गुजरात के जामनगर के सरकारी अस्पताल में एक प्रेग्नेंट महिला के माथे पर एचआईवी पॉजिटिव लिखकर परेड कराने का मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि डॉक्टरों ने उसका इलाज करने से भी मना कर दिया। जब इस घटना के खिलाफ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने गुरु गोविंद सिंह गवर्नमेंट हॉस्पिटल के सामने प्रदर्शन किया तो राज्य का स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया। उसने इस अस्पताल की गाइनिकॉलजी डिपार्टमेंट की प्रमुख डॉक्टर नलिनी आनंद, डॉक्टर दीप्ति जोशी और नर्स प्रफुला रमानी को छुट्टी पर भेज दिया है। पीड़िता के मुताबिक, घटना तब की है जब रुटीन चेकअप के लिए मेरा ब्लड टेस्ट किया गया। जब रिपोर्ट आई तो डॉक्टरों और स्टाफ के लोगों ने मेरे माथे पर एचआईवी पॉजिटिव का स्टिकर चिपकाकर अस्पताल में मेरी परेड कराई। डॉक्टरों ने मेरा इलाज करने तक से मना कर दिया। डॉक्टर नलिनी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मरीज से माफी मांगी है। हॉस्पिटल सुपरिंटेंडेंट ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।