Tuesday, March 17, 2009

रंग-अबीर में सोहे प्रभु

राजसमंद जिले में रंग पंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने एक दूसरे को रंग लगा त्योहार की बधाई दी। महिलाओं ने दाढा बावजी व्रत का उद्यापन किया। इस अवसर पर महिलाओं ने एक दूसरे को कथा सुनाई और घी के साथ रोट वितरित किया । आमेट में रंगपंचमी पर अपने ईष्ट आराध्यदेव भगवान जयसिंह श्याम के फागोत्सव मंें गुलाल के बादल छा गए। ठाकुरजी की शोभायात्रा में भाग ले रहे श्रद्धालु रंग व गुलाल से सराबोर थे। फाग में भाग लेने सुबह से ही मंदिर के बाहर एकत्रित होने लगे । ठाकुरजी की रंग-गुलाल से सेवा करने वाले पुजारियों का पूरा शाकद्वीपी समाज भी वहीं जमा हुआ । यहां से ठाकुरजी को फाग के लिए चांदी के विमान में विराजित कर जयकारों के साथ शोभायात्रा के रूप में नगर भ्रमण के लिए ले जाया गया। इसमें ऊंट, घोडे, आमेट ठिकाने का मेघा डम्बर छतर, राजचिन्ह भी शामिल था। श्रद्धालु नाचते-गाते व रंग-गुलाल उडाते चल रहे थे। शोभायात्रा नगर भ्रमण के बाद नृसिंहद्वारा में पहंुची। जहां ठाकुरजी ने कुछ समय विश्राम किया और भक्तों ने गेर खेली। बाद में होलीथान, लक्ष्मीबाजार होते हुए वापस ठाकुरजी निज मंदिर पहंुचे। केलवाडा में रंगपंचमी पर्व हर्ष से मनाया गया। माहेश्वरी समाज की ओर से परमहंस धाम से रामद्वारा तक फूलडोल निकाली गई। जिसमें श्रद्धालु रंग खेलते व गुलाल उडाते नगर के प्रमुख मार्गो से होकर रामद्वारा पहंुचे जहां आरती की गई। कस्बे के प्रमुख बाजार सुबह बंद रहे और दोपहर तीन बजे खुले। पीपली आचार्यान कस्बे के भगवान केशवराय मंदिर में रविवार को फूलडोल महोत्सव मनाया गया। चार बजे बाद बडी संख्या में एकत्रित स्त्री-पुरूषों व बच्चों ने भगवान से गुलाल, अबीर से होली खेली। रिछेड में सुबह से ही लोग एक-दूसरे पर गुलाल उडाते रहे तथा ढोल बाजे के साथ पूरे गांव में भ्रमण किया बाद में हनुमान मंदिर में भजन संध्या हुई व प्रसाद बांटा गया।