अपने चचेरे भाई वरुण गांधी के पीलीभीत में दिए भड़काऊ भाषण से आहत प्रियंका गांधी ने उन्हें सलाह दी है कि वह गीता को ठीक से पढ़ें और उसे समझने की कोशिश करें। प्रियंका ने कहा कि एक समुदाय विशेष के विरोध में दिया गया वरुण गांधी का भड़काऊ भाषण गांधी-नेहरू परिवार के सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने कहा, 'वरुण का भाषण गांधी परिवार के उसूलों और उन परंपराओं के खिलाफ है, जिनपर आज तक गांधी-नेहरू परिवार चलता रहा है।
यह भाषण उन सिद्धांतों के खिलाफ भी है, जिनके लिए गांधी-नेहरू परिवार जीता-मरता रहा है। टीवी पर वरुण का ऐसा भाषण देखकर मुझे दुख हुआ, पर मैं क्या कह सकती हूं।' वरुण के भड़काऊ बयान से आहत प्रियंका ने कहा, 'मैं उन्हें सलाह दूंगी कि वह गीता पढ़ें और उसे समझने की कोशिश करें।' गौरतलब है कि वरुण गांधी ने कुछ दिन पहले पीलीभीत की एक चुनावी सभा में कहा था, 'जो लोग यह समझते हैं कि हिंदू कमजोर हैं। उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा।' उन्होंने कहा था, 'जो हाथ हिंदुओं पर उठेगा उसे मैं काट डालूंगा।' इस मामले पर काफी बवाल मचा और चुनाव आयोग ने वरुण को दोषी ठहराया और उन पर आपराधिक मामला दर्ज कराया है। चुनाव आयोग ने बीजेपी से कहा था कि वह वरुण को पीलीभीत से चुनाव मैदान में न उतारे। पर बीजेपी ने चुनाव आयोग के सुझाव को दरकिनार करते हुए वरुण को पीलीभीत से चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है।
यह भाषण उन सिद्धांतों के खिलाफ भी है, जिनके लिए गांधी-नेहरू परिवार जीता-मरता रहा है। टीवी पर वरुण का ऐसा भाषण देखकर मुझे दुख हुआ, पर मैं क्या कह सकती हूं।' वरुण के भड़काऊ बयान से आहत प्रियंका ने कहा, 'मैं उन्हें सलाह दूंगी कि वह गीता पढ़ें और उसे समझने की कोशिश करें।' गौरतलब है कि वरुण गांधी ने कुछ दिन पहले पीलीभीत की एक चुनावी सभा में कहा था, 'जो लोग यह समझते हैं कि हिंदू कमजोर हैं। उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा।' उन्होंने कहा था, 'जो हाथ हिंदुओं पर उठेगा उसे मैं काट डालूंगा।' इस मामले पर काफी बवाल मचा और चुनाव आयोग ने वरुण को दोषी ठहराया और उन पर आपराधिक मामला दर्ज कराया है। चुनाव आयोग ने बीजेपी से कहा था कि वह वरुण को पीलीभीत से चुनाव मैदान में न उतारे। पर बीजेपी ने चुनाव आयोग के सुझाव को दरकिनार करते हुए वरुण को पीलीभीत से चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है।