वित्तीय संकट में फंसे सिटीग्रुप के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सीईओ अजयपाल बंगा को आर्थिक मंदी के मौजूदा दौर में भी सालाना 90 करोड़ रुपये की नौकरी का ऑफर मिला है। मास्टर कार्ड के प्रेजिडंट और सीओओ के रूप में बंगा 31 अगस्त को अपना कार्यभार संभालेंगे। इसे मंदी के दौर में सबसे बड़ा वेतन पैकेज माना जा रहा है। अजयपाल यहां दूसरे नंबर के ओहदे पर विराजेंगे और इस बात की भी संभावना है कि वह एक साल से भी कम समय में मास्टर कार्ड के सीईओ हो जाएंगे। मास्टर कार्ड से बंगा के करार के अनुसार, उन्हें सालाना 21.5 लाख डॉलर (10 करोड़ रुपये) के वेतन और अन्य भत्ते मिलेंगे। इसके अलावा, उन्हें 1.59 करोड़ डॉलर (लगभग 80 करोड़ रुपये) का एकमुश्त लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा बंगा को 42 लाख डॉलर(लगभग 19.72 करोड़ रुपये) का साइन-इन बोनस भी मिलेगा। इस पैकेज के तहत अजयपाल को 1.1 करोड़ डॉलर शेयरों के रूप में और बाकी राशि नकद में दी जाएगी। वर्ष 2008 में टॉप अधिकारियों को दिए गए वेतन पैकेज के अनुसार, बंगा अमेरिकन एक्सप्रेस के सीईओ केनेथ शेनो और सिटीग्रुप के भारतीय मूल के मुखिया विक्रम पंडित के बाद सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले बैंकर हो जाएंगे। शेनो को वर्ष 2008 के दौरान कुल 4.28 करोड़ डॉलर (लगभग 201.16 करोड़ रुपये) और पंडित को 3.82 करोड़ डॉलर(लगभग 179.54 करोड़ रुपये) का वेतन पैकेज मिला था। माना जा रहा है कि मंदी के चलते वर्ष 2009 में दोनों का पैकेज घटेगा। पंडित पहले ही कह चुके हैं कि वह सिर्फ एक डॉलर(लगभग 47 रुपये) का टोकन वेतन लेंगे, जबकि उनके अन्य भत्तों में भी कमी आने के आसार हैं।