Friday, June 19, 2009

बयान तोड़-मरोड़कर पेश किया गया: शाहरुख

बॉलिवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने शुक्रवार को कहा है कि एक मैगज़ीन के साथ इंटरव्यू के दौरान पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए उनके बयान को तोड़-मोड़कर पेश किया गया है। शाहरुख के मुताबिक उन्होंने मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली कोई बात नहीं कही। इस मामले को लेकर मुंबई अमन समिति (एमएसी) नाम की एक संस्था ने गुरुवार को बांद्रा पुलिस स्टेशन में शाहरुख के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है।
इस समिति के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने 'टाइम' एन स्टाइल-लग्जरी' नाम की एक मैगज़ीन में शाहरुख को यह कहते हुए पढ़ा था कि पैगंबर मोहम्मद इतिहास के सबसे अप्रभावशाली शख्सियतों में एक हैं। शाहरुख ने पैगंबर की तुलना एडॉल्फ हिटलर और विंस्टन चर्चिल से की थी। दूसरी ओर, शाहरुख का कहना है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को इतिहास के सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में एक बताया था लेकिन लिखने वाले की गलती के कारण यह मामला उनके खिलाफ चला गया। शाहरुख ने एसएमएस संदेश के माध्यम से कहा, 'मेरे लिए पैंगबर से अधिक महत्पवूर्ण शख्सियत और कोई नहीं। मुसलमान होने के नाते इस्लाम मेरे एजेंडे में सर्वोपरि स्थान रखता है। जो लोग इसे लेकर मेरा विरोध कर रहे हैं, वे जब टीवी पर इस इंटरव्यू को देखेंगे तब उन्हें पता चलेगा कि मैं इस्लाम और पैगंबर के बारे में कितनी सकारात्मक सोच रखता हूं। इससे साफ हो जाएगा कि जो कुछ मेरे बारे में लिखा गया है वह गलत है।'