपरेशन किया। NBT