चौबीस साल तक अपनी बेटी को तहखाने में बंद रख उसके साथ दुराचार कर उसे आठ बच्चों की मां बनाने के आरोपी आस्ट्रियाई नागरिक डंजन डैड जोसेफ फ्रिट्ज ने बौद्ध धर्म अपना लिया है और उसने अपने दिमाग का अध्ययन करने के लिए मनोवैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया है।अखबार सर्नं की रिपोर्ट के मुताबिक फ्रिट्ज जेल में बौद्ध धर्म का अनुयाई हो गया और शेष जिन्दगी में एक बेहतर इंसान बनने की उम्मीद कर रहा है।हत्या बलात्कार दासता कैद रखने और शोषण के मुकदमे का सामना कर रहे फ्रिट्ज ने अपने दिमाग में भरी बुराई के मूल कारण को जानने के लिए मनोवैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया है।फारेंसिक मनोचिकित्सकों ने फ्रिट्ज की इस पेशकश का स्वागत किया है। अपराध मामलों से संबंधित अग्रणी मनोचिकित्सक रीनहार्ट हालर ने कहा है कि इस पेशकश को ठुकराना मूर्खता भरा काम होगा।फ्रिट्ज ने अपनी किशोर बेटी एलिजाबेथ को एक तहखाने में बंद कर दिया और बार-बार उसके साथ दुराचार करता रहा। उसने अपनी करतूत से अपनी बेटी को आठ बच्चों की मां बना दिया।