अंधेरी के रहने वाले रज्जाक कटाड़िया (51) और जरीना कटाड़िया (58) ने 2005 में अपना अंधेरी वेस्ट का बंगला हिफजुर रहमान अंसारी नामक सिविल एंजीनियर को बेचा। पर अंसारी कटाड़िया के कैनिन प्रजाति के खूंखार कुत्ते की वजह से दो साल तक फ्लैट का पजे़शन लेटर नहीं पा सके। फिलहाल पायधुनी पुलिस ने रज्जाक और जरीना को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पायधुनी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अंसारी से 35 लाख लेने के बाद इन दोनों लोगों ने कुछ कागजी कार्रवाई भी पूरी की। साथ ही यह भी कहा कि अगले एक महीने के अंदर ही अंसारी को पजेशन लेटर मिल जाएगा। एक महीना कई महीनों में बीता और कई महीने दो साल में। आखिरकार अंसारी ने कटाड़िया से पैसे वापस मांगे तो कोई जवाब नहीं मिला। अगली बार जब अंसारी उनके घर गया तो कैनिन प्रजाति के एक खूंखार कुत्ते से उसका सामना हो गया और इस कुत्ते ने उसे गेट से भागने पर मजबूर कर दिया। अब मामला पुलिस में था और पहली बार कटाड़िया के बंगले पहुंची लेडी पुलिस कांस्टेबल को भी इसी कुत्ते का सामना करना पड़ा। यही नहीं लेडी कांस्टेबल तो भागकर थाने भी वापस आ गई। आखिरकार पायधुनी पुलिस के चार कांस्टेबल और डी एन नगर पुलिस के तकरीबन दस पुलिसकर्मी बंगले पर पहुंचे, तब जाकर कही कटाड़िया की गिरफ्तारी तय हो सकी। मामले के जांच अधिकारी विश्वनाथ भोंसले ने बताया कि रज्जाक के खिलाफ पहले भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जा चुका है। इस बार हमने इन्हें आईपीसी धारा 406, 420 और 34 के तहत गिरफ्तार किया है। जिसमें एक मामला एक ही उद्देश्य को लेकर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी का भी है। दोनों ही आरोपियों को 5 जून तक पुलिस हिरासत में रखा गया है।