Saturday, January 24, 2009

एकलिंगनाथ के मन्दिर से दान पेटी के ताले तोड़ नकदी चुरा

कैलाशपुरी स्थित मेवाड़ के आराध्य देव भगवान एकलिंगनाथ के मन्दिर में प्रवेश कर गुरूवार रात्रि अग्यात बदमाश चांदी के छत्र व दान पेटी के ताले तोड़ नकदी चुरा ले गए ।पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुरूवार रात्रि अग्यात बदमाशों ने एकलिंगनाथ ंमंदिर के पिछवाड़े में स्थित तालाब की तरफ से मंदिर के गुम्बद पर रस्से डाल ऊपर चढ़ने का बंदोबस्त किया। रस्से के सहारे मंदिर में उतर कर बदमाशों ने एकलिंगनाथ मंदिर के गर्भगृह के मुख्य द्वार का नगुचा तोड़ अंदर प्रवेश किया । इसके पश्चात उन्होंने यहां रखी दान पेश्टी के दोनों ताले तोड़ चढ़ावे के रूप में एकलिंग नाथ के भक्तों द्वारा दान की गई नकदी (चढ़ावा) पर हाथ साफ कर दिया।भगवान एकलिंगनाथ के घर डाका डालने वाले ये बदमाश यहां से मंदिर परिसर में ही बने अंबामाता मंदिर पहुंचे और यहां से चांदी के एक-एक किलो के तीन छत्र चुराने के बाद यहां लगी दानपेटी उखाड़ कर पुनः रस्सों के सहारे मंदिर से बाहर निकल दानपेटी में से नकदी निकालने के बाद दान पेटी वहीं छोड़ भाग निकले।शुक्रवार सुबह पुजारी ने मंदिर खोला तो मौके की नजाकत देख वह हतप्रभ रह गया। इसके बाद मंदिर के सुरक्षा अधिकारी सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने पुलिस को सूचना दी, साथ ही इस घटना की सुखेर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।सूचना मिलते ही एसपी अनिल पालीवाल सहित पुलिस के आला अफसर एडिशनल एसपी राजेन्द्र प्रसाद गोयल, डिप्टी, बृजेश सोनी व सुखेर थानाधिकारी विवेक सिंह डॉग स्क्वाड के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल व मंदिर के पिछवाड़े का मौका मुआयना किया । एकलिंगनाथ के घर जब अग्यात बदमाश डाका डालने में लगे थे तब वहां सुरक्षा हेतुं मंदिर के सुरक्षा गार्ड भी मौजूद थे मगर उनके नींद में होने से भगवान के घर चोरी करने में बदमाश सफल हो गए ।जानकारी अनुसार इस घटना के वक्त मंदिर के सुरक्षा गार्ड रामसिंह, राजकुमार, मोड़सिंह व नरेन्द्र सिंह मुख्य मंदिर के सम्मुख स्थित बप्पारावल मंदिर में सो रहे थे। मगर गहरी नींद के कारण इस वारदात की भनक तक उन्हें नहीं लग पाई और बदमाश अपने काम को अंजाम देकर जिस रास्ते से आए थे उसी से भाग निकले। एकलिंग नाथ मंदिर में चोरी की घटना के बाद पुलिस के साथ मौका मुआयना करने पहुंचे डॉग ने ये संकेत तो दे दिए कि चोर घटना के बाद किस रास्ते से होकर रफूचक्कर हुए मगर बदमाशों को पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई ।जानकारी अनुसार घटना के बाद मौके पर पहुंची डॉग स्क्वायड ने घटनास्थल का जायजा लिया । मंदिर में अपना काम पूरा करने के बाद डॉग मंदिर के पिछवाड़े में स्थित पहाड़ी पर जा पहुंचा ।जानकारी अनुसार एक निश्चित सीमा तक जाने के बाद डॉग रूक गया। इस पहाड़ी पर कुछ सिक्के बिखरे पड़े मिले जिससे यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि बदमाश घटना को अंजाम देकर इसी पहाड़ी रास्ते से होते हुए भाग निकले। भगवान एकलिंगनाथ के घर चोरी की यह दूसरी घटना बताई जा रही है। फर्क सिर्फ इतना है कि पहली घटना के समय चोर मंदिर में दर्शन करने आए भक्तों के ही हत्थे चढ़ गया जबकि इस बार चोर घटना को अंजाम देकर भागने में सफल हो गए।जानकार सूत्रों ने बताया कि करीब तीन वर्ष पूर्व मन्दिर में दर्शन के समय कम्बल ओढ़े एक व्यक्ति दक्षिण द्वार पर रखी छोटी गुल्लक को लेकर भागने की कोशिश में था जिसे वहां मौजूद अन्य भक्तों ने धरदबोचा। इस घटना के बाद मन्दिर में सभी दान पेटी को फिक्स करवा दिया गया। गुरूवार रात्रि को हुई चोरी की घटना अब तक की सबसे बड़ी घटना मानी जा रही है जिसमें चोर तमाम सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बता अपनी कार्यवाही को अंजाम देकर भाग निकले।एकलिंगजी ट्रस्ट द्वारा संचालित एकलिंगनाथ मन्दिर में हुई इस घटना से यह भी साफ हो गया है कि देश-िवदेश में आए दिन होने वाले बम धमाकों व आतंकियों द्वारा धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने के अंदेशे के बावजूद हमारे प्रमुख धार्मिक स्थल कितने सुरक्षित हैं।