दो मासूम बच्चियों के शव करीब 9 घंटे तक घर में पड़े रहे लेकिन किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई। भेद खुला तो हर कोई हैरान रह गया। जेवर के मंगरौली गांव में हुई दिल दहलाने वाली इस घटना में नया मोड़ आ गया है। ससुर ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि दहेज की डिमांड पूरी न होने पर पिता ने परिवार वालों के साथ मिलकर दो मासूम बेटियों की हत्या कर दी और पत्नी को भी मारने की फिराक में था। दूसरी तरफ पुलिस, डबल मर्डर का कारण प्रेम संबंध व घरेलू तनाव बता रही है। इसके विपरीत हत्यारोपी का कहना है कि वह पत्नी के व्यवहार से तंग था और बेटियों की हत्या करने के बाद खुद आत्महत्या करना चाहता था। मंगरौली में योगेश ने अपनी दो बेटियों करीब डेढ़ साल की हिमांशी और साढ़े तीन साल की भारती की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। एसपी देहात सुरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि योगेश नोएडा के इनफोसेट इंस्टिट्यूट में बीएससी आईटी का स्टूडंट है। वह गुरुवार दोपहर में अपनी दोनों बेटियों को एक कमरे में ले गया और कमरा बंद कर दोनों को काट डाला। बेरहम पिता ने दोनों बच्चियों के कई टुकड़े कर दिए और उन्हें दो अलग-अलग बोरों में भर लिया। शवों को ठिकाने लगाने के लिए उसे अंधेरा होने का इंतजार था। उसने प्लान बनाया था कि रात होने पर शवों को रेलवे लाइन पर डाल आएगा। दोनों बेटियों की हत्या करने के बाद उसने खून से सने कपड़े साफ किए और अपनी बीवी रिंकी को इलाज कराने के बहाने फरीदाबाद में उसकी बुआ के घर छोड़कर लौट आया। इस दौरान करीब 9 घंटे तक बच्चों के शव घर में पड़े रहे। इसी बीच गांव में रहने वाली रिंकी की एक अन्य बुआ को उस पर शक हो गया। चर्चा चली तो योगेश डर गया। वह सीधा सीधा जेवर कोतवाली पहुंचा और आत्मसपर्ण कर अपनी दो बेटियों की हत्या की बात कबूल ली। जेवर पुलिस ने मौके पर जाकर शवों को कमरे से निकाला। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया धारदार हथियार व खून से सने कपड़े बरामद कर लिए हैं। रात में करीब 1 बजे एसएसपी अशोक कुमार सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। शुक्रवार को इस घटना में नया मोड़ आ गया। जिस घटना को अवैध संबंधों का परिणाम बताया जा रहा था, उसमें योगेश के ससुर चंद्रप्रकाश ने हत्या व दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करा दिया। एफआईआर में कहा गया है कि अलीगढ़ के दरियापुर गांव की रहने वाली रिंकी से योगेश की शादी 28 जून 2004 को हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज की डिमांड की जा रही थी। दबाव बढ़ने पर 3 लाख रुपये रिंकी के ससुराल वालों को दिए गए थे। इसके बावजूद 50 हजार रुपये और कार की डिमांड की जाने लगी। डिमांड पूरी न होने पर योगेश उसके पिता गौरीशंकर, मां रूपवती, भाई गौरव, बहन व चाचा समेत परिवार के 9 लोगों ने मिलकर दोनों बच्चियों की हत्या कर दी। इसके बाद रिंकी की हत्या की योजना थी। NBT