लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा द्वारा आयोजित किए जाने वाले प्रत्येक संसदीय क्षेत्र के सम्मेलन अब आगामी 10 फरवरी के बाद आयोजित किए जा सकते हैं। पूर्व में घोषित कार्यक्रम के अनुसार भाजपा इनका 15 जनवरी से 15 फरवरी के बीच करने वाली थी, लेकिन इन्हें बिना किसी कारण के टाल दिया गया। पार्टी अब संसदीय सम्मेलन करने के बजाय अब इनके अन्य स्वरूप पर विचार कर रही है।
कुछ सम्मेलन में पार्टी के केन्द्रीय नेता भी भाग लेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार ये सम्मेलन अगले माह नागपुर में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद आयोजित किए जाएंगे। ये दोनों बैठकें 6 से 8 फरवरी तक होगी। तब तक पार्टी राज्य में लोकसभा प्रत्याशी भी घोषित कर देगी। इन सम्मेलन को बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा या छोटे स्तर पर, इस पर अभी विचार किया जा रहा है।
इस बीच कल पार्टी की प्रदेश अनुशासन समिति ने विधानसभा चुनाव के दौरान आए अनुशासनहीनता के मामलों की जांच की है। पार्टी सूत्रों के अनुसार विधानसभा चुनाव के दौरान आए अनुशानहीनता के प्रकरणों को लोकसभा चुनाव से पूर्व ही निपटा लिया जाएगा। बैठक में चारों महामंत्री प्रकाशचंद, रामपाल जाट, मदलाल सैनी एवं श्रीकिशन सोनगरा शामिल थे। बैठक में जोधपुर एवं जयपुर संभाग के करीब एक सौ मामलों की जांच की गई। प्रदेश अनुशासन समिति के संयोजक मदनलाल सैनी ने बताया कि अभी हाड़ौती एवं वागड़ क्षेत्र के जिलों (चित्तौड़ संभाग) के मामलों को देखना शेष है, जिन पर 23 जनवरी को विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अनुशासनहीता करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कुछ सम्मेलन में पार्टी के केन्द्रीय नेता भी भाग लेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार ये सम्मेलन अगले माह नागपुर में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद आयोजित किए जाएंगे। ये दोनों बैठकें 6 से 8 फरवरी तक होगी। तब तक पार्टी राज्य में लोकसभा प्रत्याशी भी घोषित कर देगी। इन सम्मेलन को बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा या छोटे स्तर पर, इस पर अभी विचार किया जा रहा है।
इस बीच कल पार्टी की प्रदेश अनुशासन समिति ने विधानसभा चुनाव के दौरान आए अनुशासनहीनता के मामलों की जांच की है। पार्टी सूत्रों के अनुसार विधानसभा चुनाव के दौरान आए अनुशानहीनता के प्रकरणों को लोकसभा चुनाव से पूर्व ही निपटा लिया जाएगा। बैठक में चारों महामंत्री प्रकाशचंद, रामपाल जाट, मदलाल सैनी एवं श्रीकिशन सोनगरा शामिल थे। बैठक में जोधपुर एवं जयपुर संभाग के करीब एक सौ मामलों की जांच की गई। प्रदेश अनुशासन समिति के संयोजक मदनलाल सैनी ने बताया कि अभी हाड़ौती एवं वागड़ क्षेत्र के जिलों (चित्तौड़ संभाग) के मामलों को देखना शेष है, जिन पर 23 जनवरी को विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अनुशासनहीता करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।