शहर पुलिस ने शनिवार को एक ऐसे दंपति को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पिछले तीन सालों में अलग-अलग बैंकों से धोखाधड़ी कर करीब 60 लाख रुपए का चूना लगाया था। इस मामले में पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जो दंपती को संबंधित दस्तावेज मुहैया कराता था। पुलिस के मुताबिक दक्षिण मुम्बई के ताडदेव इलाके में रहने वाले रमेश जोगानी (45) तथा उसकी पत्नी मंजू (40) ने कई बैंकों से लोन ले रखे थे और रीपेमेंट के वक्त वे रिकवरी एजंटों को छकाते हुए उन्हें लोन की किश्त देना बंद कर देते थे। जे. जे. पेपर इंडस्ट्री में बतौर सीईओ कार्यरत जोगानी ने कोटक महिन्द्रा बैंक से 4.66 लाख रुपए का लोन लिया है। यह लोन जोगानी ने उस वक्त लिया था, जब वह सायन स्थित एक कार्यालय में था। बैंक के रिकवरी एजंटों ने जब लोन की किश्त वसूली के लिए जोगानी का दरवाजा खटखटाया, तो उसने उनके खिलाफ ताडदेव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने कहा कि वसूली के लिए रिकवरी एंजंटों द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक जब इस मामले की जांच-पड़ताल शुरू की गई, तो पाया गया कि जोगानी जे. जे. पेपर इंडस्ट्री में काम ही नहीं करता है। पुलिस ने जब अपनी छानबीन आगे बढ़ाई तो पता चला कि जोगानी व उसकी पत्नी ने कई अलग-अलग बैंकों से लोन ले रखे हैं, जिन्हें चुकाया नहीं गया है। इस सब में उन्हें अविनाश कुलकर्णी नामक व्यक्ति की भी मदद मिलती थी, जो लोन लेते वक्त दंपती को संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराया करता था। पुलिस ने कुलकर्णी समेत तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की जांच में जुट गई है।