फ्रांस की कानून मंत्री रशीदा दाती को कम छुट्टी लेने के लिए कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, लोग उनके रवैए से ख़ासे उत्तेजित हो गए हैं। दरअसल, अपनी बेटी को जन्म देने के बाद रशीदा ने सिर्फ़ पाँच दिन की छुट्टी ली और छठे दिन मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल होने के लिए पहुँच गईं। विरोध करने वालों का कहना है कि रशीदा ने एक ग़लत मिसाल पेश की है और उनके इस कारनामे की वजह से महिलाओं पर दबाव बढ़ेगा कि वे मातृत्व अवकाश कम से कम लें। मोरक्को मूल की रशीदा ने 2 जनवरी को सिज़ेरियन ऑपरेशन के ज़रिए बच्ची को जन्म दिया था जिसका नाम ज़ोहरा रखा गया है। उन्होंने पाँच दिन के अंतराल पर अपने काम पर लौटते हुए कहा कि वे अच्छा महसूस कर रही हैं और काम शुरू कर सकती हैं। महिला अधिकारों के लिए संघर्ष चलाने वाली संस्था नेशनल कलेक्टिव की माया स्त्रुडैस्ट ने कहा, "यह तो बहुत ग़ैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार है, कंपनियाँ महिला कर्मचारियों पर दबाव डाल सकती हैं कि वे प्रसव के बाद जल्दी काम पर लौटें।" फ्रांस में महिलाओं को चार महीने का मातृत्व अवकाश मिलता है जिस दौरान उन्हें पूरा वेतन मिलता है, लेकिन फ्रांसीसी मंत्री श्रम कानूनों के दायरे में नहीं आते हैं। महिला अधिकार कार्यकर्ता फ्लोरेंस मोंत्रे ने दाती की तुलना 1920 के दशक की महिला मज़दूरों से की जो कई बार फैक्टरियों में ही बच्चे को जन्म देती थीं, उनका कहना है कि उनके इस क़दम से कामकाजी महिलाओं के लिए मुसीबतें बढ़ सकती हैं। पत्रकारों का कहना है कि दाती अगले महीने काफ़ी व्यस्त रहने वाली हैं। दाती पहले भी विवादों में रही हैं, 43 वर्षीय मंत्री पहली बार माँ बनी हैं और उन्होंने अपने बच्चे के पिता नाम गुप्त रखा है।