विश्व की सबसे तीखी मिर्ची से बना 'मिर्ची बम' अब आतंकवादियों, दंगाइयों और अलगाववादियों के छक्के छुड़ाएगा। सुरक्षा बलों के जवान जल्द ही इसे हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकेंगे। इस दिशा में वैज्ञानिकों ने कोशिश शुरू कर दी है। आतंकवादियों, दंगाइयों और अलगाववादियों से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने सुरक्षा विभाग के साथ मिर्ची और काली मिर्च को मिलाकर आंसू गैस, कैनिस्टर्स और हैंड ग्रेनेड्स विकसित करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। रक्षा विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के अलग-अगल प्रयोगशालाओं में वैज्ञानिक गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में सबसे तीखी मिर्ची के रूप में दर्ज 'भूत जोलोकिया' का इस्तेमाल कर हैंड ग्रेनेड्स बनाने के प्रॉजेक्ट पर काम कर रहे हैं। डीआरडीओ के बायॉलजी डिपार्टमंट के निदेशक और वरिष्ठ वैज्ञानिक आर. बी. श्रीवास्तव ने बातचीत में कहा, 'हमने टेस्ट भी कर लिया है। नतीजे सकारात्मक और संतोषजनक रहे हैं।' उन्होंने कहा कि डीआरडीओ की कई प्रयोगशालाओं में इस दिशा में काम चल रहा है।NBT