बिजली कंपनी एनडीपीएल ने एक ऐसा प्रस्ताव तैयार किया है, जिसके तहत उपभोक्ता अपने घर पर सोलर पैनल लगाकर दिन के समय कंपनी को सोलर एनर्जी बेच सकेंगे। जरूरत पड़ने पर वे कभी भी उसी दर पर कंपनी से वापस बिजली ले सकेंगे। अगर दिन के समय सोलर एनर्जी 3 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिकी तो रात के समय इसी दर पर उपभोक्ता को बिजली मिल जाएगी। यानी रात के वक्त उसे बिजली की कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी। एनडीपीएल के सीईओ सुनील वाधवा के मुताबिक इस योजना के तहत उपभोक्ताओं के पास कम से कम 100 गज की छत होनी चाहिए। 100 गज की छत पर ही 1 किलोवॉट क्षमता का सोलर पैनल लग सकता है। इतनी क्षमता के पैनल से सामान्य बिजली खपत वाले सभी घरेलू उपकरण चलाए जा सकते हैं। सोलर एनर्जी को स्टोर नहीं किया जा सकता। उसे उसी वक्त इस्तेमाल करना होता है। अगर आप इस बिजली का पूरा इस्तेमाल न कर पाएं तो कंपनी आपके घर से अपने सिस्टम के जरिए सोलर एनर्जी अन्य उपभोक्ताओं तक पहुंचाएगी। रात के वक्त या जब भी उपभोक्ता को जरूरत होगी वह बिजली सप्लाई कर देगी। कैश लेना चाहें तो कैश भी ले सकते हैं। 1 किलोवॉट का सोलर पैनल लगाने में करीब 2 लाख रुपये का खर्चा आता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सब्सिडी देने के लिए प्रस्ताव दिल्ली सरकार को भेजा गया है। 2 लाख रुपये में से अगर 1 लाख 20 हजार रुपये की सब्सिडी दिल्ली सरकार दे देती है तो उपभोक्ता को केवल 80 हजार रुपये खर्च करने होंगे। बिजली कंपनी बैंकों और वित्तीय संस्थानों से बातचीत कर रही है, ताकि उपभोक्ता को लोन मिल जाए। वाधवा के मुताबिक एक बार सोलर पैनल लगाने के बाद उसका मेंटिनेंस का कोई खर्चा नहीं होता है। यह 20 साल से भी ज्यादा चल सकता है। उपभोक्ता को हर साल 12 फीसदी की दर से रिटर्न मिलता रहेगा। एनडीपीएल ने यह प्रस्ताव दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) और दिल्ली सरकार को भेज दिया है। कंपनी की ओर से दावा किया गया है कि मंजूरी मिलते ही इसे 15 दिन के अंदर लागू कर दिया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में एनडीपीएल ने 4 किलोवॉट सोलर एनर्जी का पैनल रोहिणी ट्रेनिंग सेंटर और अपने हेड ऑफिस में लगाया है। वहां सोलर एनर्जी के जरिये लैपटॉप और कंप्यूटरों को चलाया जा रहा है। NBT