Friday, March 13, 2009
हौसले से मौत भी हारी
होली खेलने में मग्न छह साल का मेहुल छत से सीधे लोहे की छड़ पर गिरा और छड़ उसके पेट को चीरती हुई आर-पार निकल गई लेकिन डॉक्टरों ने उसे ज़िंदा बचा लिया। ये वाकया है झारखंड के हजारीबाग ज़िले का। होली में रंग उड़ेलने के क्रम में मेहुल बुधवार सुबह दूसरी मंजिल की छत से नीचे गिर गयाय। इस दौरान जंग लगी तीन फुट लंबी एक छड़ उसके पेट को चीरती हुई आरपार हो गई। लेकिन मेहुल इसके बाद भी बातचीत कर रहा था। ये देख स्थानीय लोगों में उसके बचने की उम्मीद जागी और उसे तुरंत राँची लाया गया जो हजारीबाग से लगभग सौ किलोमीटर दूर है। राँच मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में लगभग तीन घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने छड़ को निकाल दिया और अब वह ठीक है। डॉक्टरों का कहना है कि एक हफ़्ते के भीतर मेहुल बिल्कुल स्वस्थ हो जाएगा। पिछले वर्ष दिल्ली में सुप्रतिम दत्त नामक एक 23 वर्षीय युवक के सीने को बेधती हुई पाँच फुट लंबी और दो इंच चौड़ी छड़ आर-पार हो गई थी। तब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स के डॉक्टरों ने तकरीबन साढ़े सात घंटे के ऑपरेशन के बाद उन्हें जीवनदान दिया था। BBC