Friday, March 13, 2009

पसंद आया फोटोग्राफर तो दूल्हा जाए भाड में

मंगलोर में होने वाली शादी की कहानी में एक मज़ेदार ट्विस्ट नज़र आया। दुलहन ने दुल्हे के गले में वरमाला डालने से इनकार कर दिया। अगर बात यहीं खत्म हो जाती तो शायद इसमें कोई ट्विस्ट नहीं होता , घटना कुछ ऐसी घटी कि दुलहन ने उसी शादी में फोटोग्राफ खींचने आए एक फोटोग्राफर के गले में जयमाला डाल दी। मंगलोर के करीब 30 किलोमीटर दूर बीसी रोड पर रंगोली हॉल में श्रीनिवास और भव्या की शादी होने जा रही थी। पर , जैसे ही वरमाला एक-दूसरे के गले में डालने का वक्त आया तो श्रीनिवास के गले में माला डालने के बदले भव्या ने वहां मौजूद फोटोग्राफर पृथेश पुजारी के गले में माला डाल दी।
हालांकि मौके की नज़ाकत को भांपते हुए पृथेश वहां से खिसकने की कोशिश करने लगा , लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उसे जाने नहीं दिया। भव्या ने सबके सामने मांग रख दी कि अगर वह शादी करेगी तो इसी फोटोग्राफर से करेगी।
लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई। फोटोग्राफर पृथेश ने इस शादी से इनकार कर दिया और कहा कि वे दोनों सिर्फ दोस्त हैं और वह शादी नहीं करना चाहता। लेकिन वहीं दूसरी ओर , शादी करने आए दुल्हे के परिवार वालों की हालत अजीब हो गई। एक तो शादी भी नहीं हुई और लड़के वालों की अच्छी खासी बदनामी भी हो गई। मामला उलझता देख तीनों पार्टी कॉम्प्रमाइज़ के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचीं।
पुलिस स्टेशन में भव्या ने दावा किया कि फोटोग्राफर भी उससे प्यार करता है और वह सिर्फ उसी से शादी करेगी। भव्या ने पुलिस के सामने यह भी बताया कि वह दोनों काफी समय से एक-दूसरे के साथ हैं और उन्होंने काफी समय साथ गुज़ारा है। बाद में बंटवाल पुलिस स्टेशन के सूत्रों ने बताया कि पृथेश आखिरकार भव्या से शादी के लिए तैयार हो गया।
उन्होंने पुलिस स्टेशन के पास मौजूद तकरीबन 150 लोगों के सामने एक-दूसरे को स्वीकार किया और फिर करीब रात 8 : 30 बजे एक मंदिर में जाकर उन्होंने आधिकारिक तौर पर शादी कर ली। श्रीनिवास , जिनकी पहले भव्या से शादी होनेवाली थी अब वह उस खर्च के हर्जाने का डिमांड कर रहे हैं जो उनकी फैमिली वालों ने शादी की तैयारियों पर किया था। भव्या की शादी के साथ ही उसके भाई की शादी भी उसी दिन होनी थी। हालांकि उनकी शादी बिना किसी रुकावट के संपन्न हुई। दरअसल उसके भाई के ससुराल पक्ष ने यह ज़ोर दिया कि भव्या की शादी में आए इस कन्फ्यूज़न की वजह से इनलोगों की शादी में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। NBT